Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6221 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr.Pratibha Prakash 9 Aug 2023 · 1 min read आधुनिक हो गये हैं हम आधुनिक हो गये हैं हम अपनों को भूल गये हैं हम संस्कार की भाषा, प्यार की परिभाषा अपना इतिहास, भूगोल भूल गये हैं हम अपना गाँव नीम और पीपल की... Poetry Writing Challenge · कविता 14 4 272 Share राजेश 'ललित' 17 May 2023 · 1 min read मत-गणना मत-गणना ----------------- मत-गणना जारी है। रुझान आने शुरू हो गये हैं। ऊंट भी करवट बदलने लगे हैं। कभी इस करवट कभी उस करवट। बयान बहादुर म्यानों में बयानों की तलवार... Poetry Writing Challenge · कविता 13 2 186 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने (2) मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख्वाब देखा जो मैंने, झूठा है ।। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम। दिल नहीं, ऐतबार टूटा है।। कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 289 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में भी (3) दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे। फासला दर्मियान रक्खेंगे ।। आप की सोच मुखल्लिफ हम से। हम भी इस का ध्यान रक्खेंगे ।। वार तुम पर तो कर नहीं सकते।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 306 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read सच तो यह है (4) सच तो यह है कि प्यार तुमसे है। बेहद और बे'शुमार तुमसे है ।। दिल का तुम पर एतमाद क्या कहिये। मेरा मुझे पर एतबार तुमसे है ॥ लौट... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 174 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read एक है ईश्वर (6) एक है ईश्वर एक है दुनिया । भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।। जीत वो कैसे सकते हैं। खुद से जो हारे हुए हैं ।। आसमां उनसे भरा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 297 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो (13) ज़िन्दगी बे'जवाब रहने दो। मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो ।। इतने ज़यादा गुनाह नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 355 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम ये कैसा मलाल कर बैठे (18) हम ये कैसा मलाल कर बैठे। दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।। प्यार करना हमें न आया मगर। इश्क में हम कमाल कर बैठे।। खोये थे हम... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 474 Share Kanchan Alok Malu 14 Jun 2023 · 1 min read आपका हाथ मेरे हाथों में रह जाए.....। आपका हाथ मेरे हाथों में रह जाए तो अच्छा है। यह जीवन यूं ही गुजर जाए तो अच्छा है। सभी को पता है मेरे दिल में हो आप, यह बात... Poetry Writing Challenge 13 14 324 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read कभी हक़ किसी पर (7) कभी हक़ किसी पर जताया नहीं है। ख़्वाहिश है क्या ये बताया नहीं है।। नाराज हो कर भी देखा है हमने। किसी ने भी हमको मनाया नहीं है।। कसमों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 334 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम्हारे हमारे एहसासात की है (10)) तुम्हारे हमारे एहसासात की है। ज़िंदगी मौत के सवालात की है ।। कहानी के अंदर नया कुछ नहीं है। ये बात बस दिल-ए-जज़्बात की है।। वाकिफ़ है इससे तू... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 558 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read बिछड़ा हो खुद से (11) बिछड़ा हो खुद से, वो मिलता कहां है। पत्थर हो दिल से, वो पिघलता कहां हैं।। किसी हाल में इसको खोने न देना। सिरा जिंदगी का मिलता कहां हैं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 131 Share Divya Mishra 30 May 2023 · 1 min read हमको जब पता नहीं किसी के भेद का हमको तो हक भी नहीं किसी के भाव का उपहास करने का हमको सब अलग हैं अपने में इसे ही समझना आवश्यक है... Poetry Writing Challenge 12 12 399 Share राजेश 'ललित' 16 May 2023 · 1 min read रंग भरें रंग भरें --------------- आओ बसंत रंग भरें प्रकृति में तुम्हारी इस कूची से पृथ्वी के कैनवस पर रंग भरें हरियाली भरें ठिठुरती सर्दी में देखो तो सरसों पीली पीली झूम... Poetry Writing Challenge · कविता 11 2 99 Share राजेश 'ललित' 18 May 2023 · 1 min read कोरोना कोरोना ---------------------- शहर सभी शमशान हो गये। गाँव ही सब सुनसान हो गये।। घर में ही अंजान हो गये। गली रास्ते वीरान हो गये।। लाशों के बाग़बान हो गये। बाज़ार... Poetry Writing Challenge · कविता 11 7 134 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो तुम्हीं तो हो (8) मेरी जिंदगी वो तुम्ही तो हो मेरी हर खुशी वो तुम्ही तो हो मेरी उम्मीद वो तुम्हीं तो हो दिल की धड़कने वो तुम्हीं तो हो मेरे हमनवां वो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 506 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अजनबी जैसा हमसे (9) अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिघलता है ।। जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है ।। टूटता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 348 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read पूजा के बाद मंदिर में पूजा के बाद, ऑंचल फैला कर, किसी ने माॅंगी मनौती, किसी ने माॅंगा प्रसाद। मेरे भी हाथ कुछ उठे, सिर झुका नमन कर, ऑंख उठाकर देखा मैंने, कर... Poetry Writing Challenge 11 4 377 Share Anuja Kaushik 17 May 2023 · 1 min read वहाँ राम है रिश्तों में हो प्रेम तो,वहाँ राम हैं वाणी हो मीठी,वहाँ राम हैं जहाँ परस्पर सेवा भाव,वहाँ राम है हनुमान सी भक्ति,वहाँ श्री राम हैं बसे श्रद्धा मन में ज़ब, वहाँ... Poetry Writing Challenge · कविता 10 7 212 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 23 May 2023 · 2 min read चश्मे एक के ऊपर एक परत-दर-परत चढ़े होते हैं, आँखों पर तरह-तरह के चश्मे। पर, न तो नाक पर उनके वजन का अहसास होता है; न ही कानों पर उनका बोझ;... Poetry Writing Challenge 10 7 144 Share Kanchan Alok Malu 2 Jun 2023 · 1 min read कुछ पल हम बस यही रुक जाते है.....। कुछ पल हम बस यही रुक जाते है, बीते हुए दिन को आज फिर से दोहराते है, क्या कमियां रह गई थी जिंदगी में, चलो आज वापिस उन्हें भर लाते... Poetry Writing Challenge 10 6 441 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read नव प्रभात आओ नव प्रभात! खिले-खिले पुष्प, ओस भीगे पात, कह रहे झूम - झूम आओ नव प्रभात! भक्ति में भीगे स्वर, पुलकित मृदुगात, शंख -ध्वनि कहती आओ नव प्रभात! मचल उठी... Poetry Writing Challenge · कविता 10 531 Share राजेश 'ललित' 16 May 2023 · 1 min read बसंत में हिस्सा बसंत में हिस्सा ----------------- मुझे भी चाहिये बसंत में अपना हिस्सा कुछ खिलते हुये फूल पीली पीली सरसों जाती हुई शीत शरीर में थोड़ा गर्म होता रक्त मेरे पक्ष में... Poetry Writing Challenge · कविता 9 1 72 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 16 May 2023 · 1 min read तुम पंख बन कर लग जाओ तुम पंख बन कर लग जाओ कविता का संसार गढ़ना है, बन प्रेरणा चले आओ, हाँ, मुझे उड़ना है, तुम पँख बनकर लग जाओ । देखना है मुझे, उस क्षितिज... Poetry Writing Challenge 9 7 919 Share Karishma Shah 21 May 2023 · 1 min read 'एक कप चाय' की कीमत 'एक कप चाय' की कीमत तुम क्या जानो 'कॉफ़ी वाले बाबू' भोरे-भोर होंठो की तलब है 'एक कप चाय' दादा-दादी, नाना-नानी की सुडूक-सुडूक वाली धुन है 'एक कप चाय' 'अ... Poetry Writing Challenge · International Tea Day · Poem On Tea · Tea Love · Tea Lover · चाय पर शायरी 9 14 618 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 24 May 2023 · 1 min read बिडम्बना बिखरी हुई पंखुड़ियों से फिर बनता नहीं गुलाब, हाय रे बिडम्बना- मुश्किल से मिलता है फिर से, बिगड़ा हुआ हिसाब-किताब। टुकड़े-टुकड़े काँच जोड़कर बनता नहीं दोबारा दर्पण, हाय रे बिडम्बना-... Poetry Writing Challenge 9 9 1k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 28 May 2023 · 2 min read लडकियाँ बेटियाँ बहुत प्यारी होती हैं । बहनें भी बहुत प्यारी होती हैं । माँ-बाप और भाई आजीवन उनपर अपना स्नेह-प्यार लुटाते रहते हैं। पर, ये बेटियाँ या बहने आखिरकार होती... Poetry Writing Challenge 9 7 564 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 3 Jun 2023 · 1 min read दिन ढलता जाता देखो! दिन ढलता जाता। रात को दे मौन निमंत्रण, रवि विहॅंसता भागे पथ पर, साॅंझ को ले आकुल अंतर, गोद में सिर रख सो जाता। देखो! दिन ढलता जाता। लौट... Poetry Writing Challenge · कविता 9 346 Share Kanchan Alok Malu 10 Jun 2023 · 1 min read जुनून दिल में जरासी उम्मीद को थामे रखना है, हर ठोकर से गुजर के ही हमे अपना लक्ष पाना है, जीत के ध्येय को हर पल जगाना है, यूंही नही मिलेगी... Poetry Writing Challenge 9 10 310 Share राजेश 'ललित' 14 May 2023 · 1 min read मां- एक अहसास मां- एक अहसास ----------------------- मां --------- माँ तुम आज नहीं पास पर तुम्हारा अहसास फिर से है आस पास आज बहुत मन है करूं तुमसे बात तुम्हारी गोद रखूं सर... Poetry Writing Challenge · कविता 8 1 232 Share राजेश 'ललित' 15 May 2023 · 1 min read नानी-नानी नानी-मानी --------------- नानी नानी ------------ कल तक मां थी आज बन गई नानी ओ कियानु तुझे अब कौन सुनाऊं कहानी ? कहां से लाऊं? कहीं का राजा? कहां से लाऊं?... Poetry Writing Challenge · कविता 8 1 256 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read चँचल हिरनी चँचल हिरनी मेरे मन के शांत जलाशय से, ओ! वन की स्वच्छंद चँचल हिरनी तूने नीर-पान करके- शांत सरोवर के जल में ये कैसी उथल-पुथल कर दी। मैं शांत रहा... Poetry Writing Challenge 8 6 478 Share Dushyant Kumar 20 May 2023 · 1 min read *बोल* किसी को मीठे किसी को कड़वे। किसी को तीखे लगते बोल। बोलने वाला सोचकर बोले। लगे सभी को दूर के ढोल।।१।। कुछ अच्छे हैं कुछ बुरे, कुछ होते दोनों के... Poetry Writing Challenge · कविता 8 313 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read क़यामत काश ये क़यामत थोड़ा पहले आती, ख़ुदा की कसम कोई बात बन जाती, अपनी आँखों में होती चमक सितारों की, ज़िन्दगी किस कदर बदल जाती । यूँही फिरते रहे अंधेरों... Poetry Writing Challenge 8 1 180 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 May 2023 · 1 min read नकलची बच्चा नकलची बच्चा, क्योंकि अक्सर ये नक़ल करता है । करता हूँ जो मैं करता है वही ये यदि उछलता हूँ मैं उसके लिए वैसे ही ये भी उछलता है; जैसे... Poetry Writing Challenge 8 4 1k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 24 May 2023 · 1 min read बीड़ी की बास कुछ स्वप्न ममतत्व के, कोमल भावनाएँ, कोमल अटूट बंधन और इन सबके बीच, अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट की ऊट-पटांग अबूझ भाषा सिर्फ सफ़ेद चोगे वाले ही समझते हैं। ठीक... Poetry Writing Challenge 8 2 179 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read कर्म-हल पत्थर पर माथा पटकने से क्या फायदा? झटक देते हैं दामन देख असहाय को यही दुनियाँ का है कायदा। मुकाम कौनसा है जहाँ जिन्दगी को खतरा नहीं। गिराने वाले बहुत... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 459 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read गंगाजल पावन पुनीत गंगाजल बहता था जो छल-छल। धारा का उच्छल प्रवाह बहता था अविरल। जिसके दर्शन से, जिसके मज्जन से हो जाता था मन अकलुष और निर्मल। युगों से मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 8 449 Share Divya Mishra 30 May 2023 · 1 min read वीर तुम बढ़े चलो! कर्मों का इतिहास गढ़ो, वीर तुम बढ़े चलो! वाणी का प्रहार सहो, वीर तुम बढ़े चलो! बढ़े चलो, बढ़े चलो वीर तुम बढ़े चलो! साहस को थाम कर, वीर तुम... Poetry Writing Challenge 8 10 528 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read बीज की अभिलाषा पेड़ के नीचे एक बीज था पडा़। सोच था मन में- क्या वृक्ष बनकर हो पाऊँगा खड़ा? क्या मिल पाएगी मुझको जल, हवा? क्या कर्त्तव्य-बोध वहन कर पाऊँगा मैं? क्या... Poetry Writing Challenge · कविता 8 486 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read आसमान हमारा आसमान धरती से जुदा हो गया है। आसमान! तुम्हें क्या हो गया है? तुम्हारा श्याम-सा तन स्वच्छ मुख धुएँ के बीच धुंधलाकर धुआँ- धुआँ हो गया है। निर्मल जल... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 411 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 3 Jun 2023 · 1 min read अमर क्षण फूलों में गंध कौन रोक पाया है हमेशा के लिए। लाख बने बांध कौन रोक पाया है नदी की विनाश लीला। काल का अश्व किसने बांधा है। गुजर जाते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 8 422 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 5 Jun 2023 · 1 min read रेगिस्तान रेगिस्तान क्या है? दूर- दूर तक विस्तृत रेत ही रेत, पीला सोना ही सोना। सुंदर है बालू के टीले, मनोहर है मृगमरीचिका, दिन में उष्ण रात में शीतल, किरणें करती... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 492 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read शत् - शत् वन्दन माते! तेरा शत् -शत् वन्दन। तू ही जननी इस सृष्टि की, तू जाया ममता- दृष्टि की; तुझसे ही माॅं है यह जीवन, माते! तेरा शत् -शत् वन्दन। सबका आश्रय तेरा... Poetry Writing Challenge · कविता 8 457 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 6 Jun 2023 · 1 min read शहर कौन कहता है, सो रहा है शहर, कितने किस्से तो कह रहा है शहर। किसी मजलूम का मासूम दिल टूटा होगा, कितना संजीदा है, कितना रो रहा है शहर। ये... Poetry Writing Challenge 8 6 358 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 11 Jun 2023 · 1 min read शातिर दुनिया है वक़्त बड़ा शातिर, कमबख्त ज़माना है, सब बोझ अंधेरों का, जुगनू को उठाना है। आँधी को उड़ा करके, तूफाँ को जवाँ करके, वो बैठे हुए है क्यों, सूनामी उठा... Poetry Writing Challenge 8 523 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read ईर्ष्या *ईर्ष्या* आज भी ईर्ष्या तू ना गई मेरे मन से आज भी पास होकर तुम इतराती हो या फिर दूर रहकर यूं मुझसे विद्वेष रखतीं हो... अक्सर कई बार पढ़ा... Poetry Writing Challenge · ईर्ष्या · ईर्ष्यालु · कविता · मानसिक कष्ट · साहित्यपीडिया 8 5 268 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 2 min read चलो बनाएं *चलो बनाएं* लोकल को वोकल बनाये चलो आज कुछ नया बनाये दुसरो के साये में खुद को न सजाकर आज फिर खुद से जद्दोजहद कर कोशिश नयी कुछ हटकर बनाये... Poetry Writing Challenge · अखंड भारत · आजादी · एकता · कविता · भारत 8 7 224 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 16 May 2023 · 1 min read विश्वामित्र-मेनका विश्वामित्र-मेनका गर्व था मुझे मेरे, मन के विश्वामित्र पर, अभिमान था मुझे मेरे, चित्त के स्थायित्व पर, स्वच्छंद मृग सा घूमता था, डोलता था हर समय, स्वयं के ही अंतर्मन... Poetry Writing Challenge 7 5 2k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read पलक-पाँवड़े पलक-पाँवड़े पलक-पाँवड़े बिछाए बैठा हूँ, आपकी प्रतीक्षा में, ज्यों बैठा हो कोई किसान बंध्य-भूमि का स्वामी, मधुमास की प्रतीक्षा में। सोचता हूँ, आपका आगमन दिख जाये कोई नखलिस्तान, रेगिस्तान में... Poetry Writing Challenge 7 376 Share Previous Page 2 Next