नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) Poetry Writing Challenge 31 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 11 Jun 2023 · 1 min read राम की रहमत क्या ? इतना वक़्त बिताने के बाद आये हैं, अजी, सबके अहसान चुकाने के बाद आये हैं। मुझे पता था, कि सवालों की झड़ी लग जाएगी, हम भी मुँह में... Poetry Writing Challenge 5 1 136 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 11 Jun 2023 · 1 min read शातिर दुनिया है वक़्त बड़ा शातिर, कमबख्त ज़माना है, सब बोझ अंधेरों का, जुगनू को उठाना है। आँधी को उड़ा करके, तूफाँ को जवाँ करके, वो बैठे हुए है क्यों, सूनामी उठा... Poetry Writing Challenge 8 532 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 10 Jun 2023 · 1 min read शतरंज की बिसात सी बनी है ज़िन्दगी, शतरंज की बिसात सी बनी है ज़िन्दगी, खुली हुई क़िताब के मानिंद कर निकल। भूल जा हर तलब, हर इक नशा औ जख्म, अब तो बस एक रब का तलबगार... Poetry Writing Challenge 4 405 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 10 Jun 2023 · 1 min read जरासन्ध के पुत्रों ने जरासन्ध के पुत्रों ने देश को गाली बना दिया, सम्पन्न था सब संसाधन से खाने की थाली बना दिया। ये कंस कुलों के कुल-घातक कृष्णा को चोर बताते हैं, पर... Poetry Writing Challenge 5 216 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 6 Jun 2023 · 1 min read शहर कौन कहता है, सो रहा है शहर, कितने किस्से तो कह रहा है शहर। किसी मजलूम का मासूम दिल टूटा होगा, कितना संजीदा है, कितना रो रहा है शहर। ये... Poetry Writing Challenge 8 6 360 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 4 Jun 2023 · 2 min read काँच और पत्थर पल्लू में उसके बंधे रहते हैं अनगिनत पत्थर, छोटे-बड़े बेडौल पत्थर मार देती है किसी को भी वो ये पत्थर। उस दिन भी उसके पल्लू में बंधे हुए थे ऐसे... Poetry Writing Challenge 5 352 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 28 May 2023 · 2 min read लडकियाँ बेटियाँ बहुत प्यारी होती हैं । बहनें भी बहुत प्यारी होती हैं । माँ-बाप और भाई आजीवन उनपर अपना स्नेह-प्यार लुटाते रहते हैं। पर, ये बेटियाँ या बहने आखिरकार होती... Poetry Writing Challenge 9 7 566 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 24 May 2023 · 1 min read बिडम्बना बिखरी हुई पंखुड़ियों से फिर बनता नहीं गुलाब, हाय रे बिडम्बना- मुश्किल से मिलता है फिर से, बिगड़ा हुआ हिसाब-किताब। टुकड़े-टुकड़े काँच जोड़कर बनता नहीं दोबारा दर्पण, हाय रे बिडम्बना-... Poetry Writing Challenge 9 9 1k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 24 May 2023 · 1 min read बीड़ी की बास कुछ स्वप्न ममतत्व के, कोमल भावनाएँ, कोमल अटूट बंधन और इन सबके बीच, अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट की ऊट-पटांग अबूझ भाषा सिर्फ सफ़ेद चोगे वाले ही समझते हैं। ठीक... Poetry Writing Challenge 8 2 179 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 23 May 2023 · 2 min read चश्मे एक के ऊपर एक परत-दर-परत चढ़े होते हैं, आँखों पर तरह-तरह के चश्मे। पर, न तो नाक पर उनके वजन का अहसास होता है; न ही कानों पर उनका बोझ;... Poetry Writing Challenge 10 7 144 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 23 May 2023 · 1 min read स्मृतियों की चिन्दियाँ पाखियों सी उड़ रही हैं स्मृतियों की चिन्दियाँ, तेज झोंके हैं हवा के किधर मुडेंगी ये चिन्दियाँ। उमंग की लहरें उठातीं वो उडेंगी चिन्दियाँ, कंटकों में फंस गईं तो दंश... Poetry Writing Challenge · कविता 6 3 217 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 23 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी एक कूप में जैसे फँसी हो ज़िन्दगी; आधी-अधूरी-चौथाई ज़िन्दगी; टुकड़े-टुकड़े बिखरकर फैली हुई ज़िन्दगी। समेटकर सहेजने के प्रयास में कैकेयी के कोप-भवन सी और बिफरती हुई ज़िन्दगी; संवार कर जोड़ने... Poetry Writing Challenge 7 1 190 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 23 May 2023 · 1 min read माँ शारदे शब्द मुक्त न होते अधरों से वाक्य कंठ में अटक जाते, नहीं लेखनी होती जग में अक्षर न पृष्ठों पर आते। मन के उद्गारों की कैसे कोई छवि दिखला पाते,... Poetry Writing Challenge 7 502 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 23 May 2023 · 1 min read प्रकृति और तुम बिलकुल सूर्योदय के समय नदी के घुमाव के साथ-साथ सरसों के फूलों भरे खेत, आँचल लहरा दिया हो तुमने जैसे। सूरज की पहली किरणों से नहाकर नदी चमक उठी है... Poetry Writing Challenge 6 1 344 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 May 2023 · 1 min read नकलची बच्चा नकलची बच्चा, क्योंकि अक्सर ये नक़ल करता है । करता हूँ जो मैं करता है वही ये यदि उछलता हूँ मैं उसके लिए वैसे ही ये भी उछलता है; जैसे... Poetry Writing Challenge 8 4 1k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 May 2023 · 1 min read मन में जैसा घटेगा क्यों लिखूँ, सिर्फ छंदबद्ध तुकांत कविताऐँ । आपकी सलाह- आपके मशविरा का शुक्रिया, आपकी डांट भी सर-माथे पर लेकिन माफ़ कीजियेगा ये जो मात्राएँ और तुक नापते हुए चलते हैं... Poetry Writing Challenge 6 219 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 May 2023 · 1 min read शून्य शून्य, एक शून्य, और कुछ नहीं, क्यों और कुछ नहीं दीखता सिवा शून्य के अब कुछ क्यों नहीं सूझता और कुछ समझ आता है क्यों है आखिर ये शून्य महसूस... Poetry Writing Challenge 5 301 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 21 May 2023 · 1 min read साए साए, कहीं से भी निकलकर, पल भर के लिए सामने से गुज़रकर खो जाते हैं, धुंध में, यूँ ही बारबार प्रकट हो-हो कर, निरंतर लगातार। साये में छिपे चेहरों को... Poetry Writing Challenge 6 313 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read कुछ मत कहो कुछ मत कहो नहीं, आज मुझसे कोई तस्वीर रंगने को मत कहो। क्योंकि, हर बार जब मैं ब्रश उठाता हूँ, और उसे रंग के प्याले में डूबता हूँ; उस रंग... Poetry Writing Challenge 6 4 357 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read बलिदानी सिपाही बलिदानी सिपाही शूल सी चुभती हृदय में उस शिशु की चीत्कार है, जनक जिसका है सिपाही, करता वतन से प्यार है । जो अपनी मातृभूमि के सदके जान अपनी कर... Poetry Writing Challenge 5 2 214 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read क़यामत काश ये क़यामत थोड़ा पहले आती, ख़ुदा की कसम कोई बात बन जाती, अपनी आँखों में होती चमक सितारों की, ज़िन्दगी किस कदर बदल जाती । यूँही फिरते रहे अंधेरों... Poetry Writing Challenge 8 1 183 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read रहे हरदम यही मंजर रहे हरदम यही मंजर तेरा कंधे पे सर रखकर के, शुकराना अदा करना, रहे हरदम यही मंजर, मुझे कुछ याद ना रखना । घड़ी वो थी मुबारक, आपने बोला था... Poetry Writing Challenge · DEEPAKKUMARSRIVASTAVANEELPADAM · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 7 242 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा, मुझे पता था यही कहोगे, साँसे तन से भारी होंगी, रोक रखोगे, बोझ सहोगे। शब्दों से परहेज़ तुम्हें है, शब्दों... Poetry Writing Challenge 5 2 441 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read फिसल गए खिलौने फिसल गए खिलौने फिसल गए हाथ से, स्वप्न-लोक के खिलौने सारे, ज्यों फ़िसल जाता है वर्षा-जल पड़कर रेत पर। व्यर्थ उभरकर रह गईं भावनायें कोमल सारी, होती है व्यर्थ मेहनत,... Poetry Writing Challenge 6 3 756 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read पलक-पाँवड़े पलक-पाँवड़े पलक-पाँवड़े बिछाए बैठा हूँ, आपकी प्रतीक्षा में, ज्यों बैठा हो कोई किसान बंध्य-भूमि का स्वामी, मधुमास की प्रतीक्षा में। सोचता हूँ, आपका आगमन दिख जाये कोई नखलिस्तान, रेगिस्तान में... Poetry Writing Challenge 7 376 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 2 min read कोई हमको ढूँढ़ न पाए कोई हमको ढूँढ़ न पाए आओ चलकर सीप में बैठें और मोती बन जायें हम, कोई हमको ढूँढ न पाए जी भरकर बतियाएँ हम। कहीं किसी एकांत शांत सी जगह... Poetry Writing Challenge · कविता 5 1 385 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 20 May 2023 · 1 min read चँचल हिरनी चँचल हिरनी मेरे मन के शांत जलाशय से, ओ! वन की स्वच्छंद चँचल हिरनी तूने नीर-पान करके- शांत सरोवर के जल में ये कैसी उथल-पुथल कर दी। मैं शांत रहा... Poetry Writing Challenge 8 6 478 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 16 May 2023 · 1 min read तुम पंख बन कर लग जाओ तुम पंख बन कर लग जाओ कविता का संसार गढ़ना है, बन प्रेरणा चले आओ, हाँ, मुझे उड़ना है, तुम पँख बनकर लग जाओ । देखना है मुझे, उस क्षितिज... Poetry Writing Challenge 9 7 920 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 16 May 2023 · 1 min read धार तुम देते रहो धार तुम देते रहो रहोगे अभिशप्त, यदि करोगे सत्य का तिरष्कार, सकारात्मक-विचारवान बन, कर लो सत्य को स्वीकार; सत्य का स्वरुप ही है- निर्विकार स्वरुप, असत्य भ्रम का ज़ाल है,... Poetry Writing Challenge 5 380 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 16 May 2023 · 1 min read विश्वामित्र-मेनका विश्वामित्र-मेनका गर्व था मुझे मेरे, मन के विश्वामित्र पर, अभिमान था मुझे मेरे, चित्त के स्थायित्व पर, स्वच्छंद मृग सा घूमता था, डोलता था हर समय, स्वयं के ही अंतर्मन... Poetry Writing Challenge 7 5 2k Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 15 May 2023 · 1 min read अफ़सोस का बीज इसकी तामीर की सज़ा क्या होगी, घर एक काँच का सजाया हमने । मेरी मुस्कान भी नागवार लगे उनको, जिनके हर नाज़ को सिद्दत से उठाया हमने । वक़्त आने... Poetry Writing Challenge 5 349 Share