Posts साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता 151 authors · 341 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 4 min read बाल परित्यक्ता कौमार्यावस्था के बारह बसन्त बीतते ही उसका विवाह परेश के साथ हो गया था , पर जुम्मे-जुम्मे उसने सात बसंत ही देखे थे कि पति ने परस्त्री के प्रेम-जाल में... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 79 9 507 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read किडनैपिंग प्रकाश ने जब नजर उठाकर नेहा की ओर देखा , ' नेहा ने कुछ सकुचा , शरमा कर जमीन पर निगाहें टिका ली '। प्रकाश के साथ उसका रिश्ता एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 78 6 390 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 4 min read अछूत जिस समाज में वो जन्मी थी , वो बहुत समय से मनुष्य की विष्टा उठाने का काम करता रहा था पर जैसा उसके घर के बुजुर्ग बताते थे , एक... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 511 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read नदी के दो किनारे जीवन संध्या में दोनों एक दूसरे के लिए नदी की धारा थे। जब एक बिस्तर में जिन्दगी की सांसे गिनता है तो दूसरा उसको सम्बल प्रदान करता है, जीवन की... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 773 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jul 2021 · 3 min read भोले भक्त बचपन में माँ जब देवी – देवताओं की कहानियाँ सुनाया करती थी तो कमरे में दीवार पर जो भोले की तस्वीर टँगी थी उसमें उस भोले- भक्त वीरू की अनायास... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 77 4 852 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 7 Jul 2021 · 9 min read " मित्रता की बेल " आज जब सोकर उठा, तो घुरई बड़ा अनमना सा था। कल रात पहली नींद तो थकान के मारे आ गई थी परन्तु फिर जो आँख खुली तो न जाने क्यों... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 70 176 4k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 1 Jul 2021 · 3 min read अफ़सोस – लघु कहानी अफ़सोस – लघु कहानी एक छोटा सा परिवार जिसमे माता , पिता , बेटा , बहू और एक पोता | पोते की उम्र करीब सत्रह वर्ष | परिवार खुशहाल और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 39 94 4k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 3 Jul 2021 · 3 min read मुस्कान लौट आई - कहानी मुस्कान लौट आई - कहानी गाँव के मुहाने पर एक ओर बुधिया का मकान | मकान में बुधिया की पत्नी, उसकी प्यारी सी बेटी गौरी , माता एवं पिता कुल... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 34 92 2k Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 2 Jul 2021 · 3 min read -- वो पक्षी कहाँ चले गए ? -- " जब करीब मैं खुद , एक छोटी सी उम्र से गुजर रहा था, मन नटखट, परन्तु जिज्ञासा से भरा हुआ, कुछ न कुछ सोच में हमेशा डूबा हुआ सा,... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 28 48 1k Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2021 · 5 min read भगवान के दर्शन - एक सच्ची दर्द भरी कहानी देश में लॉक डाउन व कोरोना काल चल रहा था | सभी लोग अपने अपने घरो में बंद थे | सारी सडके सुनसान पड़ी थी | केवल पुलिस वाले ही... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 28 25 2k Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2021 · 6 min read क्या भगवान है ? एक सच्ची कहानी एक मेजर के नेतृत्व में 15 जवानो की एक टुकड़ी हिमालय पर्वत में अपने रास्ते पर थी उन्हे ऊपर कही तीन महीने के लिए दूसरी टुकड़ी के लिए तैनात होना... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 27 40 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 Jul 2021 · 6 min read मासूम शिव भक्त – एक सच्ची कहानी शंकर एक अनाथ लड़का था। उसको जंगल में रहने वाले शिकारियों के एक गिरोह ने पाला था। उसके पास कोई औपचारिक शिक्षा भी नहीं थी – वह केवल एक चीज... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 23 28 7k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 Jul 2021 · 6 min read भरोसा – कहानी भरोसा – कहानी विकास गुप्ता एक कपड़े के व्यापारी हैं बाज़ार में इनकी एक कपड़े की बड़ी सी दुकान है | परिवार खुशहाल और समृद्ध है | माता - पिता... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 18 28 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 3 min read माँ टूटी खाट पर बैठी बुढ़िया चिल्लाए जा रही थी। “बेटा रामनाथ! बड़े जोर की प्यास लगी है…गला सूखा जा रहा है…बेटे! जरा पानी पिला दे।” रामनाथ यारों के साथ बैठा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 16 9 1k Share राजेश 'ललित' 13 Jul 2021 · 4 min read 'किशोर का बस्ता' किशोर का बस्ता ------------------------- किशोर की आयु लगभग दस वर्ष की रही होगी,जब कोरोना का प्रकोप हुआ।वह सरकारी स्कूल में पांचवी कक्षा का विद्यार्थी था।उसके पिता बनवारी लाल वर्मा किसी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 13 890 Share Khushboo Khatoon 15 Jul 2021 · 2 min read मेंढकी का घमंड सुबह का समय था । अभी-अभी सूर्योदय हुई थी।सूर्य की हल्की हल्की रौशनी से लोगो को नई ऊर्जा मिल रही थी।आज आजतक से तेज बारिश और आंधी आने के बाद... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 10 1k Share आकांक्षा राय 30 Jul 2021 · 1 min read सबसे नालायक बेटा डॉक्टर का यह कहना कि यह आपरेशन रिस्की है जिसमें जान भी जा सकती है,मास्टर साहब को विचलित कर देने वाली बात थी ।आपरेशन के बिना रोग के बढने का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 10 940 Share राजेश 'ललित' 30 Jul 2021 · 1 min read मेरे मोहल्ले की कहानी मेरे मोहल्ले की कहानी ——————— मेरा मोहल्ला कभी रुका कभी चला शास्त्री जी नहीं रहे अब बिक गया धर्म निवास नहीं पता!कौन रहता पास, बहुत दिन हुये पांच नं का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 14 12 607 Share राजेश 'ललित' 2 Jul 2021 · 4 min read 'निकम्मा' निकम्मा -------------------------- राधेश्याम सरकारी नौकरी से रिटायर हो कर तकिये पर सिर रख कर छत को निहारते हुये सोच रहा था कि चलो सारी ज़िम्मेदारियों से मुक्त होकर अब कुछ... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 13 14 1k Share पंकज कुमार कर्ण 2 Jul 2021 · 7 min read "लड़की हुई है" "लड़की हुई है" ^^^^^^^^^^^^^ """"""""""”""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" मेरे एक घनिष्ट मित्र रवि जो एक निजी कंपनी में काम करता था। रवि की आय ज्यादा नही थी, किसी प्रकार अपने परिवार का भरण-पोषण... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 15 2k Share अमित कुमार 3 Jul 2021 · 7 min read अनमोल हीरा ★अनमोल हीरा★ कोयले की खान में एक हीरा ऐसे ही पड़ा हुआ था जैसे कूड़ेदान में सोने की गिन्नी पड़ी हो। खान में काम करने वाले मजदूर क्या जाने हीरा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 51 2k Share मनोज कर्ण 16 Jul 2021 · 8 min read कविता का जन्म कविता का जन्म ~~~~~~~~~~ बस तीन -चार दिन पहले की बात है, जब मैं कार्यालय से घर वापस आया, तो देर शाम का वक़्त हो चुका था। घर आते ही... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 18 1k Share आकांक्षा राय 28 Jul 2021 · 1 min read चोट प्रोफेसर राय को उनकी कृति 'स्त्री:तेरी कहानी' के लिए आज सम्मानित किया जाना था।प्रोफेसर कालोनी से लगभग सभी उनके सम्मान समारोह में जा रहे थे।कुछ औरतें मिसेज राय को भी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 6 533 Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 4 min read दहेज़ आधी रात को बैगन के खेत में मचान पर सोये अकलू की नींद अचानक टूटी। कुछ जलने की गंध व सियारों का शोर सुनकर वह बुरी तरह सहम गया। खेत... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 12 1k Share राजेश 'ललित' 3 Jul 2021 · 2 min read 'उसने क्या कहा था?' लघुकथा ---------- उसने क्या कहा था? ------------------------- मनसुख राय अपनी आयु के बहत्तरवें वर्ष में प्रवेश कर चुके थे।पिछले वर्ष तक वे महिलाओं के कपड़े सिलते थे।बड़े प्रसिद्ध टेलर थे।दूर... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 12 821 Share Pooja Singh 5 Jul 2021 · 7 min read रोता बुढ़ापा कुछ वर्ष पूर्व की बात है | उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक मध्यम वर्गीय परिवार रहता था l उस परिवार के मुखिया का नाम कैलाश प्रकाश था | वो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 17 779 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 13 min read माँ — फ़ातिमा एक अनाथ बच्ची ''सूरा—40 अल-मोमिन," पवित्र कुरआन को माथे से लगाते हुए उस्ताद अख़लाक़ ने कहा, 'शुरू नामे-अल्लाह से। जो बड़ा ही मेहरबान और निहायत ही रहम करने वाला है। यह पवित्र कुरआन... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 36 1k Share Renu Bala 5 Jul 2021 · 3 min read योग और ध्रुवीकरण आजकल रोज हररोज, गली मुहल्लों से गुजरते हुए, एक बात सुनने की मिलती है, रामकला और कमला एक सत्संग मण्डली की बागडोर को संभाले हुए, छोटे छोटे पर्व-उत्सव की तलाश... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 11 959 Share Khushboo Khatoon 7 Jul 2021 · 4 min read सपनों की दास्ताँ एक समय की बात है। गाँव के एक छोटे से कोने में दीपक और कमला नाम के एक गरीब दम्पती रहते थे। वे उस गाँव में सबसे गरीब थे ।... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 10 1k Share Buddha Prakash 14 Jul 2021 · 4 min read मिठाई मेहमानों को मुबारक। आहे! भरती हुई ,तेज धूप से बचती हुई, गली से घर की ओर बढ़ रही थी सुमन। सिर पर दुपट्टा ओढ़े बगल में पर्स दबाकर और एक हाथ में विद्यालय... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 14 1k Share Khushboo Khatoon 15 Jul 2021 · 3 min read दो बकरों की दोस्ती दो अलग-अलग गाँवों में सोनू और टॉम नाम के दो बकरे अपने परिवार के साथ रहते थे,परंतु दोनों बकरे अपने परिवारिक स्थिति से नाखुश थे। सोनू अपने माँ और दो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 10 960 Share Rajni kapoor 25 Jul 2021 · 4 min read डोली से शमशान तक डोली से शमशान तक शादी एक ऐसा बंधन है, एक ऐसा नाम है; जिसे सुनते ही हर कुंवारी लड़की के चेहरे पर लज्जा जा का भाव आ जाता है। शादी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 5 905 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 3 min read सोया हुआ आई० ए० एस० के एग्जाम की तैयारियों में इन दिनों रामस्वरूप सिंह की नींद उड़ी हुई थी। परीक्षा की तैयारी में उसने दिन-रात एक कर दिए थे। रामस्वरूप के जीजा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 14 551 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Jul 2021 · 4 min read स्नेह बंधन ( पर्यावरण सरंक्षण पर आधारित लघु-कथा ) स्नेह - बंधन किसी माली ने अपने घर के आंगन में एक पौधा लगाया और उसकी खूब अच्छी तरह से देखभाल की -उसे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 8 809 Share Naresh Sagar 4 Jul 2021 · 3 min read *लाकडाउन की शादी* ........ कहानी *लाकडाउन की शादी* ========== अचानक कोरोनावायरस की दस्तक ने यूं तो सारे विश्व को ही हिलाकर रख दिया था ,हर तरफ़ तबाही ही तबाही के मंजर दिखाई दे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 12 853 Share Abha Singh 10 Jul 2021 · 2 min read मर्यादा लघुकहानी मर्यादा पलक शर्मा जी की बड़ी बेटी थी।पलक की छोटी बहन सुमन थी और छोटा भाई आकाश था।घर की पूरी जिम्मेदारी पलक के कन्धों पर थी। पलक ने कभी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 14 521 Share Khushboo Khatoon 27 Jul 2021 · 3 min read चंचला की संघर्ष बादलों से घिरे आसमानों के बीच चिड़ियों की चहचहाहट एक उमंग प्रदान कर रही थी तथा इस कहानी की नायिका चंचला अपने मन को समझाने का प्रयास कर रही थी।वह... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 10 806 Share उमा झा 27 Jul 2021 · 11 min read अनपढ वायरस आज जब हम अपने आपको एक और समृद्धि, बुद्धिमान, शिक्षित, तथा स्वर्णिम युग के होने का गौरव धारण करने के लिए उद्विग्न है तो वहीं दूसरी ओर निरक्षरता समाज को... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 12 707 Share Charu Mitra 27 Jul 2021 · 1 min read जय हिंद अमरूद बेचने वाली एक औरत की टोकरी बार-बार ट्रेन में एक बच्ची से टकरा रही थी । उसके पिता उस औरत पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे थे, "अपनी टोकरी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 18 665 Share Khushboo Khatoon 31 Jul 2021 · 2 min read बदलते क्षण सुबह का समय था।आज घर में बहुत चहल -पहल थी।सभी के मुँह से एक ही वाक्य निकल रहे थे-आज राजीव आने वाला हैं, आज राजीव आने वाला हैं.............. सभी के... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 6 731 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jul 2021 · 2 min read कबाड़ ( लघु कथा) ज्योति कबाड़ी वाले को बुलाकर अपने घर का सारा पुराना टुटा-फूटा, सामान निकाल कर दे रही थी ,बेचने को . जैसे टूटी हुई चारपाई, कुर्सी, मेज ,आईना ,जंग खाए हुए... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 8 17 610 Share Renu Bala 6 Jul 2021 · 2 min read मन का मनका फेर एक राजा जिसके दस रानियां थी, नाम पडा दशरथ, राजा मन के स्वामी थे, इसलिए पंच-ज्ञान इंद्रियां तथा पाँच कर्मेन्द्रियों के स्वामी, समान रुप से देखभाल रखते. विचलित तो मन... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 8 7 696 Share डॉ शिखा कौशिक नूतन 29 Jul 2021 · 1 min read अंतर एक ही दफ्तर में काम करने वाले हमउम्र पुरुष सहकर्मी महेश ने पैंतीस की उम्र पार कर चुकी महिला सहकर्मी अदिति के प्रति बहुत सहानुभूति पूर्ण स्वर में पूछा -... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 8 10 680 Share विवेक जोशी ”जोश” 1 Jul 2021 · 1 min read एकाकी मन सुबह से मन बड़ा ही एकाकी महसूस कर रहा था। सोचा कुछ नया किया जाय। कल रात से ही ठंड बहुत थी। सुबह होते होते कोहरे की सफेद घनी चादर... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · लघु कथा 7 15 596 Share Mahender Singh 5 Jul 2021 · 3 min read अच्छे दिन सबकुछ ठीकठाक चलते चलते अचानक, एक आवाज उठी, एक तूफान सा आया, एक सुनामी जैसे सबकुछ ध्वस्त करके, एक नये भौगोलिक क्षेत्र का निर्माण होने वाला हो, कुछ समस्याएं जैसे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 10 687 Share Payal Pokharna Kothari 10 Jul 2021 · 3 min read दादा-दादी के संस्कार यह कहानी हैं बड़े शहर में एक छोटे से घर मे रहने वाले श्रीमान औऱ श्रीमती वर्मा की जो अपने बेटे राज औऱ बहु किरन के साथ रहते थे ।... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 8 899 Share Renu Bala 16 Jul 2021 · 2 min read पूत सपूत काहे धन मैंने सुना है *पूत सपूत काहे घन संचय, पूत कपूत काहे ....* ये कथन सारे का सारा आधे अधूरा है, हम भी किसी के संतान है, हमारे भी संतान है,और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 8 1k Share Renu Bala 16 Jul 2021 · 2 min read जायदाद माँ बाप काम में तल्लीन, संयुक्त परिवार में सब अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाने में व्यस्त रहते हुए एक अच्छा जीवन व्यतीत करते रहे. मेरी नजर में परिवार ने जैसे अकेले... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 5 610 Share Buddha Prakash 25 Jul 2021 · 5 min read उम्मीद के सहारे प्रतिदिन की तरह आज भी वह सूर्योदय होने से पहले उठी। दो-तीन बार की कोशिशों के बाद दीया- सलाई से दीपक को जलाया। दीपक की टिमटिमाती रोशनी से वह इधर-उधर... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 4 833 Share Rashmi Sanjay 29 Jul 2021 · 2 min read दादा जी का चश्मा मैं और मेरे दादा जी...दोनो एक जैसे ...जब मन होता चुटकुले सुनाते और जोर-जोर से हँसने लगते ...कभी एकदम से भजन याद आ जाता तो ढोलक मेरे हाथ में होती...... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 10 719 Share Page 1 Next