Posts “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 173 authors · 405 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Sheela Gahlawat Seerat 18 May 2021 · 1 min read बरसात (आसमान से बरसे हैं घन) ग़ज़ल (काव्य प्रतियोगिता) आसमान से बरसे हैं घन पुलकित होता मेरा तन-मन जबसे बारिश नाची आकर हरा-भरा है मेरा आँगन वर्षा-सावन अच्छे लगते कब भाता आँखों का सावन खेतों में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 380 Share Shashi kala vyas 19 May 2021 · 1 min read *"चातक पक्षी"* *"चातक पक्षी"* स्वाति नक्षत्र की है आस , चातक पक्षी की है ये प्यास, एक बूंद को है तरसता , एकटक टकटकी निहारता , तनमन आस लगाए है। ???????? अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 1k Share जय लगन कुमार हैप्पी 20 May 2021 · 1 min read बरसात आई आसमां में बादल छाई, मौसम सुहानी लाई। रिमझिम बरसात आई, खेतों में पाक लाई।। ठंडक खेत को मिला, हल से खेत हुआ ढिला। धान के बीज गिरने लगे, पानी पडते... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 10 378 Share Rahul Gaur 20 May 2021 · 1 min read कल शाम कल शाम जब प्रकृति मुस्कुराई थी, जब बादल फट पड़े थे अपने अंतर को उड़ेलते से, और यह हवा कुछ पगलाई थी, याद है? उन पत्तों पर तैरती बूँदों की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 5 799 Share Phoolchandra Rajak 20 May 2021 · 1 min read मौसम बरसात का। चांदनी रात हो, प्रेमी से पहली मुलाकात हो। यौवन की जब शुरुआत हो। सावन का पहला मास हो। नौका बिहार हो, बरसात की बौछार हो। चल रही ठंडी-ठंडी ब्यार हो।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 6 6 263 Share Rashmi Ratn 20 May 2021 · 1 min read पहली बारिश मौसम की पहली बारिश बहुत गुदगुदाती हैै मिट्टी की सोंधी महक शरीर में समा जाती है थिरक उठता है तन पलक मूदें नयन बचपन की ओर ले जाती है कागज... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 9 476 Share Rajesh vyas 21 May 2021 · 1 min read लगा बरसने है सावन _____ गीत महकी महकी मिट्टी महकी ,बह रही हवा मतवाली है। चहक रहे हैं पंछी सारे, बरखा नहलाने वाली है। मिट रही है सब की तपन ,लगा बरसने है सावन।। देख घटाएं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 8 279 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2021 · 2 min read बारिश की एक शाम आओ ! आपको सुनाए , एक दास्तान अपनी हम । एक रोज बरस रही थी , बारिश बहुत झमाझम । विद्यालय से जब निकले थे, तब तो नहीं था ऐसा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 8 616 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2021 · 1 min read बरसात बूँद _बूँद जुटती है, धरती से उठती है| सूरज की गर्मी से, मेघों में छुपती है| गर्मी जब बढ़ती है, शाख _शाख झरती है| सूखते है कण्ठ तब, घास भी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 482 Share Dr. Sukriti Ghosh 27 May 2021 · 1 min read बरसात का सपना कल मैंने एक सपना देखा, मेघाच्छादित अंबर देखा कृष्ण घनेरे मेघ पुंज से दिनकर को आछन्न सा देखा रजतप्रभा सी आलोकित, तड़ितवृंद को गर्जित देखा शीतल मंद बयार सहित, तरुवर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 12 357 Share Buddha Prakash 28 May 2021 · 1 min read तू न आया बरसात में तू न आया बरसात में, बैठी हूंँ तेरे इंतजार में, लगने लगी सावन की झड़ी, याद ना आई एहसास में । मेघा बरसे तू ना तरसे, प्यास बढ़ रही रात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 2 492 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 1 Jun 2021 · 1 min read 🌲प्रकृति 🌹दोहा 🤼 वर्षा ऋतु सद्प्रीति का,सुंदर भाव-विधान। क्षण-क्षण मिलन समान है,कर लो अनुसंधान। । 🤼 प्रकृति-प्रेम सुख-धाम है,त्याग दीजिए शोक। ज्ञान ग्रहण कर के बनो,आप प्रीति-आलोक। । 🌹गीत प्यार देकर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 19 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jun 2021 · 1 min read पावस की छटा...!! पावस की छटा ( मत्तगयंद सवैया = भगण X 7 +गुरु+गुरु ) ________________________________________________ छाय रही घनघोर घटा, अरु दादुर कोयल गीत सुनाये। श्यामल मेघ दिखे अति सुंदर देख किसान जिसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 6 1 786 Share Shankar N aanjna 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात वर्षा की बूंदों सी तुम मुझे लगती हो, सावन में हल्की धूप सी तुम खिलती हो, लगती हैं ऐसी मुझे तेरे होठों की हंसी, बूंदो की जैसी कोई हो फुरफुरी,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 14 440 Share दीपक श्रीवास्तव 9 Jun 2021 · 1 min read !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! 2122/ 2122/ 2122/ 2122 मेघ बनकर ऐ घटाओं तुम बरसना चाहती हो, आसमां से तुम धरा पर अब उतरना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 6 12 297 Share Nagendra Nath Mahto 11 Jun 2021 · 2 min read ।।आया सावन झूम के।। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी, आया सावन झूम के। चेहरे पे आई नई ताजगी। जब पहली वारिश की पहली बूंदें गिरीं जमीं पे, मेरे चेहरे को चूम के।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 429 Share Astuti Kumari 12 Jun 2021 · 1 min read कसौटी कसौटी क्या है? परिंदों ने कहा, उड़ान भरना ही कसौटी है। नाविक ने कहा, लहरें चीरना ही कसौटी है। पर्वतों ने कहा, ऊंचाई छूना ही कसौटी है। गुलाब ने कहा,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 8 435 Share दीपक श्रीवास्तव 12 Jun 2021 · 1 min read !!** बलखाते बादल **!! !!** बलखाते बादल **!! काले बादल, भूरे बादल अम्बर में इतराते बादल, अपनी मस्ती में रहते हैं इधर-उधर मंडराते बादल।। कैसे-कैसे रूप बनाते कभी डराते कभी हंसाते आपस में जब... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 6 349 Share Rashmi Sanjay 12 Jun 2021 · 1 min read 'काश न फिर अब बारिश आए' बूँद बूँद आँगन टपका है, घर का तम अब भय भरता है । झंझावातों संग आयी है, फिर बरसात प्रलय लायी है । फिर कितना कुछ बह जायेगा, मिट्टी का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बाल कविता 6 8 499 Share Vedha Singh 13 Jun 2021 · 1 min read बारिश बारिश की बूंदें गिरी, घिरी घटा घनघोर। बिजली चमकी जोर से, मेघ मचाए शोर।। मेरा मन तो चल पड़ा, खुले गगन की ओर। खेलूँ बूँदों संग मैं, होकर भाव विभोर।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 328 Share Nagendra Nath Mahto 13 Jun 2021 · 1 min read #पूर्वा-बयार # देखो-रे-देखो, पूर्वा -बयार है आयो। संग लायो, काले मेघन के सायो।। उमड़-घुमड़ बदरा बरसन को आतूर, तनिक धीरज धरो। चिलचिलाती धूप कूँ ढ़ाँकत-ढ़ाँकत, तीखा निदाघ देखो काफूर कियो। शीतलता ही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 16 591 Share Aarti sirsat 15 Jun 2021 · 1 min read बारिश में शीर्षक:- बारिश में मौहब्बत की शुरुआत....देखो हो रही है बारिश में..... मौहब्बत की शुरुआत....देखो हो रही है बारिश में..... मिल रहें है दो दिल....देखो बारिश में..... मिल रहें है दो... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 11 497 Share Surabhi bharati 16 May 2021 · 1 min read रहमतो की बरसात बरस आती है जब बरसात, बहुत कुछ लाती है अपने साथ हर उमर मैं अलग कहानी कह जाती हैं ये बरसात.... बचपन मे स्कूल से घर लोटते वक़्त एक दुसरे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 7 335 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 16 May 2021 · 1 min read कहीं दूर से आये बादल कहीं दूर से आये बादल सागर से पानी भर लाये बादल शीतल-सुहानी हवा चल पड़ी सूरज की गुस्सा ठंडा करने आये बादल । काले बादल ,भूरे बादल हवा में उड़ते... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 7 275 Share Ravi Prakash 16 May 2021 · 1 min read बरसात(कुंडलिया) बरसात (कुंडलिया) ■■■■■■■■■■■■■■■■ मुस्काती आती कभी , हौले से बरसात धीरे - धीरे भीगता ,रुनझुन - रुनझुन गात रुनझुन - रुनझुन गात ,वेग से कभी डराती जैसे गिरी कटार ,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 5 6 320 Share Neetu gupta 16 May 2021 · 1 min read बरसात सावन की पहली बारिश गिरने लगी, रिमझिम सी बरसात से, मिट्टी की खुशबू बहने लगी। रिमझिम बारिश की बूंदें जब धरती से टकराती है, प्यासी धरती से मिलकर, धरती की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 6 455 Share Smriti Singh 16 May 2021 · 1 min read उम्मीद की बरसात दरार पड़े मैदान, सख्त -खुरदुरे चट्टान वो सुखा हुआ आदमी घूरता है आसमान बादल, बूंद, बरसात से कोस दूर पड़ा रेगिस्तान सावन में लहरा कर बारिस, भादव में रिमझिम -रिमझिम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 7 337 Share surenderpal vaidya 16 May 2021 · 1 min read आ गई बरसात (गीतिका) आ गई बरसात (गीतिका) ~~ आ गई बरसात शीतल सा मधुर उपहार लेकर। तप्त मौसम में सहज राहत भरी बौछार लेकर। एक पाखी नील नभ में खूब ऊंचा उड़ रहा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 457 Share Shashi kala vyas 17 May 2021 · 1 min read *"बरसात का मौसम"* *"बरसात का मौसम"* बरसात का आगमन हो रहा , शीतल जल ठंडी पुरवईया मंद बह चली है। वक्त के थपेड़ो ने महामारी की संकटो में , फिर मौसम के बदलाव... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 365 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 May 2021 · 1 min read बरसाती विरह दुर्मिल सवैया में 24 वर्ण होते हैं। छंद के पद आठ सगणों यानि सलगा यानि लघु लघु गुरु या ।।ऽ से बनते हैं। यानि, दुर्मिल सवैया = सगण X 8... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 6 581 Share Buddha Prakash 20 May 2021 · 1 min read बरसात का जल सबको रिझाता जब भी बरसात का मौसम आता, दानव-सा बादल छा जाता, काले-काले और बड़े- बड़े , दिखते हैं खूब घने, लेकर जल सागर से, आकर छत के ऊपर खड़े, सूरज को... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 6 318 Share Indu Verma 20 May 2021 · 1 min read बचपन और बरसात बरसात बूंद पड़ी ज्यों वसुंधरा पर, सौंधी खुशबू आई। बचपन की यादें सारी, आंँखों के सम्मुख छाई।। बच्चों की टोली का हुल्लड़, चिल्लाना,इतराना छप छप करते इक दूजे के पैरों... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 3 490 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read बारिश का पानी ग़ज़ल ~~~~~ हर कोई बदहाल हुआ है सावन में। पानी जैसे काल हुआ है सावन में।। रोज कमाकर खाने वाला कुनबा तो, रोटी बिन बेहाल हुआ है सावन में। एक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 789 Share Neetu gupta 23 May 2021 · 1 min read दिल का एहसास यह बरसात धरती और आकाश के मिलने का आगाज है यह बरसात यह सूखी धरती पेड़ पौधे बाहें फैलाए कर रहे जिसका इंतजार कड़कती हुई बिजली ,गरजते हुए बादल इन हवाओं का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 11 334 Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 23 May 2021 · 1 min read बचपन मे भीगकर अच्छा हो गया काली काली नीली भूरी घन घनघन घनघोर घटायें टिप टिप टुप टुप बूदें उछलें बरसे पानी चले हवायें अधगिरी दालान मे ऐठे बैठे आधे बैठे आधे लेटे कुर्सी से सर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 432 Share अंजनीत निज्जर 24 May 2021 · 1 min read बरसात कोई मौसम कहाँ होता है बरसात का, बरसात तो बस बरस जाती है हालात और समय अनुसार जब कभी दिल हो जाए अकेला दुनिया दिखाए अपने रंग ख़ुद से ही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 434 Share Roshni Sharma 25 May 2021 · 1 min read आओ न मेघा(बरसात) आओ न मेघा बरस जाओ न मेघा प्यासी धरती नेह माँगती शीतल जल बरसाओ न मेघा आओ न मेघा बरस जाओ न मेघा धरती सूखी, सूखे ताल तुम बिन कृषक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 508 Share Bhupendra Rawat 26 May 2021 · 1 min read न पूज तू पत्थर को,तू पूज इंसान न पूज तू पत्थर को,तू पूज इंसान इंसानियत को तू ज़िंदा रख ख़ुदा से कर फरमान,ख़ुदा से कर फरामन कि इंसान जिंदा होए,इंसान अगर ज़िंदा होए तो इंसानियत कदापि न... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 607 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 27 May 2021 · 1 min read बरसात पहली बरसात और इन, बूँदों की फ़रमाहिशें। कर रही कुछ ख्वाहिशें, हम सबसे ये बारिशें।। ये बादलों की साज़िशें, ये मस्तियां बरसात की। रह गयी अधूरी चाहते, दिल मे उठे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 610 Share अक्षिता खरे "रिमझिम" 28 May 2021 · 1 min read "पानी बरसा" पानी बरसा रिमझिम रिमझिम क्यों बैठे हो? गुमसुम-गुमसुम बहते पानी की धारा को यहां वहां हम मोड़ेगे कागज की इक नाव बनाकर बीच धार में छोड़ेंगे और उसी के पीछे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 620 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read पापा सठिया गए हैं ठंढक सुप्रभात, रात बेरुखी, तपते दिवस, बारिश में स्कूल चले हम ! पर अब यह स्कूल दिवास्वप्न है कोविड के कारण ! स्कूल में जो खेलते कागज की नाव-नाव.... उसके... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 298 Share Aarti sirsat 29 May 2021 · 1 min read "भीगी- भीगी बरसातों में" शीर्षक:- भीगी भीगी बरसातों में..... लो फिर आ गयीं याद उनकी भीगी भीगी बरसातों में..... सावन आ गया मगर वो नहीं आयें भीगी भीगी बरसातों में..... आँखें देख रही है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 3 392 Share Simmy Hasan 31 May 2021 · 1 min read गाँव की बारिश बारिशों में जब शहर की सड़कों पर जम जाता है पानी, कीचड़ और फिर बेचैन करने वाली उमस तब याद आता है गाँव बारिशों से महक उठते हैं घर, आँगन,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 530 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Jun 2021 · 1 min read पावस ऋतु पावस ऋतु घनघोर काली घटा, सांवली लगे हैं छटा- उमड़ - घुमड़ कर, नीर बरसा गया। सजल सघन घन, भूमिपुत्र का है धन- बूंद बन कनक का , मन हरषा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 5 2 512 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2021 · 1 min read करुणा की बरसात...(दोहे) करुणा की बरसात... सावन आया देखकर, हर्षित दादुर मोर। बदली में चंदा छुपा, ढूँढे कहाँ चकोर।।१।। अबके सावन करो प्रभु, करुणा की बरसात। शाख ना टूटे कोई, घर-घर हुलसें पात।।२।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 568 Share Seema gupta,Alwar 3 Jun 2021 · 1 min read ४ -कविताओं की बरसात अबकी बार मंच पर हो रही कविताओं की बरसात, कवि गण जुटा अपने भावों और विचारों की सौगात अनुभूति की बूंदों को जोड़कर कर रहे जमकर बरसात कोई कह रहा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 4 559 Share Dr.Priya Soni Khare 4 Jun 2021 · 1 min read बरसात के दोहे उमड़ -घुमड़ कर बादल गरजे,हवा चले मतवाली, मेघों में पानी भर कर, बरखा आने वाली| लहर-लहर हिलकोरे लेती,पत्ता-पत्ता झूमें, बारिश की रिमझिम में,पंछी डाली-डाली घूमें| ताल तलैया पूर्ण हो गये,नदियाँ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बाल कविता 5 6 411 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **टिप-टिप मेरे मेघ बरस** आहट पाकर रिम-झिम रिम-झिम, खग कुल की बदली है रौनक़, दीख रही है मञ्जुल मञ्जुल, किसलय की कोपल भी सुन्दर, डाल डाल पर गीत बज रहे सरस, टिप-टिप मेरे मेघ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 323 Share Dijendra kurrey 8 Jun 2021 · 1 min read बरसात ★★★★★★★★★★ एक मधुर अहसास तुम्ही प्रिय, इस जीवन की आस हो । हर पल नजरों में तुम रहती, अंतस दिल के पास हो । ★★★★★★★★★★ पावन प्रकृति की मनोरम से,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 5 5 331 Share Rashmi Sanjay 8 Jun 2021 · 1 min read बरसात मृदा मुदित हो तृप्ति से गीत गा चली है। वसुधा की सरसों-चादर सरकी-गिरी मिली है। सज्जित वसुंधरा भी मिलती धुली-धुली है। नयनों से मेघ उलझे बरसात आ मिली है।। पूजे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 9 596 Share Previous Page 3 Next