“सत्य”
मत पूछो
सत्य क्या है?
क्योंकि यह
न तो शब्दों में
न ही शास्त्रों में
समाता है,
कौन कहता है
यह किसी को
सुहाता है?
मेरी प्रथम काव्य-कृति :
‘तस्वीर बदल रही है’ से…
डॉ.किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
मत पूछो
सत्य क्या है?
क्योंकि यह
न तो शब्दों में
न ही शास्त्रों में
समाता है,
कौन कहता है
यह किसी को
सुहाता है?
मेरी प्रथम काव्य-कृति :
‘तस्वीर बदल रही है’ से…
डॉ.किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति