कवि, लेखक, विचारक एवं प्रशासनिक अधिकारी, साहित्य वाचस्पति- श्री किशन टण्डन क्रान्ति द्वारा स्वरचित लघुकथा- संग्रह : 'सबक' में 127 लघुकथाएँ शामिल हैं, जो विविध रंग बिखेरते हैं। सभी कहानियाँ... Read more
कवि, लेखक, विचारक एवं प्रशासनिक अधिकारी, साहित्य वाचस्पति- श्री किशन टण्डन क्रान्ति द्वारा स्वरचित लघुकथा- संग्रह : ‘सबक’ में 127 लघुकथाएँ शामिल हैं, जो विविध रंग बिखेरते हैं। सभी कहानियाँ ग्रामीण एवं शहरी परिवेश में घटित होने वाली रोजमर्रा की घटनाओं से प्रेरित हैं। इन लघुकथाओं को पढ़कर पाठक भावनाओं की अतल गहराइयों में डूबे बिना नहीं रह सकेगा। संग्रहित लघुकथाएँ गागर में सागर भरी हुई अत्यन्त बोधगम्य, मनोरंजक एवं प्रेरणास्पद हैं।