Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2023 · 1 min read

आदमीयत चाहिए

आदमी में आदमीयत चाहिए
आदमी में नेक आदत चाहिए

ज़िन्दगी कट जाय केवल इसलिए
आदमी के पास दौलत चाहिए

हो कभी अम्बार दौलत का नहीं
आदमी का भाव आरत चाहिए

स्वर अनाहत ही उठे कवि-कलम से
मगर होना हृदय आहत चाहिए

शत्रु का प्रतिकार करना हो अगर
कम नहीं, भरपूर ताकत चाहिए

कवि मरे, मरता रहे किसको फिकर
उसे तो बस दिली चाहत चाहिए

जो परीक्षा से बचे वह वीर क्या
पीर का वह करे स्वागत चाहिए

हों कृपालु महेश जिस पर वह जिये
उसे कब कुछ खास राहत चाहिए?

महेश चन्द्र त्रिपाठी

108 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all
You may also like:
मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना
मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना
Seema gupta,Alwar
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
डी. के. निवातिया
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
फूलों की है  टोकरी,
फूलों की है टोकरी,
Mahendra Narayan
शहरी हो जरूर तुम,
शहरी हो जरूर तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
"होली है आई रे"
Rahul Singh
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
Dr Manju Saini
■ चाह खत्म तो राह खत्म।
■ चाह खत्म तो राह खत्म।
*प्रणय प्रभात*
****शिक्षक****
****शिक्षक****
Kavita Chouhan
बुंदेली चौकड़िया
बुंदेली चौकड़िया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नज़्म - झरोखे से आवाज
नज़्म - झरोखे से आवाज
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
(आखिर कौन हूं मैं )
(आखिर कौन हूं मैं )
Sonia Yadav
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सनातन
सनातन
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
डॉ ऋषि कुमार चतुर्वेदी (श्रद्धाँजलि लेख)
डॉ ऋषि कुमार चतुर्वेदी (श्रद्धाँजलि लेख)
Ravi Prakash
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
जिंदगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज रक्खो !!
जिंदगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज रक्खो !!
शेखर सिंह
बदल डाला मुझको
बदल डाला मुझको
Dr fauzia Naseem shad
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
पूर्वार्थ
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
Shashi kala vyas
दोस्ती
दोस्ती
लक्ष्मी सिंह
इस महफ़िल में तमाम चेहरे हैं,
इस महफ़िल में तमाम चेहरे हैं,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सफलता का एक ही राज ईमानदारी, मेहनत और करो प्रयास
सफलता का एक ही राज ईमानदारी, मेहनत और करो प्रयास
Ashish shukla
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
The_dk_poetry
लोभ मोह ईष्या 🙏
लोभ मोह ईष्या 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
वक्त के साथ-साथ चलना मुनासिफ है क्या
वक्त के साथ-साथ चलना मुनासिफ है क्या
कवि दीपक बवेजा
3190.*पूर्णिका*
3190.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रदर्शन
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
Loading...