जमाना खराब हैं....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
सत्य न्याय प्रेम प्रतीक जो
"जय जवान जय किसान" - आर्टिस्ट (कुमार श्रवण)
*उनकी है शुभकामना,मेरा बंटाधार (हास्य कुंडलिया)*
संवेदनाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
मृत्यु शैय्या
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
काव्य_दोष_(जिनको_दोहा_छंद_में_प्रमुखता_से_दूर_रखने_ का_ प्रयास_करना_चाहिए)*
#drarunkumarshastriblogger