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Tag: कुण्डलिया
2k posts
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*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुण्डलिया छंद
कुण्डलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*सावन का वरदान, भीगती दुनिया सूखी (कुंडलिया)*
*सावन का वरदान, भीगती दुनिया सूखी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धन को चाहें निम्न जन ,उच्च लोग सम्मान ( कुंडलिया )*
*धन को चाहें निम्न जन ,उच्च लोग सम्मान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
Ravi Prakash
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*शादी को जब हो गए, पूरे वर्ष पचास*(हास्य कुंडलिया )
*शादी को जब हो गए, पूरे वर्ष पचास*(हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
*सावन आया गा उठे, मौसम मेघ फुहार (कुंडलिया)*
*सावन आया गा उठे, मौसम मेघ फुहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हर शख्स माहिर है.
हर शख्स माहिर है.
Radhakishan R. Mundhra
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*चलते-चलते मिल गईं, तुम माणिक की खान (कुंडलिया)*
*चलते-चलते मिल गईं, तुम माणिक की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बीमारी सबसे बुरी, तन को करे कबाड़* (कुंडलिया)
*बीमारी सबसे बुरी, तन को करे कबाड़* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*छोड़ी पशु-हिंसा प्रथा, अग्रसेन जी धन्य (कुंडलिया)*
*छोड़ी पशु-हिंसा प्रथा, अग्रसेन जी धन्य (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
साँप और इंसान
साँप और इंसान
Prakash Chandra
*पाओगे श्रीकृष्ण को, मोरपंख के साथ (कुंडलिया)*
*पाओगे श्रीकृष्ण को, मोरपंख के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आओ लौटें फिर चलें, बचपन के दिन संग(कुंडलिया)*
*आओ लौटें फिर चलें, बचपन के दिन संग(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पियक्कड़* (हास्य कुंडलिया)
*पियक्कड़* (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
*पद का मद सबसे बड़ा, खुद को जाता भूल* (कुंडलिया)
*पद का मद सबसे बड़ा, खुद को जाता भूल* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*फूलों पर भौंरे दिखे, करते हैं गुंजार* ( कुंडलिया )
*फूलों पर भौंरे दिखे, करते हैं गुंजार* ( कुंडलिया )
Ravi Prakash
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*झूला सावन मस्तियॉं, काले मेघ फुहार (कुंडलिया)*
*झूला सावन मस्तियॉं, काले मेघ फुहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बुढ़ापा अति दुखदाई (हास्य कुंडलिया)
बुढ़ापा अति दुखदाई (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
*कोई मंत्री बन गया, छिना किसी से ताज (कुंडलिया)*
*कोई मंत्री बन गया, छिना किसी से ताज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*घर में बैठे रह गए , नेता गड़बड़ दास* (हास्य कुंडलिया
*घर में बैठे रह गए , नेता गड़बड़ दास* (हास्य कुंडलिया
Ravi Prakash
*मन की पीड़ा मत कहो, जाकर हर घर-द्वार (कुंडलिया)*
*मन की पीड़ा मत कहो, जाकर हर घर-द्वार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धरती की आभा बढ़ी,, बूँदों से अभिषेक* (कुंडलिया)
*धरती की आभा बढ़ी,, बूँदों से अभिषेक* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
निर्णय पर अपने कई
निर्णय पर अपने कई
RAMESH SHARMA
रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर (कुंडलिया)
रोजाना आने लगे , बादल अब घनघोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*खाओ जामुन खुश रहो ,कुदरत का वरदान* (कुंडलिया)
*खाओ जामुन खुश रहो ,कुदरत का वरदान* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*दलबदलू माहौल है, दलबदलू यह दौर (कुंडलिया)*
*दलबदलू माहौल है, दलबदलू यह दौर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*गूगल को गुरु मानिए, इसका ज्ञान अथाह (कुंडलिया)*
*गूगल को गुरु मानिए, इसका ज्ञान अथाह (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पाई कब छवि ईश की* (कुंडलिया)
*पाई कब छवि ईश की* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
जिसको गोदी मिल गई ,माँ की हुआ निहाल (कुंडलिया)
जिसको गोदी मिल गई ,माँ की हुआ निहाल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
फितरत
फितरत
Ravi Prakash
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जीने के प्रभु जी हमें, दो पूरे शत वर्ष (कुंडलिया)
जीने के प्रभु जी हमें, दो पूरे शत वर्ष (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार (कुंडलिया)*
*नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सावन-भादो दो नहीं, सिर्फ माह के नाम (कुंडलिया)*
*सावन-भादो दो नहीं, सिर्फ माह के नाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*वर्षा लेकर आ गई ,प्रिय की पावन याद(कुंडलिया)*
*वर्षा लेकर आ गई ,प्रिय की पावन याद(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*कैसे भूले देश यह, तानाशाही-काल (कुंडलिया)*
*कैसे भूले देश यह, तानाशाही-काल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*रक्षक है जनतंत्र का, छोटा-सा अखबार (कुंडलिया)*
*रक्षक है जनतंत्र का, छोटा-सा अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*चाय की चुस्की*
*चाय की चुस्की*
Radhakishan R. Mundhra
मस्ती को क्या चाहिए ,मन के राजकुमार( कुंडलिया )
मस्ती को क्या चाहिए ,मन के राजकुमार( कुंडलिया )
Ravi Prakash
बरसातें सबसे बुरीं (कुंडलिया )
बरसातें सबसे बुरीं (कुंडलिया )
Ravi Prakash
*वरमाला वधु हाथ में, मन में अति उल्लास (कुंडलियां)*
*वरमाला वधु हाथ में, मन में अति उल्लास (कुंडलियां)*
Ravi Prakash
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