Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2023 · 1 min read

फितरत

फितरत (कुंडलिया)
_______________________
फितरत भी क्या चीज है, अलग अलग अंदाज
सबकी धुन लय है अलग, अलग-अलग हैं साज
अलग-अलग हैं साज, भाव चिंतन सब न्यारा
चलना सीधी चाल, किसी को टेढ़ा प्यारा
कहते रवि कविराय, कीजिएगा चिंता मत
जैसा जन्म-प्रभाव, वही रहती है फितरत
________________________
रचयिता : रवि प्रकाश पुत्र श्री राम प्रकाश सर्राफ
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश 244901
मोबाइल 99976 15451

3 Likes · 193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
किसका चौकीदार?
किसका चौकीदार?
Shekhar Chandra Mitra
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
B S MAURYA
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
Manoj Mahato
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"बेटी"
Dr. Kishan tandon kranti
"प्यार में तेरे "
Pushpraj Anant
शृंगारिक अभिलेखन
शृंगारिक अभिलेखन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-364💐
💐प्रेम कौतुक-364💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इंडियन विपक्ष
इंडियन विपक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
सुरसरि-सा निर्मल बहे, कर ले मन में गेह।
सुरसरि-सा निर्मल बहे, कर ले मन में गेह।
डॉ.सीमा अग्रवाल
NEEL PADAM
NEEL PADAM
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
विमला महरिया मौज
2575.पूर्णिका
2575.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
अर्ज किया है
अर्ज किया है
पूर्वार्थ
लत / MUSAFIR BAITHA
लत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
दुकान मे बैठने का मज़ा
दुकान मे बैठने का मज़ा
Vansh Agarwal
विरहणी के मुख से कुछ मुक्तक
विरहणी के मुख से कुछ मुक्तक
Ram Krishan Rastogi
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
करवाचौथ
करवाचौथ
Dr Archana Gupta
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
सत्य कुमार प्रेमी
हसरतों के गांव में
हसरतों के गांव में
Harminder Kaur
" सौग़ात " - गीत
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
उसकी सुनाई हर कविता
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
अन्त हुआ आतंक का,
अन्त हुआ आतंक का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हम ख़्वाब की तरह
हम ख़्वाब की तरह
Dr fauzia Naseem shad
Loading...