Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2023 · 1 min read

*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*

अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )
★★★★★★★★★★★★★★★★
अर्पण प्रभु को हो गई ,मीरा भक्ति- प्रधान
डूबी ऐसी याद में ,खुद का रहा न ध्यान
खुद का रहा न ध्यान ,प्रीति का रंग चढ़ाया
मनमोहन संबंध , साँवरे संग बढ़ाया
कहते रवि कविराय ,रूप दिखलाता दर्पण
भक्तों में सिरमौर ,भक्त मीरा का अर्पण
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

483 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-248💐
💐प्रेम कौतुक-248💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
gurudeenverma198
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
DrLakshman Jha Parimal
तू शौक से कर सितम ,
तू शौक से कर सितम ,
शेखर सिंह
एक शेर
एक शेर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हर तरफ़ आज दंगें लड़ाई हैं बस
हर तरफ़ आज दंगें लड़ाई हैं बस
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
प्रकृति का बलात्कार
प्रकृति का बलात्कार
Atul "Krishn"
"'मोम" वालों के
*Author प्रणय प्रभात*
🏞️प्रकृति 🏞️
🏞️प्रकृति 🏞️
Vandna thakur
कान्हा भजन
कान्हा भजन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
Shweta Soni
अनोखा दौर
अनोखा दौर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कोई खुशबू
कोई खुशबू
Surinder blackpen
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
Harminder Kaur
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
Buddha Prakash
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
"निशान"
Dr. Kishan tandon kranti
"दर्पण बोलता है"
Ekta chitrangini
दूरियां ये जन्मों की, क्षण में पलकें मिटातीं है।
दूरियां ये जन्मों की, क्षण में पलकें मिटातीं है।
Manisha Manjari
छल.....
छल.....
sushil sarna
राह बनाएं काट पहाड़
राह बनाएं काट पहाड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
The_dk_poetry
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
मनभाते क्या घाट हैं, सुंदरतम ब्रजघाट (कुंडलिया)
मनभाते क्या घाट हैं, सुंदरतम ब्रजघाट (कुंडलिया)
Ravi Prakash
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
कवि दीपक बवेजा
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हाथी के दांत
हाथी के दांत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Happy new year 2024
Happy new year 2024
Ranjeet kumar patre
Loading...