Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2023 · 1 min read

*वरमाला वधु हाथ में, मन में अति उल्लास (कुंडलियां)*

वरमाला वधु हाथ में, मन में अति उल्लास (कुंडलियां)

वरमाला वधु हाथ में ,मन में अति उल्लास
लाली मुख पर छा रही ,आई जब प्रिय पास
आई जब प्रिय पास ,लाज नयनों में छाई
परिजन करें मजाक ,जान पर बन-बन आई
कहते रवि कविराय ,श्वास का स्वर मतवाला
दिव्य अनूठा चित्र , डालती जब वरमाला

_______________________________

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
कविताश्री
कविताश्री
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो
घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो
gurudeenverma198
मेरी  हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
मेरी हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
★ IPS KAMAL THAKUR ★
अनकही दोस्ती
अनकही दोस्ती
राजेश बन्छोर
कितनी हीं बार
कितनी हीं बार
Shweta Soni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mayank Kumar
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
अंधों के हाथ
अंधों के हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
💐प्रेम कौतुक-545💐
💐प्रेम कौतुक-545💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विनती सुन लो हे ! राधे
विनती सुन लो हे ! राधे
Pooja Singh
#आलिंगनदिवस
#आलिंगनदिवस
सत्य कुमार प्रेमी
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
Dr.Khedu Bharti
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
Sonu sugandh
"गिल्ली-डण्डा"
Dr. Kishan tandon kranti
“मां बनी मम्मी”
“मां बनी मम्मी”
पंकज कुमार कर्ण
कुछ तो तुझ से मेरा राब्ता रहा होगा।
कुछ तो तुझ से मेरा राब्ता रहा होगा।
Ahtesham Ahmad
करती रही बातें
करती रही बातें
sushil sarna
लोगों के अल्फाज़ ,
लोगों के अल्फाज़ ,
Buddha Prakash
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
शीर्षक – वह दूब सी
शीर्षक – वह दूब सी
Manju sagar
*देह बनाऊॅं धाम अयोध्या, मन में बसते राम हों (गीत)*
*देह बनाऊॅं धाम अयोध्या, मन में बसते राम हों (गीत)*
Ravi Prakash
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
ज़ैद बलियावी
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
Shashi kala vyas
कृपया मेरी सहायता करो...
कृपया मेरी सहायता करो...
Srishty Bansal
देश के अगले क़ानून मंत्री उज्ज्वल निकम...?
देश के अगले क़ानून मंत्री उज्ज्वल निकम...?
*Author प्रणय प्रभात*
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरा महबूब आ रहा है
मेरा महबूब आ रहा है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
Chunnu Lal Gupta
Loading...