Posts Tag: कुछ दिल ने कहा ... 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2021 · 1 min read जंग के नुकसान जंग से कभी किसी का भला न हुआ , जंग से गुलिस्तां भी कब्रिस्तान हुआ। इंसानियत का दुश्मन है ये बेरहम जंग , इससे आने वाली नस्लों का अंत हुआ... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 554 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2021 · 1 min read बगावत मेरा दिल मुझसे ही बगावत कर बैठा, बड़ा नादान निकला ये क्या कर बैठा। लाख समझाया के छोड़ भी दे ये ज़िद , हरजाई क्यों वादा खिलाफी कर बैठा। यह... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 9 596 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2021 · 1 min read गिरेबान लोग गैरों पर तो उंगली उठाते है , मगर अपना गिरेबान नही देखते है । अपना गुनाह देखने की फुर्सत नही , गैरों के लिए तो वक्त निकाल लेते है... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 435 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jul 2021 · 1 min read दुनिया में इतना गम क्यों है ? आखिर दुनिया में इतना गम क्यों है ? हर इंसान खुद परेशान सा क्यों हैं? हर कोई नजर आए गमजदा ऐसा, जाने सबके दिलों पर बोझ क्यों है ? बेऔलाद... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 652 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2021 · 1 min read खुदा याद आया ... जब जिंदगी में खुशी थी तब लिया न खुदा का नाम , मगर जरा गमों से सामना क्या हुआ खुदा याद आया। गुनाह जब किए तो किए छुप छुपके के... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 562 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2021 · 1 min read यादों की दहलीज यादें अलग अलग शक्लों में , आकर बड़ा तड़पाती है हमें। और बार बार ज़हन में आकर , परेशान सा कर देती है हमें । आंखों के सामने बनकर तस्वीर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 373 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2021 · 1 min read तस्वीर दिखती है जो बात तस्वीर में , पर नज़ारा तो कुछ और है । अदाएं कुछ ,अंदाज़े -बयां कुछ , सारा फ़साना कुछ और है । तस्वीर तो एक ही... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 7 6 429 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2021 · 1 min read डर ना जाने हमें क्यों डर लगता है , नहीं जानते किस बात का डर है ? हर आहट से चौंक जाते हैं हम , जैसे कोई तो मौजूद होता है... Hindi · कविता · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 420 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Jul 2021 · 1 min read दर्द दर्द का पैमाना आखिर होता है कितना ?, कोई जितना बर्दाश्त कर सकता है इतना । लबों पर आह बनकर निकलने लगे जो , और धड़कनों का शोर बढ़ने लगे... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 534 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jun 2021 · 1 min read दुनिया ये वो दुनिया है जहां बईमानी पलती है, यहां हर किसी की दाल कहां गलती है । जिसके पास होगी लाठी भैंस उसी की, अहिंसा तो वहां हाथ मलती रह... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 356 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी का हिसाब चार दिन की जिंदगी औ बेशुमार अरमान , कितने है इसमें रूबरू कितने अनजान । कुछ ख्वाइशों पाली है और कुछ आर्जुएं, देखकर खुदा भी हो रहा है हम पर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 719 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jun 2021 · 1 min read उदास आंखों का नूर ( पिता की तलाश में प्रतीक्षा रत पुत्री ) ये आंखें क्यों है इतनी उदास , जैसे इसे हो किसी की आस । ढूंढती फिरती है हर चेहरों में, आंखों में अपनेपन का आभास । यादों में रह गए... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 612 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jun 2021 · 1 min read तन्हाई एक रूप अनेक एक तन्हाई के अलग अलग अफसाने , कोई इसे सुकून तो कोई इसे दर्द माने । शायर हो या कोई फनकार के नजरिए से, शाहकार को शक्ल मिले तन्हाई के... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 437 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी तुम रूठ ना जाना ... जिंदगी ने कही यह बात मुझसे रोते हुए , क्यों तुमने मुझे मौत से जुदा कर दिया। अभी तो नींद आई थी चैन से सो रही थी , क्यों तुमने... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 419 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Jun 2021 · 1 min read और कितना तू रोएगी जिंदगी .. और कितना रोएगी जिंदगी बताना, कितना है तेरे अश्कों का पैमाना । जन्म से लेकर अब तक रो ही रही है, कुछ हासिल हुआ तुझे इससे बताना । कभी अपनों... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 798 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Jun 2021 · 1 min read संग दिल जहां पत्थर दिल लोग रहते हैं यहां , या यूं कहो पत्थरों सा है जहां । दिल टुकड़े टुकड़े हुए जाता है , दर्दों गम से भरा रहता हर समां। नजरें... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 380 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Jun 2021 · 1 min read कलम और दौलत कलम जो जज़्बात की सहेली थी , दर्द को उसके वो आवाज़ देती थी । ज़माने का सताया शायर जब रोता था, कलम ही उसके अश्क पोंछा करती थी ।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 625 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 May 2021 · 1 min read बहार का इंतजार मेरे दर्द से मुतासिर नहीं हो खुदा तुम , वरना भेज ना देते बहारों को तुम । नजरें दीदार ए बहार को तरस गई , और कितना इंतजार करवाओगे तुम।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 627 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 May 2021 · 1 min read दास्तान ए दिल की धड़कन दिल है तो धड़कने का बहाना भी ढुढेगा , अपना इश्क ए अफसाना कहीं तो ढूंढेगा । ज़माने से तो उम्मीद करना ही बेकार है , पत्थरों के शहर में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 442 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 May 2021 · 1 min read नकाब पोश कुछ लोग ज़माने में ऐसे होते है , जिनके दिल में गहरे राज होते हैं। चेहरे पर उनके कई नकाब होते है , उठाने लगोगे गर तो नाराज होते हैं।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 7 2 531 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 May 2021 · 1 min read गहरा राज़ ना जाने कैसा होता होगा वो जहां, खो जाते हैं इंसान कैसे जाकर वहां । ना राह का पता न मंजिल का ठिकाना , आखिर अंजाने सफर का मुकाम है... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 429 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 May 2021 · 1 min read वो भी क्या दिन थे ...( एक उम्र दराज़ की दास्तान ) वो भी क्या दिन थे क्या समां, जब हम भी कभी थे जवां । बढ़िया कद काठी,बुलंद आवाज, खूबसूरत थे जनाब !हम बेइंतहां । दिल था अरमानों से भरा हुआ... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 491 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Apr 2021 · 1 min read मोबाइल ने छीनी रूबरू मुलाकातें मोबाइल ने छीनी जबसे रूबरू मुलाकातें , ना वो दीवानगी ,बेताबी ना ही वो चाहते । उन मुलाकातों की बात ही कुछ और थी , दीदार का बहाना ना देखता... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 297 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Apr 2021 · 1 min read प्यार की कद्र कैसा प्यार और कैसी प्यार की बातें , रह गई अब तो सब किताबें बातें । मतलबपरस्ती से बंधा है हर रिश्ता , मतलब नहीं तो खत्म प्यार की बातें... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 9 456 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Mar 2021 · 1 min read सौदा आज फिर हुआ हादसा कहीं , पल में बदल गया मंज़र वहीं । कई घर-आँगन वीरान हो गए, कई ज़िंदगियाँ तबाह हुई वहीं । सहारे बुज़ुर्गों से कहीं छुट गए... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 712 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Mar 2021 · 1 min read उम्मीद सुनते आये अक्सर लोगों से हम , उम्मीदों पर ही है दुनिया कायम। उम्मीद का दामन मत छोड़ना , इसी के होंसलों से ज़िंदा हैं हम । चाहे जिंदगी में... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 8 11 684 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2021 · 1 min read प्यार : व्यापार या इबादत अब कहाँ वो प्यार और वो बातें प्यार की , कागज़ के फूल हैं ना इन में खुशबू बहार की । गुंजा करते ही थे नगमें फिज़ाओं में कभी ,... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 6 10 379 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Feb 2021 · 1 min read तलाश ए ज़िन्दगी ए ज़िन्दगी ! तुझे चमन सा बनाने को , कहां से ,और कैसे पुकारें हम बहार को । कब तक इंतज़ार करना होगा ना मालूम , और कितना मनाएं इस... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 7 289 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jan 2021 · 1 min read अंदाज़ - ऐ - मुहोबत शिकायत भी करें और इल्जाम भी लगाए क्या-क्या, कोई पूछे उनसे उनका यह अंदाज़ ऐ मुहोबत है क्या । कुछ कहें उनसे तो मुश्किल, न कहें तो मुश्किल हाय! कशमकश... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 369 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Nov 2020 · 1 min read दर्द भरी मुस्कान यूं तो है उसके लबों पर मुस्कान ज़रा-ज़रा , मगर दिल तो है दर्द से पुरजोर भरा -भरा । यह दिखावा इसीलिए भी ज़रूरी जहां के लिए , मरहम नहीं!लोगों... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 589 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jun 2020 · 1 min read तन्हाई की चाहत बहुत कशमकश है जिंदगी में मेरी , काश !कोई लौटा दे वो तन्हाई मेरी । जिसके पहलू में एक सुकून सा था , न ही थी उलझनों की घनी अंधेरी... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 644 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Mar 2020 · 1 min read कब आओगे ? ( खुदा को सदाएं देता एक गमगीन दिल ...) मेरी जिंदगी को भंवर से बचाने ए खुदा ! कब आओगे बनकर तुम मेरे नाखुदा । मै हूँ परेशान हाल और गमों से सरोबर , मेरी टूटी हुई कश्ती को... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 359 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Feb 2020 · 1 min read मर्ज ए इश्क़ ( इश्क़ -ए हक़ीक़ी पर आधारित ) तुझसे इश्क़ की वजह मै क्या समझूँ , ना मिले तू तो खुद को अधूरा समझूँ। तेरा दीदार करूँ या न भी कर सकूँ , इस बेचैनी को करार कैसे... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 351 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Feb 2020 · 1 min read कागज़ के फूल ( प्रेम दिवस पर विशेष ) इश्क़ समझ बैठे हो तुम जिसे , हैं ये कागज़ के फूलों जैसे । पानी सा रंग रूप है घुल जाएगा , यह नहीं हिना का रंग हो जैसे ।... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 398 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jan 2020 · 1 min read इंसाफ : एक धोखा कहने को बड़ा खूबसूरत लफ्ज है ये इंसाफ , धोखे की लिबास जो पहने हुए है ये इंसाफ । इसी खूबसूरती पर फना हुईं कई घायल रूहें , तमन्ना मचलती... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 268 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Nov 2019 · 1 min read जिंदगी और मौत (गजल ) अपना इख्तियार कहाँ होता है जिंदगी और मौत पर , नादां इंसान यूँ ही हक़ जताता है जाने क्यों इन पर । एक जगाए नन्ही आँखों को मासूम ख्वाब लिए... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 798 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Oct 2019 · 1 min read एक शिकायत खुदा से .... ( गजल ) ज़माने को तो शिकायत है हमसे , और हमें शिकायत है खुदा तुम से । क्या ज़रूरत थी हमें यहाँ लाने की, रहे सब नज़ारे इस जहां के बेगाने से... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jun 2019 · 1 min read आखिर इतना गुस्सा क्यों ? (ग़ज़ल ) आज के इंसान में है आखिर इतना गुस्सा क्यों ?, जो बन बैठा है अपनी ही ज़ात का दुश्मन यह क्यों ? इंसान जैसा दिखता तो है मगर इंसान तो... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 331 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Oct 2018 · 1 min read क़ज़ा के नाम पैगाम .. (गज़ल) काश ! ये तकदीर मेहरबान हो जाये , एक पैगाम क़ज़ा का मेरे नाम आये . जिंदगी अब ये हमसे ढोई नहीं जाती , हम इस बेमुरव्वत से अब तंग... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 280 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 May 2018 · 1 min read जी चाहता है .. (ग़ज़ल) गुमनामी के अंधेरों से निकलकर उजालों में आने का , बड़ा जी चाहता है हमारा भी बहुत मशहूर होने का . कब से गहरी खाई में पड़े हैं,सदायें दिए जा... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 353 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Apr 2018 · 2 min read खुदा है भी या नहीं ! (ग़ज़ल) खुदा है भी या नहीं ! (ग़ज़ल) सूना था कभी अपने बुजुर्गों से ,याद रखना , खुदा की ज़ात से ना कभी इंकार तुम करना . खुदा का वजूद है... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Feb 2018 · 1 min read मौत की कहानी (ग़ज़ल) यह जिंदगी तो दोस्तों!फानी है , कहते है मौत जिसे ,एक हैरानी है . जन्म के साथ ही जिसकी समझ लो , लिखी जानी अमिट कहानी है . नामालूम कब... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 374 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Oct 2017 · 1 min read रुखसत (ग़ज़ल) हम रुखसत लेते हैं तुम्हारे पहलु से , सभी गिले-शिकवे तुम अब भुला देना. जो भी खता हो गयी हो अनजाने में , मेरे दोस्त ! तुम माफ़ हमें कर... Hindi · कुछ दिल ने कहा ... · ग़ज़ल/गीतिका 441 Share Previous Page 2