Comments (8)
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
29 Jul 2020 08:41 PM
धन्यवाद ऋतु जी
ओनिका सेतिया 'अनु '
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27 Jun 2020 11:12 AM
धन्यवाद महोदय
25 Jun 2020 08:21 PM
यूँँ ना मायूस हो दिल की आग अभी बुझी नहीं चिंगारी अभी बाकी है।
जज्ब़ों को हवा दो अश़आरों की आग भड़कना अभी बाकी है।
श़ुक्रिया !
25 Jun 2020 07:13 PM
बहुत ही मार्मिक
अति सुन्दर ।
धन्यवाद जी