Comments (6)
9 Jul 2021 04:59 AM
सादर प्रणाम।
निशब्द।
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Jul 2021 06:53 AM
धन्यवाद
8 Jul 2021 11:44 PM
देखने में तस्वीर एक ही नज़र आती है ,
नज़रिए के रुख से देखते ही तस्वीर बदल जाती है ,
श़ुक्रिया !
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
9 Jul 2021 06:52 AM
धन्यवाद जी
अच्छी रचना अनु जी। समय मिले तो एक कहानी पोस्ट की है। ” चप्पल बुआ ” उसे पढ़ कर अपनी राय से अवगत कराएं।
धन्यवाद जी