Comments (7)
10 Feb 2021 09:38 PM
बहुत सुंदर रचना है।कृपया मेरी रचना अमर प्रेम (सवैया) का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग देने की कृपा करें , धन्यवाद
8 Feb 2021 10:14 AM
विचारोत्तेजक रचना, पढकर अच्छा लगा।
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
8 Feb 2021 04:29 PM
धन्यवाद जी
8 Feb 2021 06:22 AM
जिंदगी इस कदर रूठ जाएगी हमसे इल्म़ ना था,
या खुदा ! मेरी क्या खता है इसमें ज़रा तू ये तो बता ?
श़ुक्रिया !
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
8 Feb 2021 04:29 PM
धन्यवाद जी
Waah??
धन्यवाद जी