Ray's Gupta Tag: कविता 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ray's Gupta 27 Nov 2022 · 1 min read कहानी,✍️✍️ अपने दुख़ की बस यही कहानी रही।। क्या कहूं ? आज जो कभी न कही।। ✍️✍️रश्मि गुप्ता@@ ray's Gupta Hindi · कविता 207 Share Ray's Gupta 30 Jun 2022 · 1 min read मंज़िल हर मंज़िल दस्तक देती है पुरुषार्थ की उत्तम रेखा पर। तकदीर स्वयं बदलती है सत्कर्मों की अभीलेखा पर। नहीं शेर कभी ढूंढ़ा करते पदचिन्हों में अपने पथ को। जांबाज़ नहीं... Hindi · कविता 3 3 309 Share Ray's Gupta 21 May 2022 · 1 min read पिता पिता ही बच्चों की असल ढाल है। पिता खुशियों का आसमान है। पिता है तो सारी दुनिया में शराफ़त पिता के बगैर दुनिया में जीना भी मुहाल है।। ख़ुद की... Hindi · कविता 5 6 459 Share Ray's Gupta 4 Mar 2022 · 1 min read हौसला ज़िन्दगी खेलती भी उसी के साथ है। जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है दर्द सबके एक से हैं । मगर हौंसले सबके अलग - अलग है। कोई हताश हो बिखर जाता... Hindi · कविता 1 2 645 Share Ray's Gupta 5 Feb 2022 · 1 min read शायद जब किसी और के नजदीक गया था पूछा था मैंने कहा गया था तू । नहीं मिला पाया था नज़रे चुराई घवरा गया था तू। सब कुछ जानते हुए भी... Hindi · कविता 1 314 Share Ray's Gupta 3 Feb 2022 · 1 min read कामयाबी आगाज़ में शोर की क्या जरूरत अंज़ाम तेरा घनघोर होना चाहिए तू अकेला प्रारंभ में क्या क्या कहेगा अंत ऎसा हो कि चर्चे चारों ओर होना चाहिए। सूरज की तपिश... Hindi · कविता 1 509 Share Ray's Gupta 30 Jan 2022 · 1 min read मां कितनी रात जागी होगी वो खुद को सुलाने से पहले क्या कुछ नहीं सहा उसने अपनी असली उम्र आने से पहले।। रोई बहुत होगी देखना अपने सपनों को भूलाने से... Hindi · कविता 427 Share Ray's Gupta 16 Jan 2022 · 1 min read संघर्ष ज़िंदगी में कुछ पाया तो कुछ खोया है कभी अपनों के साथ मुस्कुराएं है तो कभी छुपकर दर्द को भुनाया है ज़िंदगी का पथ है मुश्किलों भरा बख़ूबी ये एहसास... Hindi · कविता 1 266 Share Ray's Gupta 7 Jan 2022 · 1 min read कश्मकश कभी कभी ऐसा लगता है जैसे कुछ कमी है ज़िंदगी में, सब कुछ है। पर कुछ है जो नहीं है। वो कुछ जो शायद खुद को भी न पता कुछ... Hindi · कविता 2 2 459 Share Ray's Gupta 2 Jan 2022 · 1 min read एक ख्वाहिश कल तक जो मेरे अपने मेरे लिए मागा करते थे दुआएं जिनके हर शुकराने में मेरा ज़िक्र हुआ करता था फ़िर न जाने क्या खता हुई ऐसी जो "अपनों" ने... Hindi · कविता 2 2 303 Share Ray's Gupta 31 Dec 2021 · 1 min read उड़ान मन कुछ व्याकुल सा है न जाने चाहता क्या है रोशनी कर चरागों से तू तिमिर में भटकता क्यों है अपने हौसलों से छू सकता है आसमान फिर ज़माने को... Hindi · कविता 2 2 423 Share Ray's Gupta 16 Dec 2021 · 1 min read सफ़र कभी उलझनों से उलझ कर कभी खुद में ही सिमट कर शुरू किया एक सफ़र कभी अपनों से तो कभी अपने आप से लड़ कर।। जब दिल आया हो रास्ते... Hindi · कविता 4 4 409 Share Ray's Gupta 23 Nov 2021 · 1 min read मेरी मां मेरा रब मेरे हंसने पर वो हंसती है मेरे रोने पर वो रोती है मां भी क्या चीज है जनाब अपने बच्चों की खातिर , खुदा से भी लड़ सकती है ।... Hindi · कविता 3 2 335 Share Ray's Gupta 5 Nov 2021 · 1 min read पागल दिल कभी तो इस दिल का हद से ज्यादा धड़कना फिर कभी सांसों का भी यूं ख़ामोश हो जाना समझ नहीं आता क्या है बेदर्द दिल का इरादा।। पर तेरे दीदार... Hindi · कविता 4 395 Share Ray's Gupta 3 Nov 2021 · 1 min read इंतजार करती है मां घर वापस आने में, हो जाती पल भर भी देर बेचैन हो जाती है मां पूछती है सवाल इतने सांस भी नहीं लेती है मां चंद सेकंड को भी ,... Hindi · कविता 1 4 498 Share Ray's Gupta 31 Oct 2021 · 1 min read हिन्दी की दशा हिन्दुस्तान में हो गया है हिन्दी का यह हाल संडे - संडे सब रटे भूल गए रविवार जो बोले हिन्दी यहां , उसको समझे हीन अंग्रेज़ी के सामने , हिंदी... Hindi · कविता 1 560 Share Ray's Gupta 17 Oct 2021 · 1 min read बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ बेटी के जन्म पर बहनों आंसू कभी बहाना न बेटी तो हीरा होती है उसको कभी ठुकराना न। धन पराया बेशक होती है बेटी ख़ून तो अपना ही होती है... Hindi · कविता 1 4 507 Share Ray's Gupta 8 Oct 2021 · 1 min read दर्द रिश्तों का हर रिश्ते में बंधी भी पर कोई भी रिश्ता मेरा न था रिश्तों में फासले तो थे पर वे इतने खौफनाक हो सकते है कभी सोचा न था हम सफ़र... Hindi · कविता 2 2 521 Share Ray's Gupta 30 Sep 2021 · 1 min read शिक्षा आज शिक्षा की महत्ता को परखिए जीवन का उत्थान हो जाएगा वर्तमान खुशहाल और समाज में भी नाम हो जाएगा बिन शिक्षा सब कुछ अधूरा ये जान लीजिए न कुछ... Hindi · कविता 1 2 375 Share Ray's Gupta 15 Sep 2021 · 1 min read मेहनत सुनेगा गर दुनिया की तमाशा करके रख देगी तेरा विश्वास तोड़ेगी हताशा भर के रख देगी अगर ख्यावों को जीना है अगर मंज़िल को पाना कहे जो दिल वही करना... Hindi · कविता 2 3 333 Share Ray's Gupta 5 Sep 2021 · 1 min read बेटियां ये खुदा ऐसा क्यों बनाया , तूने इन बेटियों को हर दर्द को ऐसे ही पी गई ,कुछ कहे बिना जब न मिले हक के खिलौने, न पूरा दुलार मिला... Hindi · कविता 2 1 758 Share Ray's Gupta 26 Aug 2021 · 1 min read वक्त हर खुशी है लोगों के दामन में, पर एक हंसी के लिए वक्त नहीं। दिन रात दौड़ती दुनिया में, जिन्दगी के लिए ही वक्त नहीं। मां की लोरी का एहसास... Hindi · कविता 3 2 296 Share Ray's Gupta 16 Aug 2021 · 1 min read इंसानियत कोई पाना चाहता है अम्बर , तो कोई कर रहा कब्ज़ा वसुंधरा पर, लोक लाज़ मर्यादा सब छोड़ दी, हरे गुलाबी नोटों के कारण , रिश्ते सब जलकर खाक हुए... Hindi · कविता 2 4 328 Share Ray's Gupta 13 Aug 2021 · 1 min read ये ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी क्यूं कर रही , तू इतना परेशान हर कदम कदम पर , तू क्यूं ले रही इम्तिहान हार जाऊंगी या लौट जाउंगी , येसा तो न होगा कभी... Hindi · कविता 5 6 359 Share Ray's Gupta 11 Aug 2021 · 1 min read इंतजार बहुत कुछ लिख कर, मिटाया है मैंने, ठीक न होने पर भी, अपना हाल, ठीक बताया है मैंने। बात - बात पर अपने दिल को बहलाया है मैंने, अपनी सोच... Hindi · कविता 4 9 451 Share Ray's Gupta 5 Aug 2021 · 1 min read गुस्ताखियां दिल की दिल गुस्ताखियां करने लगा है मेरे लाख समझाने पर भी मचलने लगा है। जमाने भर के जिक्र समेटे अपने जहन में, अब कुछ - कुछ मनमनानियां अपनी भी करने लगा... Hindi · कविता 5 6 383 Share Ray's Gupta 4 Aug 2021 · 2 min read सुहाना बचपन जब नासमझ कहता था, ये ज़माना। 4/8/2021 पर ठीक था उसमें भी प्यार था लड़ते झगड़ते थे हर रोज, फिर भी अपनापन था पर ना जाने क्यों हो गए इतने... Hindi · कविता 2 6 680 Share Ray's Gupta 4 Aug 2021 · 1 min read कहर मोहबब्त का कैसे कहे यारों कि कैसे जी रहे है। महफिल में मुस्कुराकर छुप छुप कर रो रहे है नीद ले गए, चैन ले गए हाय और तो और दिल भी ले... Hindi · कविता 3 6 622 Share Ray's Gupta 3 Aug 2021 · 1 min read बेटी की दासता कभी औरों के लिए सीखा था जीना। ग़म मैं भी मुस्कुराना चहां पर बंदिशों की बेड़ियों में यूं जकड़ गए मिल सका न सपनों का आसमां ये है एक बेटी... Hindi · कविता 3 5 430 Share Ray's Gupta 3 Aug 2021 · 1 min read दिल कि ख्वाहिश जब चलती गगन में तेज पवन तो मन में उठा एक प्रश्न कि मैं भी उड़ जाऊं बनके बिहग या खिल जाऊं बनके कमल पर जब देखा आसमान का कद... Hindi · कविता 5 4 543 Share