Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (2)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

छोटी कलम करती जुलम
भाव बह्ते नरम नरम से
घाव करते मगर गहरे
दिल से निकल कर कसम से

एक अबोध बालक

यकीनन आपका इन्ही काव्यों के द्वारा सम्मान होगा
Ray’s Gupta

2 Jan 2022 11:26 PM

कलम की ताकत का अनुमान क्या ही कोई लगाएगा ये तो मन के भावों को कोरे कागज पर कुछ पलो में उतार देती हैं

Loading...