Harminder Kaur 271 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Harminder Kaur 25 Feb 2025 · 1 min read अपनेपन का अहसास अपनेपन का अहसास ज़िन्दगी की साँसें न जाने किस पल थमकर रह जाए मुस्कुराहटें न जाने कब ग़म में बदल जाए हो। हँसते मुस्कुराते सफ़र तय कीजिए शिकवे शिकायतों की... 1 1 30 Share Harminder Kaur 26 Jan 2025 · 1 min read सबसे प्यारा भारतवर्ष है मेरा सबसे प्यारा भारतवर्ष है मेरा सबसे प्यारा भारत वर्ष है मेरा जन जन एक स्वर में गाता है। सत्य अहिंसा का प्रेम पढ़ा कर नित्य नवनिर्माण कर जाता मेरे देश... 2 43 Share Harminder Kaur 24 Jan 2025 · 1 min read महाकुंभ का स्नान महाकुंभ का स्नान प्रत्येक 12 वर्ष के बाद आता जब बृहस्पति बृष राशि में आते हैं तब 12 साल के अंतराल पर सजता महाकुंभ का मेला।। आध्यात्मिकता और संस्कृति के... 1 83 Share Harminder Kaur 23 Jan 2025 · 1 min read एक मलंग एक मलंग महाकुंभ के मेले में,आया एक मलंग तन से जोगी, मन से जोगी। शरीर पर लगाये भस्म आँखों में तेज बसे, कहे सत्य वचन।। अनुसरण शिव का करता खुद... 1 71 Share Harminder Kaur 2 Jan 2025 · 2 min read टूटते रिश्ते टूटते रिश्ते कल एक शादी समारोह में जाना हुआ वहाँ पर जाकर जो दृश्य मैंने देखा आजकल के अपनेपन के रिश्तों को देखकर मैंने जो अनुभव किया कि वहाँ पर... 1 152 Share Harminder Kaur 12 Dec 2024 · 1 min read सर्दी का मौसम सर्दी का मौसम माँ सर्दी का मौसम क्यों हमको ठिठुराता है सूरज भी देखो अक्सर गुमसुम सा नजर आता है। दादी अक्सर धूप में बैठकर स्वेटर बुनती रहती हैं लंबा... 1 149 Share Harminder Kaur 16 Oct 2024 · 1 min read शरद पूर्णिमा शरद पूर्णिमा आया शरद पूर्णिमा का पावन पर्व आठ रूप है माता लक्ष्मी के धनलक्ष्मी, राजलक्ष्मी वैभव लक्ष्मी, ऐश्वर्या लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, कमला लक्ष्मी, और विजयलक्ष्मी इन रूपों संग विष्णु... 1 159 Share Harminder Kaur 13 Oct 2024 · 1 min read तुम वह सितारा थे! तुम वह सितारा थे! तुम वो सितारा थे जो उम्र भर जगमगाते रहे और अब इतिहास के पन्नों पर यूं ही जगमगाते रहोगे। वक्त क्या है! कोई तुमसे सीखे उसकी... 2 133 Share Harminder Kaur 12 Oct 2024 · 1 min read विषय: असत्य पर सत्य की विजय विषय: असत्य पर सत्य की विजय राम कहे सीता से हे प्रिय! सच-सच बतलाना क्या रावण ने कोई दूर्व्यवहार किया या अपशब्द कोई तुमको कह डाला। डरो नहीं है प्रिय... 2 190 Share Harminder Kaur 9 Oct 2024 · 2 min read एकवेणी जपाकरणपुरा नग्ना खरास्थिता। एकवेणी जपाकरणपुरा नग्ना खरास्थिता। लंम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णि तैलाभ्यक्तशरीरणी।। वामपादोल्लसलल्लोहलताकण्टकभूषणा।वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी।। 9 अक्टूबर दिन बुधवार को नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,दुर्गा जी के सप्तम स्वरूप की वंदना ,आराधना की जाती... 1 114 Share Harminder Kaur 7 Oct 2024 · 2 min read मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघांत देवी दानवघातनी ।। ( अर्थात चंद्रहास की भांति दैदीप्यमान शार्दुल (अर्थात शेर पर सवार) और दानवों का विनाश करने वाली माँ हम सबके लिए... 1 123 Share Harminder Kaur 6 Oct 2024 · 1 min read माॅं के पावन कदम माॅं के पावन कदम माॅं के पवन कदमों से झूमा ये संसार माॅं दुर्गा आई है हो सिंह पर सवार तुम भी उनका कर लो ध्यान मां की जयकारों से... 2 153 Share Harminder Kaur 6 Oct 2024 · 2 min read मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता। मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। ( अर्थात जो देवी संपूर्ण सृष्टि में विद्यमान है और रचयिता है, उनको मैं नमस्कार करता हूँ,/ या... 1 128 Share Harminder Kaur 5 Oct 2024 · 1 min read कुरीतियों पर प्रहार! कितना प्यारा देश हमारा ! कितनी प्यारी इसकी संस्कृति आओ बनाए इसको और बेहतर दूर करके देश की हर कुरिति । आओ युवा आगे आओ ! इसका हिस्सा तुम बन... 1 196 Share Harminder Kaur 5 Oct 2024 · 2 min read मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता। मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। ( अर्थात जो देवी संपूर्ण सृष्टि में विद्यमान है और रचयिता है, उनको मैं नमस्कार करता हूँ,/ या... 1 174 Share Harminder Kaur 4 Oct 2024 · 2 min read मंत्र : दधाना करपधाभ्याम, मंत्र : दधाना करपधाभ्याम, अक्षमालाकमण्डलू । देवी प्रसीदतु मयि ,ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ।। (अर्थात जिनके एक हाथ में अक्षमाला है और दूसरे हाथ में कमंडल ऐसी उत्तम ब्रह्मचारिणी माॅं दुर्गा मुझ पर... 1 150 Share Harminder Kaur 3 Oct 2024 · 3 min read मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शू मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शूलधरां शैलपुत्री यशस्विनीम् ।। माॅं दुर्गा अपने पहले स्वरूप में 'शैलपुत्री' के नाम से जानी जाती हैं। शैलपुत्री का शाब्दिक अर्थ : ‘पर्वत... 1 149 Share Harminder Kaur 2 Oct 2024 · 1 min read शीर्षक: बाबुल का आंगन शीर्षक: बाबुल का आंगन बहुत याद आती है मुझको सखी सहेली बचपन की गलियां पुरानी वह पेड़ों पर डाले गए झूले, झूले पर खुशी से पींग बढ़ाती बाबुल के आंगन... 1 300 Share Harminder Kaur 1 Oct 2024 · 1 min read शीर्षक: लाल बहादुर शास्त्री शीर्षक: लाल बहादुर शास्त्री बचपन में सीख गया था जो सत्य की राह पर चलना साया नहीं पिता का सर पर सीख गया वह कठिनाइयों से लड़ना। सादा जीवन उच्च... 1 148 Share Harminder Kaur 1 Oct 2024 · 3 min read लघुकथा कहानी लघुकथा कहानी लापरवाही (अनियंत्रित वाहन) आज मनीष की शादी को दूसरा ही दिन था। वह अपने दोस्तों के साथ मस्ती करने निकल पड़ा। जब वह सुबह घर से निकल रहा... 1 125 Share Harminder Kaur 28 Sep 2024 · 1 min read मैं नास्तिक क्यों हूॅं! शहीदे ऐ आजम भगत सिंह मैंने कब कहा कि, मैं बचपन से नास्तिक था मैंने यह भी कब कहा कि, मुझमें अहंकार भरा हुआ था सनातन धर्म का मैं पुजारी... 1 140 Share Harminder Kaur 28 Sep 2024 · 5 min read "दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे, जो गम की घड़ी भी खुशी स "दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे, जो गम की घड़ी भी खुशी से गुजा़र दे।" आज भगत सिंह की 115वी जयंती पर उनके जीवन से जुड़े कुछ अंश:... 1 125 Share Harminder Kaur 25 Sep 2024 · 3 min read बाल कहानी विशेषांक बाल कहानी विशेषांक शीर्षक:अर्जुन, तेजस की दुनियां अर्जुन दौड़ता हुआ आया और धड़ाम से सोफे पर गिर पड़ा। कंधे पर स्कूल का बैग पैर में जूते बिना उतारे ही वह... 1 150 Share Harminder Kaur 23 Sep 2024 · 1 min read अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए। ग़मों को मुस्कुराहटों से छुपा लिया जाए। अपना गम लेकर कहीं और न जाया जाए।। औरों की खातिर कुछ वक्त जी लिया जाए । अपने गम उन्हें सुना कर परेशान... 1 188 Share Harminder Kaur 23 Sep 2024 · 1 min read बेटे की माॅं बेटे की माॅं मैं एक माॅं होकर माॅं को समझाती हूॅं बुढ़ापे में जीने के राज बताती हूॅं। दुखी मत होया कर माॅं सब की बातों को सुनकर भी मुस्कुराया... 2 132 Share Harminder Kaur 20 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक: ख्याल शीर्षक: ख्याल दो कदम चलते हैं फिर रुक जाते हैं आती-जाती राहे पूछे यह कदम किधर जाते हैं खामोश मंजर कुछ इस तरह हमको हमी में समेटे हैं कह ना... 1 183 Share Harminder Kaur 20 Sep 2024 · 1 min read लघु कथा:सुकून लघु कथा:सुकून कहाॅं है यह? कौन पापा, यही नेता...... दूसरी तरफ से मेरे ससुर जी मुझसे अपने बेटे के बारे में पूछ रहे थे। मैंने सहज भाव से उत्तर दिया... 1 154 Share Harminder Kaur 18 Sep 2024 · 1 min read सुकून लघु कथा:सुकून कहाॅं है यह? कौन पापा, यही नेता...... दूसरी तरफ से मेरे ससुर जी मुझसे अपने बेटे के बारे में पूछ रहे थे। मैंने सहज भाव से उत्तर दिया... 1 139 Share Harminder Kaur 15 Sep 2024 · 3 min read पैरालंपिक एथलीटों का सर्वोच्च प्रदर्शन पैरालंपिक एथलीटों का सर्वोच्च प्रदर्शन पैरालंपिक की शुरुआत 1948 में सर लुडविग गुटमन के इंग्लैंड के मैडविले में रीड की हड्डी से संबंधित चोटों के साथ 16 विश्व युद्ध के... 1 159 Share Harminder Kaur 13 Sep 2024 · 1 min read हिंदी दिवस हिंदी की अजब कहानी कितने संघर्षों के बाद इसने हासिल किया जो मुकाम इसने लहराया जो परचम हासिल की जो आजादी । आजादी के बाद मिला इसको विस्तार इसको नया... 2 161 Share Harminder Kaur 13 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक:"बहन मैं उसे शीर्षक:"बहन मैं उसे तुझ सी बनाऊंगी" ओ बहन ! इतना बतला इतना कैसे रहती तू आजाद क्या तेरे घर में नहीं रहता कोई कामकाज। जितनी निडरता से तू हर काम... 1 203 Share Harminder Kaur 13 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है शीर्षक: मैंने हर मंज़र देखा है मैंने हर मंज़र को देखा है हॅ़ंसते हुए घर में सबको रोते देखा है उम्र में अभी बहुत नादान हूॅं मैं फिर भी ख़्वाहिशों... 2 183 Share Harminder Kaur 11 Sep 2024 · 1 min read जन्मदिन की हार्दिक बधाई (अर्जुन सिंह) जन्मदिन की हार्दिक बधाई (अर्जुन सिंह) तेरा मासूम बचपन मुझे बड़ा लुभाता है तेरी तोतली आवाज का भोलापन तेरी कशिश बढ़ाता है। यूं ही उम्र तू मुस्कुरा कर गुजार दे... 1 1 225 Share Harminder Kaur 11 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक:गुरु मेरा अभिमान शीर्षक:गुरु मेरा अभिमान गुरु मेरा मान अभिमान है उनसे ही मिलता मुझको भी सम्मान है उनके चरणों में अर्पित हर सच्चाई उन्होंने दिया मुझको इतना ज्ञान है। गुरु हमारे जीवन... 1 148 Share Harminder Kaur 10 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक: पापी मन शीर्षक: पापी मन मन क्या है एक पंछी है इत उत डोल रहा है उडने को ऊंची उड़ान देखो कैसे मचल रहा है। छल कपट से दूर हृदय धवल श्वेत... 1 118 Share Harminder Kaur 10 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते अपने मन की कोई बात कर लेते जाने से पहले एक मुलाकात कर लेते शायद तुमको भी ना पता होगा कि तुम्हें अभी जाना है ।... 1 167 Share Harminder Kaur 10 Sep 2024 · 1 min read दैनिक आर्यवर्त केसरी, अमरोहा शीर्षक आर्यावर्त केसरी छोटे बड़े का भेद मिटा कर रखता सब की रचनाओं का ध्यान नवांकुर हो या वरिष्ठ साहित्यकार सब पर इसका पूर्ण आशीर्वाद। नित नई मंजिल की ऊंचाइयों... 1 123 Share Harminder Kaur 10 Sep 2024 · 1 min read मैंने हर मंज़र देखा है शीर्षक मैंने हर मंज़र देखा है मैंने हर मंज़र को देखा है हॅ़सते हुए घर में सबको रोते देखा है उम्र में अभी बहुत नादान हूॅं मैं फिर भी ख़्वाहिशों... 1 111 Share Harminder Kaur 8 Aug 2024 · 1 min read हरियाली तीज.... हरियाली तीज.... हरियाली तीज का मनभावन त्यौहार है डाली डाली झूले हैं झूलों पर झूल रही है बिटिया चेहरे पर मनमोहक मुस्कान है। हरियाली तीज का मनभावन त्यौहार है...... बदरा... 1 197 Share Harminder Kaur 26 Jul 2024 · 1 min read युगों-युगों तक युगों-युगों तक माॅं रोती है रो- रो के कहती है लेकिन अश्रु सबसे छुपाती है शहीद हुआ अरविंद मेरा मेरी सांसे फिर क्यों चलती है। उसकी आहट का आना मेरा... 1 200 Share Harminder Kaur 24 Jul 2024 · 1 min read क्या आजाद हैं हम ? विषय :क्या आजाद हैं हम इस सोने के पिंजरे में कैद है इसमें भरी है मोह माया इसमें भरे राग -द्वेष हैं अंतर्मन बस एक बात ही पूछे क्या आज़ाद... 2 157 Share Harminder Kaur 24 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक गुरु हमारे जीवन पथ पर सबसे बड़ा रखता मुकाम सर्वप्रथम उसको नमन सर्वप्रथम उसको प्रणाम। दीपक ज्योति सा जगमग जगमग करता सबके जीवन का उद्धार जिसके सर... 3 162 Share Harminder Kaur 15 May 2024 · 1 min read जिंदगी तेरे हंसी रंग जिंदगी तेरे हंसी रंग मुझको लुभाने लगे है रूठ- रूठ कर भी जब अपने मुझको मनाने लगे हैं। एक नई उमंग सी भरने लगी है जिंदगी में कुछ अफसाने रह... 2 1 142 Share Harminder Kaur 12 May 2024 · 1 min read माँ माँ सांवली सलोनी सूरत है मेरी माँ दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत मूरत है। उसके साये में रहकर मेरी खुशियाँ बेमोल हैं मेरी खातिर !! जितना भी सोचा उसने उसका ना... 1 1 176 Share Harminder Kaur 4 May 2024 · 1 min read प्रेम शाश्वत है अपनों के साथ जो अपना बन के रहता खुशी और ग़म का जो बोझ सहता वही जिंदगी को सलीके से समझता । यही प्यार का तरीका है यही प्रेम है... 2 186 Share Harminder Kaur 3 May 2024 · 1 min read **आजकल के रिश्ते* **आजकल के रिश्ते* खून के रिश्तो को लोग क्या खूब निभाते हैं जिनकी परवरिश करते हैं वही वृद्ध आश्रम पहुँचाते हैं। हर पल देकर अपना जिनको अथाह प्यार से पाला... 2 2 203 Share Harminder Kaur 2 May 2024 · 1 min read चलो जिंदगी की नई शुरुआत करते हैं चलो जिंदगी की नई शुरुआत करते हैं अपनों से ही विश्वास की पहचान करते हैं अगर वह देख कर हमें हमसे नजर चुराए तो फिर हम क्यों उनके पहलू मैं... Poetry Writing Challenge-3 2 151 Share Harminder Kaur 2 May 2024 · 2 min read महात्मा बुद्ध महात्मा बुद्ध पूर्वज थे इक्ष्वाकु वंशीय, जन्म लिया छत्रिय शाक्य कुल में, शाक्य कुल रहता था लुंबिनी में, लुंबिनी बसा था नेपाल में। माता इनकी माया देवी ,पिता इनके शुद्धोधन... Poetry Writing Challenge-3 1 149 Share Harminder Kaur 2 May 2024 · 1 min read पिता पिता मेरे जीवन के कांटो पर बनकर फूल बिछ जाते हैं, मेरे ग़म की परछाइयों पर वटवृक्ष सा बन जाते हैं, मेरी हर कमजोरी को सहसा ही अनदेखा कर जाते... Poetry Writing Challenge-3 1 141 Share Harminder Kaur 2 May 2024 · 1 min read माँ एक एहसास है...... माँ एक एहसास है...... छोटा सा शब्द है माँ जिंदगी का रुख बदल देती है अपने संस्कारों से प्रलय से भी भारी दुख दर्द को सुख में बदल देती है... Poetry Writing Challenge-3 1 183 Share Page 1 Next