Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Dec 2024 · 1 min read

सर्दी का मौसम

सर्दी का मौसम

माँ सर्दी का मौसम
क्यों हमको ठिठुराता है
सूरज भी देखो अक्सर
गुमसुम सा नजर आता है।

दादी अक्सर धूप में बैठकर
स्वेटर बुनती रहती हैं
लंबा कुर्ता पहने दादाजी
सर्दी से ठिठुरे बैठे हैं।

सर्दी में देखो! धूप यह
कितनी सुहानी लगती हैं
चेहरे पर सब मफलर बाँधे
सूरज दादा को मनाते हैं।

ताजे- ताजे गन्ने का रस
कितना मीठा लगता है
बर्फ की नही ज़रूरत
कितना ठंडा लगता है।

दिन देखो कितना छोटा लगता
कितनी जल्दी शाम हो जाती है
रोज शाम को मूँगफली, गज्जक वाला
ज़ोर- ज़ोर से आवाज़ें लगाता है।

हरमिंदर कौर,
अमरोहा (यूपी )
@मौलिक रचना

Loading...