Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

पिता

पिता मेरे जीवन के कांटो पर
बनकर फूल बिछ जाते हैं,
मेरे ग़म की परछाइयों पर वटवृक्ष सा बन जाते हैं,
मेरी हर कमजोरी को सहसा ही अनदेखा कर जाते हैं,
मेरा मन पढ़कर मेरे अंतर्द्वंद्व से लड़ जाते हैं।

मेरे जीवन के कांटों पर बनकर फूल बिछ जाते हैं…..

ख्वाहिशों की क्या बात करूं,
गिरवी तक अपना घर रख जाते हैं,
मेरी चाहत के आगे हर तूफान से लड़ जाते हैं,
मेरा मुस्कुराता चेहरा देख, दाव पर जीवन लगा जाते हैं
मेरा मन पढ़कर मेरे अंतर्द्वंद से लड़ जाते हैं…..

बचपन सोचो तो आंखें भर आती हैं,
अब देख बुढ़ापा उनका मेरी तबीयत क्यों घबरातीं हैं,
क्या मैं अपने पिता सा बन पाऊंगा,
जो ताकत जो संयम उनमें है,
क्या मैं भी एक पिता बन दे पाऊंगा,
मेरे सपने उनको अपने ही लगते हैं,
वह पिता है मेरे मुझ पर अपना सर्वस्व लुटा जाते हैं ।
मेरा मन पढ़कर मेरे मेरे अंतर्द्वंद से लड़ जाते है…….

मेरे पिता मेरी ताकत है, मेरी हर स्थिति से वाकिफ है,
मेरे चेहरे की सलवटो को पढ मुझे कंधे से लगाकर,
धीरे से मेरा मन पढ़ जाते हैं, बाजुओं से लेकर,
कंधों तक का बोझ उठाते हैं, अंतर्द्वंद से लड़ जाते हैं,
मेरे जीवन के कांटो पर बनकर फूल बिछे जाते हैं…

मौलिक रचना
हरमिंदर कौर
अमरोहा (उत्तर प्रदेश )

1 Like · 84 Views

You may also like these posts

मोहब्बत मिली  दौलत मिली , शौहरत मिली ,ताज मिला हो गया में दु
मोहब्बत मिली दौलत मिली , शौहरत मिली ,ताज मिला हो गया में दु
bharat gehlot
कविता-निज दर्शन
कविता-निज दर्शन
Nitesh Shah
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
जीवन की दास्तां सुनाऊं मिठास के नाम में
जीवन की दास्तां सुनाऊं मिठास के नाम में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बर्षो बीते पर भी मन से,
बर्षो बीते पर भी मन से,
TAMANNA BILASPURI
अगर आप
अगर आप
Dr fauzia Naseem shad
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
5. Festive Light
5. Festive Light
Ahtesham Ahmad
इस ज़िंदगी  में जो जरा आगे निकल गए
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
Dr Archana Gupta
वो अपने बंधन खुद तय करता है
वो अपने बंधन खुद तय करता है
©️ दामिनी नारायण सिंह
#परिहास-
#परिहास-
*प्रणय*
आत्म मंथन
आत्म मंथन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*आत्म-मंथन*
*आत्म-मंथन*
Dr. Priya Gupta
गुरु कुल के प्रति गोपी छंद
गुरु कुल के प्रति गोपी छंद
guru saxena
नौलखा बिल्डिंग
नौलखा बिल्डिंग
Dr. Kishan tandon kranti
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
समय
समय
Annu Gurjar
गृहणी
गृहणी
Sonam Puneet Dubey
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
शेखर सिंह
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
रिश्ते प्यार के
रिश्ते प्यार के
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
Sandeep Kumar
अध्यापिका
अध्यापिका
Shashi Mahajan
वक्त ही कमबख्त है।
वक्त ही कमबख्त है।
Rj Anand Prajapati
किरत  कुंवरा  आपरी , इळ  मांहे  अखियात।
किरत कुंवरा आपरी , इळ मांहे अखियात।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
//••• हिंदी •••//
//••• हिंदी •••//
Chunnu Lal Gupta
औरत
औरत
Madhuri mahakash
तेरा ही हाथ है कोटा, मेरे जीवन की सफलता के पीछे
तेरा ही हाथ है कोटा, मेरे जीवन की सफलता के पीछे
gurudeenverma198
नाउम्मीदी कभी कभी
नाउम्मीदी कभी कभी
Chitra Bisht
Loading...