आर.एस. 'प्रीतम' 1120 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next आर.एस. 'प्रीतम' 18 Mar 2022 · 1 min read $दोहे- होली के दोहे - होली के लगता प्रेम गुलाल जब, विष मन का हो दूर। गले मिलें फिर शान से, झूमें सब भरपूर।। रंग लिए हैं एकता, जोड़ें उर के तार। रंगोली... Hindi · दोहा 3 4 467 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Mar 2022 · 1 min read $गीत #गीत सुनाओ प्यार का सरग़म मुहब्बत सीख जाएँ हम लगाओ ज़ख़्म पर मरहम मुहब्बत सीख जाएँ हम अदाओं में वफ़ाओं में शिकायत का असर भूलें उतारे जो दिलों से वो... Hindi · गीत 1 2 585 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2022 · 1 min read $प्यारा भारत #प्यारा भारत भारत भूमि है वीरों की, संस्कारों का अद्भुत ठाँव। शहर अनोखे यहाँ देखिए, देख लीजिए सुंदर गाँव।। देश-प्रेम की ख़ूब मिसालें, वेद पुराणों का है शोर। शाम रंगीली... Hindi · कविता 236 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Feb 2022 · 2 min read $वीर/आल्हा छंद- प्यारा भारत #वीर/आल्हा छंद वीर एक सम मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 31-31 मात्राएँ होती हैं। हर चरण में यति सौलह, पन्द्रह (16,15) पर होती... Hindi · कविता 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Feb 2022 · 1 min read $जीवन जीना सीखो $जीवन जीना सीखो किसी दिशा में जाकर देखो, पहरा पाओगे यम का। करो सामना डटकर हँसकर, आने वाले हर ग़म का।। दोष किसी को देना भूलो, निज सुख-दुख के कारण... Hindi · कविता 2 4 450 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jan 2022 · 2 min read #साहस- पदपादाकुलक छंद #पदपादाकुलक छंद पदपादाकुलक एक सम मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। चरण के आदि में द्विकल अनिवार्य होता है और... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Jan 2022 · 1 min read $तराना मैं लिखूँ ऐसा- विधाता छंद *#विधाता छंद* विधाता छंद में चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 28-28 मात्राएँ होती हैं। प्रत्येक चरण में यति14 -14 मात्राओं पर होती है। हर चरण की 1,... Hindi · गीत 1 2 565 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jan 2022 · 1 min read $प्रार्थना #गीता छंद गीता छंद में चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 26-26 मात्राएँ होती हैं; हर चरण की यति 14,12 पर होती है। आदि में समकल आता है;... Hindi · गीत 355 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jan 2022 · 2 min read $निज पहचान #गीत- निज पहचान। नकल किसी की अगर करोगे, खो दोगे निज पहचान। लीक नयी तुम खोज़ निकालो, होगा जग में गुणगान।। सूरज चाँद-सितारे देखो, धरती-अंबर के मीत। सागर नदी किनारे... Hindi · गीत 1 2 309 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Dec 2021 · 1 min read $प्रार्थना- हमें दो ज्ञान प्रभु इतना बुराई भूल जाएँ हम हमें दो ज्ञान प्रभु इतना बुराई भूल जाएँ हम दिलों में प्रेम हो सबके लड़ाई भूल जाए हम सितारे चाँद सूरज सब लुटाते प्यार हैं जग में नदी सागर खिले... Hindi · गीत 2 522 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Nov 2021 · 1 min read सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु बाबा नानक देव #सिक्ख धर्म के प्रथम/आदि गुरु बाबा नानक देव जय गुरु नानक देव की, बाबा संत सुजान। आदि सिक्ख गुरु बन किये, जग में कर्म महान।। चौदह सौ उनहत्तर सन में।... Hindi · कविता 1 515 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Nov 2021 · 1 min read ग़ज़ल हमें बचपन लिए दर्पण कई मंज़र दिखा जाता बड़ी मासूमियत थी चेहरों पर ये सिखा जाता//1 निभाना साथ दिल से दोस्तों का शाद करता दिल कभी वो रूठना भी और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 260 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Nov 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल किसी की याद आए तो नहीं आँसू बहाना तुम अँधेरों में उजालों के नये दीपक जलाना तुम//1 भुला देना नसीबों की कहानी को सदा खातिर लिए ताक़त क़दम पथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 511 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Nov 2021 · 1 min read $ तरुवर-सम जीवन #तरुवर-सम जीवन पल्लव पुष्पों से सजे धरा, सुरभियुक्त आँगन होगा। रंगों से नयनों का संगम, हृदय तलक पावन होगा। श्वास-श्वास में मधुबन घुलकर, मन को अति हर्षाएगा; रिश्तों से शीतलता... Hindi · कविता 1 2 242 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Nov 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल मुहब्बत हो गई तुमसे इशारों ही इशारों में दिखाई तू मुझे देती जिधर देखूँ नज़ारों में//1 खिलाया है चमन दिल का तुम्हीं ने दिल वफ़ा देकर बहारों-सी मिली हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Nov 2021 · 1 min read $ग़ज़ल 32/ *बहरे हज़ज़ मुसम्मन* *सालिम* मुफ़ाईलुन×4 1222/1222/1222/1222 हज़ारों ग़म मिलेंगे इस ज़माने में रुलाने को नहीं डरना बनो क़ाबिल इन्हें ख़ुद ही हराने को/1 नदी सागर बने पर्वत सभी अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 248 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Oct 2021 · 1 min read $ ग़ज़ल 31- बहरे हज़ज़ मुसम्मन मक़्बूज़ मुफ़ाइलुन×4 1212/1212/1212/1212 # ग़ज़ल इताब भूल के जिसे मिले क़रीब हो गये यूँ ज़िंदगी खिली हसीं बड़े नसीब हो गये/1 इनाद की गुबार को मिटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 426 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Oct 2021 · 1 min read $ ग़ज़ल 30- *बहरे हज़ज़ मुसम्मन अशतर* मक़्बूज़ मक़्बूज़ मक्बूज़ फ़ाइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन 212/1212/1212/1212 # *ग़ज़ल* बढ़ रही हैं दूरियाँ दिलो-दिमाग़ से यहाँ खेलने सभी चले हुज़ूर आग से यहाँ/1 रोकलो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 235 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Oct 2021 · 1 min read $ ग़ज़ल 29- बहरे हज़ज़ मुसम्मन अशतर मक़्फ़ूफ़ मक़्बूज़ मुख़न्नक सालिम फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन 212/1222/212/1222 आदमी नहीं आता है समझ ज़माने में रंग सौ लिए है इक रूप के फ़साने में/1... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Oct 2021 · 1 min read $ग़ज़ल 28- बहरे हज़ज मुसम्मन अख़रब मक़्फूफ़ मक़्फूफ़ मुख़न्नक सालिम मफ़ऊलु मुफ़ाईलुन मफ़ऊलु मुफ़ाईलुन #वज़्न - 221/1222/221/1222 #ग़ज़ल बू रोज लिए हँसता ले जोश नवाबों का जो यार मिला मुझको है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 361 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Oct 2021 · 1 min read $ 'हमें तो श्याम ही भाता' हमें तो श्याम ही भाता, ज़ुबां पे नाम ये आता। वफ़ा से जो पुकारा है, उसे देता सहारा है।। सुदामा द्वार जब आया, बड़ा था श्याम हर्षाया। सखा की पीर... Hindi · कविता 1 2 247 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Oct 2021 · 1 min read $ स्वयं को पहचानो #स्वयं को पहचानो शक्ति रूप हैं आप, गुणों के मानो स्वामी। हीनभाव दो छोड़, दूर होंगी नाकामी।। लिए रोशनी भानु, चाँदनी हिमकर देता। मनुज करे श्रम नेक, सफलता हर छू... Hindi · कविता 2 423 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Oct 2021 · 1 min read $दोही #दोही दोही एक मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके विषम चरणों(प्रथम एवं द्वितीय) में पंद्रह-पंद्रह मात्राएँ और सम चरणों(द्वितीय एवं चतुर्थ) में ग्यारह-ग्यारह मात्राएँ होती हैं।विषम चरणांत... Hindi · मुक्तक 1 4 475 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Oct 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे हज़ज मुसमन अख़रब* मक्फ़ूफ मक्फ़ूफ़ मक्फ़ूफ़ महजूफ़ मुफ़ऊलु मुफ़ाईलु मुफ़ाईलु फ़ऊलुन *221/1221/1221/122* दिल की हर हसरत तुमसे शाद मिली है जो आप मिले रुत हर आबाद मिली है/1 हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 414 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे हज़ज मुसद्दस सालिम* मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन 1222/1222/1222 वतन ख़ातिर हमारी जान हाज़िर है शहादत में बसी दिल तान हाज़िर है/1 कभी हमसे अदावत कर नहीं लेना नहीं सानी हमारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे हज़ज मुसद्दस महजूफ़* मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन 1222/1222/122 शराफ़त की इबादत कीजिएगा मुहब्बत से मुहब्बत कीजिएगा/1 दिखाए आइना जो ज़िंदगी को समझ उस्ताद ख़िदमत कीजिएगा/2 दवा बनके दुवा पाओ यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 279 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल ज़िंदगी से भी कहीं ज़्यादा मुहब्बत आपसे है जो मिला है वो ख़ुशी वो प्यार दौलत आपसे है//1 वो दिया है आपने सोचा नहीं हमने कभी जो ये शोहरत ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 580 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल #बहरे रमल मुसम्मन मशकूल सालिम मज़ाइफ़ फ़इलातु फ़ाइलातुन फ़इलातु फ़ाइलातुन 1121/2122/1121/2122 #ग़ज़ल हम ज़िंदगी जिसे मान चुके उसे मिला दो सुनलो हबीब की मालिक इश्क़ का सिला दो/1 हर फ़ैसला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रमल मुसम्मन मख़बून महज़ूफ़* फ़ाइलातुन फ़इलातुन फ़इलातुन फ़ेलुन 2122/1122/1122/22 तुम मिरे ही दिल में अब रहते हो पलपल आपकी नज़्म ग़ज़ल हूँ कहते हो पलपल/1 चैन हो आप हमारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 292 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रमल मुसम्मन महजूफ़* फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन 2122/2122/2122/212 ख़ूबसूरत सी हसीना एक मिल जाए कहीं समंदर में यूँ सफ़ीना एक मिल जाए कहीं/1 नेक रहबर ज़िंदगी को यूँ सँवारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रमल मुसद्दस सालिम* फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन 2122/2122/2122 सुब्ह-शब सब नाम तेरे कर दिये हैं ग़म चुरा मंज़र ख़ुशी से भर दिये हैं/1 आपको जानां मुहब्बत रास आए फैसले के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल #ग़ज़ल पीर का सागर हमारा दिल हुआ क़ैद में जो हर मिला साहिल हुआ/१ तेज़ इतनी हो गई हैं आँधियाँ झोंपड़ों का हर लम्हा क़ातिल हुआ/२ प्यार की बातें कहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 282 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Sep 2021 · 1 min read #ग़ज़ल *बहरे रमल मुसद्दस मख़बून मुसककन* फ़ाइलातुन फ़इलातुन फ़ेलुन 2122/1122/22 दिल लिए आज़िम बढ़ता जाए हर क़दम फ़ाज़िल चढ़ता जाए शूल भी फूल लगें राहों के वो हमेशा हँस चलता जाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रमल मुरब्बा सालिम* फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन 2122/2122 मौत से पहले मरो मत हार से इतना डरो मत हौसला हो जीतने का पाँव पीछे तुम धरो मत भूल को समझो सुधारो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 244 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रजज़ मुसम्मन सालिम* मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन 2212/2212/2212/2212 तुमसे मिले दिल से खिले अरमाँ नये सब हो गये सोचा नहीं समझा नहीं हम आपके कब हो गये/1 इस प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 425 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रजज़ मुसद्दस सालिम* मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन 2212/2212/2212 # *ग़ज़ल* कैसा अज़ब ये हादसा अब हो गया हर आदमी ख़ुद में यहाँ रब हो गया//1 चालाकियाँ सब सीख ली डरता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 317 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल बहरे रजज़ मुसद्दस मख़बून मुस्तफ़इलुन मुफ़ाइलुन 2212/1212 रिश्ते सभी निभा सकें चाहत इन्हें बना सकें//1 दूरी रहे न ग़म रहे दिल का चमन खिला सकें//2 जितना हमें मिला हुआ उसकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 296 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Sep 2021 · 1 min read $ग़ज़ल बहरे रजज़ मुरब्बा सालिम मुस्तफ़इलुन मुस्तफ़इलुन 2212/2212 गुरु ज्ञान गंगा जल लगे पावन उसे हरपल लगे//1 आशीष गुरु का छाँव-सा लो धूप भी शीतल लगे//2 जीवन दिया माँ-बाप ने गुरु... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Sep 2021 · 1 min read $हिंदी भाषा भारत माता के भाल की, हिंदी बिंदी एक। मान बढ़ाए ये देश का, सहज सरल बन नेक।। वैज्ञानिकता की मीत है, लिखो पढ़ो समरूप। ज्ञान भरा ये वाङ्मय लिए, मानो... Hindi · कविता 1 4 309 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Aug 2021 · 1 min read #दोहे एवं चौपाइयाँ *#दोहे* एवं *चौपाइयाँ* तरुवर नीचे तरु घटे, फूले थोड़ी दूर। कर्म मनुज का भाग्य है, करे यही मशहूर। औलाद सही सब सही, रचे स्वयं निज गान। ग़लत हुई तो जो... Hindi · कविता 272 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे रजज़ मख़बून मरफ़ू मुखल्ला* मुफ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ऊलुन मुफ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ऊलुन _1212/212/122/1212/212/122 _ मिले मुहब्बत तुम्हे सभी की दुवा हमारी यही रहेगी तेरे लिए हर क़दम मुहब्बत सदा हमारी यही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 280 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे मुतदारिक मुसम्मन सालिम* फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन _212/212/212/212_ ये तिरंगा लिए देश की शान है दिल इसी के लिए जान क़ुर्बान है//1 लाख जानें गयी तब तिरंगा मिला ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 434 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे मुतदारिक मुसम्मन अहज़ज़ु आख़िर* फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ा _212/212/212/2_ इक कली खिल रही है नज़र में फूल बनने चली दिल नगर में//1 प्यार की बू लिए मुस्क़ुराकर घुल रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 631 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे मुतदारिक मुसद्दस सालिम* फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन _212/212/212_ ज़िंदगी तब हँसाने लगी जब समझ ख़ूब आने लगी//1 पाँव में शूल जब भी चुभा फूल की याद छाने लगी//2 आपको देखकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 234 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल _बहरे मुतक़ारिब मुसमन मक़्सूर_ *फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़उल* _122/122/122/12_ रुलाकर हमें वो हँसाते रहे मगर कुछ नया वो सिखाते रहे//1 लम्हे ख़ास इस ज़िंदगी में मिले हमें आइना जो दिखाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल *बहरे मुतकारिब मुसमन सालिम* फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन _122/122/122/122_ किसी के भरोसे उछलता नहीं दिल जुबां की वफ़ा से टहलता नहीं दिल मुहब्बत तुम्ही से हमें हो गई है सिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 232 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल **बहरे मुतकारिब मुसद्दस सालिम फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन** _122/122/122_ ख़ुशी है कहीं ग़म नज़र है है ज़िंदा तभी तो असर है//1 मुरादें सभी दिल लिए हैं सुने जो वही बेख़बर है//2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Aug 2021 · 1 min read $ग़ज़ल #ग़ज़ल लड़ना नहीं रहो मिलके प्यार से यहाँ ये ज़िन्दग़ी हँसे दिल शृंगार से यहाँ//1 ज़न्नत यहीं है दोजख़ के द्वार भी यहीं समझो इन्हें ख़ुशी ग़म के सार से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 278 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Jul 2021 · 1 min read $दोहे एवं चौपाइयाँ #दोहा सुप्त-शक्तियाँ जागती, मिले प्रेरणा नेक। पवनपुत्र में ओज था, जामवंत की टेक।। कठिन स्वयं को यहाँ समझना। दुख का कारण हृदय भटकना।। नीर नयन का हाथ तुम्हारे। बनो स्वयं... Hindi · कविता 2 2 462 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Jul 2021 · 1 min read $ग़ज़ल बहरे मुजतस मुसमन मख़बून महज़ूफ मुफ़ाइलुन फ़इलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन -1212/1122/1212/22 मिला लिया जिससे दिल मिले रहे हरपल लिए मुहब्बत दिल में खिले रहे हरपल//1 असर कभी कम देखा नहीं मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 459 Share Previous Page 8 Next