अरविन्द राजपूत 'कल्प' Language: Hindi 252 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next अरविन्द राजपूत 'कल्प' 14 Sep 2018 · 1 min read देवी गीत :- माँ मुझे वरदान दे.... दोहा-आज माँ का जगराता, रखना मेरी लाज। छुट्टन हरि गुणगान करें, कण्ठ विराजो आज।। ----------------------------------------------------- माँ मुझे वरदान दे माँ, माँ मुझे वरदान दे माँ। जय हो अम्बे दुर्गा काली,... Hindi · गीत 421 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 11 Sep 2018 · 3 min read व्यंग्य:- कलाकारों के भीष्म पितामह कलाकारों के भीष्म पितामह के नाम से नवाजे जाने का जो सुख उन्हें प्राप्त होता था वह सुख शायद स्वर्ग आधिपत्य से भी प्राप्त न होता हो। क्षेत्र में कलात्मक... Hindi · लेख 459 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 9 Sep 2018 · 1 min read तेरे कदमों की आहट से दिलों के तार बजते हैं बह्र:-हज़ज मुसम्मन सालिम अरकान:- मुफ़ाईलुनx4 तेरे कदमों की आहट से दिलों के तार बजते हैं। बजे पाज़ेब जब तेरी दिलों में साज़ सजते हैं।। जो आहट हो लगे मुझको कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 6 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल:- तुम ख्यालों में हो बह्र-ए-मुतदारिक मुसम्मन सालिम अरकान- फ़ा-इ-लुनx4 गम के बादल को सब झेलता मैं रहा। तेरी यादों से बस खेलता मैं रहा।। वो ख़फा है नही मानता दिल यही। फिर वज़ह क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 403 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 8 Aug 2018 · 1 min read ??? *विद्यालय प्रार्थना*??? विद्यालय प्रार्थना :- विद्यालय की पावन भूमि का, करते हम सम्मान हैं। विद्यालय है मेरा मंदिर, शिक्षक मेरे महान हैं।। माँ वरदानी हम अज्ञानी, हमको शरण मे लेलो माँ। दिव्य... Hindi · गीत 605 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Aug 2018 · 1 min read मेरे यार तेरा बहुत शुक्रिया है मेरे यार तेरा बहुत शुक्रिया है।। मेरा हर कदम साथ तूने दिया है। सगा है न तूं ख़ून का कोई रिश्ता। फ़रिश्ता है तूने ए जीवन दिया है।। मेरे यार... Hindi · गीत 456 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 3 Aug 2018 · 1 min read मत कर ग़ुरूर प्यारे ..... वहृ:- अरकान:- मस़तफ़इलुन फ़ऊलुन x2 2212 122 2212 122 मत फ़िक्र कर ए सजनी साजन तुझे मिलेगा। गर चोंच दी है रब़ ने भोजन तुझे मिलेगा।। अब आब़रू तेरी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 3 Aug 2018 · 1 min read मेरा प्रेम ऐसा है वहर:- मुतकारीब मुसम्म़न सालिम़ अरकान:- फ़ऊलुन मेरा प्रेम ऐसा है जीवन में तुमको। हो रुसवा कभी ऐसा मौका न दूँगा।। करूँगा सदा तेरी दिल में ही पूजा। सदा खुश रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 347 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 27 Jul 2018 · 1 min read दादा जी के दीवाने हम.... दादा जी के दीवाने हम, दादा नगरी जाएंगे। दादा की पावन धूनी में, अपना भरम जलाएंगे। सोना चाँदी बना राख अब भस्म विभूति पाएंगे। दादा के दीवाने हैं हम..... नागा... Hindi · गीत 1 733 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 25 Jul 2018 · 1 min read वो रिमझिम सी बारिश ऐ बारिश का मौसम लगे मुझको अपना। वो रिमझिम सी बारिश हो बाहों में सजना।। मिलन हो गगन और धरा का ख़ुशी से। हो बादल गर्जना या बिजली चमकना।। वो... Hindi · गीत 547 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Jul 2018 · 1 min read ख्वाब हमने तेरे सजाए हैं ख्वाब़ हमने तेरे सजाए हैं। दिल में उम्मीद हम बसाए हैं।। प्यार तेरा न जीत पाये हम। हार के दिल तुझे जिताए हैं।। साथ गुज़रे हैं जो सुहाने पल। याद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Jul 2018 · 1 min read सरस्वती वंदना- वीणापाणी माँ वरदानी.... "सनाई छंद" वीणापाणी माँ वरदानी, दे सुर ताल का ज्ञान मुझे। आन बिराजो कंठ शारदे, दे दो सुरीली तान मुझे।। मन मंदिर में वास करो मां , मम तन निर्मल... Hindi · गीत 294 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Jul 2018 · 1 min read लिखना ज़रूरी है... वह्र:- हजज मुसम्मन सालिम अरकान-मुफाईलातुनx4 बनाया है हमे क़ाबिल तो कुछ करना ज़रूरी है। बदलना जो पड़े जग को हमें लिखना ज़रूरी है। बदलना जो पड़े जग को... फ़लक़ के... Hindi · गीत 277 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 23 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल:- वो दीवानी हुई मेरी.. 1222/1222/1222/1222 वो दीवानी हुई मेरी मेरा ही नाम रटती है। ए दुनिया चाहती उसको मगर वो मुझ पे मरती है।। उसे जिसने भी देखा हो गया पागल या आवारा। है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Jul 2018 · 1 min read व्यंग:- चम्मच तेरी लीला अपरंपार है.... चम्मच तेरी लीला अपरंपार है अपने आकाओं का तुमसे होता अब उद्धार है।। चम्मच तेरी लीला अपरंपार है… जिसके पास हो चमचों की जितनी भी भरमार है उसकी कदर बढ़े... Hindi · कविता 1 1 936 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 20 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल:-लिखे जो गीत हैं मैंने वह्र:- 1222 1222 1222 1222 लिखे जो गीत हैं मैंने कभी तुम गुन गुनाओगे। रहूँगा याद बनकर मैं मुझे तुम दिल में पाओगे।। न समझो आज तुम मुझको नही कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 477 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 16 Jul 2018 · 1 min read आइए मिलकर करें हम राष्ट्र की आराधना आइए मिलकर करें हम राष्ट्र की आराधना। हम निभाए फर्ज़ अपना बस यही हो साधना।। मिल सकें जो सब गले परमार्थ में जीवन ढले। हम जहां को जीत लेंगे है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 270 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 16 Jul 2018 · 1 min read आइये आग़ोश में अब वह्र :- 2122 2122 2122 212 अपने दिल की बात को अब यूँ दफ़न मत कीजिए। जो लवों से कह न पाओ बस इशारा दीजिए।। आइये आग़ोश में अब तोड़कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 13 Jul 2018 · 1 min read लोकगीत- मोरो ब्याह करा दे मैया मोरो ब्याह करा दे मैया , मैं तो राधा संगे रेहों, राधा संगे रेहों मैया, बिन राधा मैं मर जेंहों। मैया मोरो करा दे... ने मैं माखन खेहों मैय्या, ने... Hindi · गीत 250 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 13 Jul 2018 · 1 min read तू गुलसिता वो बागबांँ तेरा.. ये ज़मीं और ये मकाँ तेरा। भूल तेरी न कुछ यहाँ तेरा।। कर सके जो भला किसी का तू। चार दिन का है ये *समाँ* तेरा।। बंद कर दे ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 13 Jul 2018 · 1 min read है कर्मवीर वो है कर्मवीर वो जो खुद भाग्य लिख दिया करें। है धर्मवीर वो जो परहित मे जाँ दिया करें।। बेकार है वो जीवन जो अपने में लगा रहे। जीवन वही सुखी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 569 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 8 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल क्या चीज़ होती है ग़ज़ल क्या चीज़ होती है इसे मै ना समझ पाया। ये होता काफ़िया क्या है बह्र कितना समझ पाया।। न मतला ही समझ आया न मकता जानता हूँ मैं। ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 474 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 30 Jun 2018 · 1 min read हम जनमदिन को कुछ यूँ मनाने लगे हम जनमदिन को कुछ यूँ मनाने लगे। एक पौधा खुशी पर लगाने लगे।। मिल के खुशियां मनाते सभी जन यहां। गीत पर्यावरण के ही गाने लगे।। जो भी हमको मिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 29 Jun 2018 · 1 min read याद आने लगे आज फिर तुम हमें याद आने लगे। गीत फिर हम तुम्हारे ही गाने लगे।। तुमने वादा किया था मिलेंगे कभी। बस इसी आस में दिन बिताने लगे।। जो मिलोगे कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 28 Jun 2018 · 1 min read लोकगीत:- मैं तो एक पेड़ लगें हों.... मैं तो पेड़ लगें हों माई, मोहे कल्पतरु भिजवा दे। कल्पतरु भिजवा दे, मोसे एक पेड़ लगवा दे। एक पेड़ लगवा दे, मोहे कल्पतरु भिजवा दे। मैं तो.... हाँ मैं... Hindi · गीत 231 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 25 Jun 2018 · 1 min read चलाते पीठ पर उनको तो खंजर हमने देखा है बदलता वक़्त रहता है ये तेवर हमने देखे हैं। नदी नालों न उफनाओ समंदर हमने देखे हैं।। हुए कितने ज़माने में चले जो जीतने दुनिया । गये हैं हाथ खाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 417 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 25 Jun 2018 · 1 min read आज वो क्या मिले हम चहकने लगे। ग़ज़ल- वज्न:- 212 212 212 212 आज वो क्या मिले हम चहकने लगे। जो नज़र मिल गई हम बहकने लगे।। तुमने हमको गले से लगाया कभी। इत्र की तरहा जबसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Jun 2018 · 1 min read खनकती चूड़ियों से हमने तो सरगम चुराए हैं बह्र-हज़ज मुसम्मन सालिम वज़्न - 1222 1222 1222 1222 ग़ज़ल खनकती चूड़ियों से हमने तो सरगम चुराए हैं। मुहब्बत के शजर सहरा में भी हमने उगाए हैं।। वो होगें और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 490 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 23 Jun 2018 · 1 min read सुंदर तेरी मूरत है तन से सुंदर मन से सुंदर सुंदर तेरी मूरत है। चंचल चितवन मस्त अदायें अनुपम तेरी सूरत है।। नैन नशीले ओंठ रसीले बदन सजीला गदराए। रूपबती फीकी लगती उर्वशी रंभा... Hindi · गीत 327 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 22 Jun 2018 · 1 min read लोक कविता- संगी-साथी मजा लेत हैं संगी-साथी मजा लेत हैं, बूढ़ो मुंडा मोहे केत हैं। कभी झुरियां चाँद बता के, मेरो हर कुई मजा लेत हैं।। छोटो होतो माँ है चिल्लातो, इते उते की मैं उरझातो।... Hindi · कविता 511 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 22 Jun 2018 · 1 min read बना ले एक ही मनवा मनवा से हारे हार है, मन के जीतन जीत। मन से मत बूढ़े बनो, करते रहिए प्रीत।। करते रहिए प्रीत जवानी बनी रहेगी। आज नही तो कल, सुहानी घड़ी मिलेगी।।... Hindi · कुण्डलिया 354 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 22 Jun 2018 · 1 min read मुक्तक - हूर-ए-ज़न्नत भी तेरे नूर पे बेनूर हो जाए हूर-ए-ज़न्नत भी तेरे नूर पे बेनूर हो जाए। रब भी तरास कर तुझे देखते मग़रूर हो जाए।। कारीगिरी से रब ने ऐ खूबसूरत रूप बख्शा है। आइना देखते ही तुमको... Hindi · मुक्तक 307 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Jun 2018 · 1 min read धोखा दे गए काका काकी काका काकी कहत गए, दीखत रहियो बाट। जो हम घर नै लोट सके, उल्टा दैओ खाट।। उल्टा दैओ खाट, बाँट लइओ आधा-आधा। लड़ने भिड़ने न करिओ, कर लइओ हमसे वादा।।... Hindi · कुण्डलिया 259 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Jun 2018 · 1 min read कलियुगी मोबाइल जबसे आया हाथों में, कलयुगी मोबाइल। जो देखो वह बन बैठा, आज गुरू घंटाल।। आज गुरू घंटाल, बना जब राजाबाबू। इधर-उधर की फेंकते, न रख पाते दिल पे काबू।। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 255 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 20 Jun 2018 · 1 min read नही चाहता पुनर्जन्म अब, नही चाहता पुनर्जन्म अब, न फिर मानव तन पाऊँ। ऐसी योनि देना भगवन, परहित धरम निभा पाऊँ।। भाई-भतीजा मेरा-तेरा, करते-करते थक गया हूँ। दंभ-झूठ पाखंड के पथ पर, चलते-चलते थक... Hindi · कविता 647 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 15 Jun 2018 · 1 min read मत माँ के आंचल को बांटो पहले बांट दिया धर्मों में, अब बांटा है जाति में मानवता का खून किया, लात मार दी थाती में काबा और कैलाश बटा धरती और आकाश बटा सरहद बांटी देशों... Hindi · कविता 1 1 582 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 11 Jun 2018 · 1 min read जब से धन रंगीन हुआ है जब से धन रंगीन हुआ है, अपना मन गमगीन हुआ है। छोड़ा रकम ने साथ हमारा बैंकों के आधीन हुआ है।। सफेदपोशों का काला धन चलन में अब रंगीन हुआ... Hindi · कविता 306 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Jun 2018 · 2 min read पर्यावरण की रक्षार्थ वृक्ष लगाएं निस्वार्थ एक अनंत असीम अपार ब्रह्मांड अपरिमित तारामंडल के कोटि कोटि सूर्य और प्रत्येक सूर्य के अपनी अपनी ग्रह उपग्रह रूपी धर्तियाँ । समस्त अखिल ब्रह्मांड में श्रेष्ठ है हमारी वसुधा।... Hindi · लेख 353 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 31 May 2018 · 1 min read करबटें बदलूँ मैं हरदम क्या हुआ होगा उसे कोई पता मिलता नही। दिल मेरा घबराता क्यों है कुछ समझ आता नही।। नींद अब आती नही है ख्वाब बेगाने हुये। करबटें बदलूँ मैं हरदम ख़्याल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 585 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 30 May 2018 · 1 min read तेरे ही प्रोफाइल पर इस कदर नज़रें टिकी हैं तेरे ही प्रोफाल पर। छा गया चेहरा तेरा मेरे हर एक वॉल पर।। बजती जब घण्टी कभी बस ख़्याल तेरा ही रहे। ढूंढता मैसेज फिरूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 362 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 29 May 2018 · 1 min read अब ज़िद यही है मेरी - आरक्षण साफ़ करना मेहनत करूँ मैं दिल से, फिर भी मिले न अपना। कुछ लोग भी हैं ऐसे, जो छीने मेरा सपना।। पढ़ पढ़ हुआ पढ़ा मैं, हरदम रहा हूँ अब्बल। पढ़ना न... Hindi · कविता 586 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 May 2018 · 1 min read तेरी बंदगी में मुझको अल्लाह नजर आया जानम मैं जब से तेरे अनजाने शह्र आया। दीदार ए रब तेरी ही उल्फत में नज़्र आया। देखा है जब से तुमको चाहा तुम्हें तभी से। गुजरा तेरी गली से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Apr 2018 · 1 min read मेरे पिता मेरा भगवान मेंरे पापा मेरे आका, मेरे भगवान भी तुम हो। तुम्ही से आन मेरी है, मेरी पहचान भी तुम हो ।। तुम्ही से चल रही साँसे मेरे परिवार की पापा। तुम्हीं... Hindi · गीत 570 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 10 Oct 2017 · 2 min read कल्पतरु चालीसा स्वामी विद्यानंद जी, नरहरि केशवानंद। साईंधाम की पुण्यधरा पर, चहु ओर आनंद।। कल्पतरु अभियान है, कदम्ब का अवतार। जड़बुद्धि'कल्प' बखान करे,जीव-जगत का सार।। अँगना तुलसी पौध लगावे।सकल सिद्धि सुख संपत्ति... Hindi · कविता 1k Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 27 Sep 2017 · 1 min read कल्पतरु की मुस्कान हो कितने सहज कितने सरल तुम, मृदुभाषा की खान हो। हर कोई गर्व करे तुम पर तुम, साईं धाम की शान हो।। सबसे हिल मिल कर रहते तुम, सबका साथ निभाते... Hindi · गीत 410 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Sep 2017 · 1 min read धरती अम्बर एक हुए नैन मिले जब नैनों से, चार नयन जब एक हुए। मिली नज़र जब नज़रों से, सजल नयन जब एक हुए।। स्वपन मिले स्वपनो से ऐंसे, स्वप्न हकीकत एक हुए। मिले... Hindi · गीत 616 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 14 Sep 2017 · 1 min read अनमोल कथन "समस्या और उसका समाधान हम स्वम् हैं, अपेक्षा निरर्थक है।" -अरविंद राजपूत "कल्प" "बदलना प्रकृति का सिद्धांत है, मगर सिद्धांत न बदल पाएं ऐसी हमारी प्रकृति हो।' - अरविंद राजपूत... Hindi · कविता 407 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 14 Sep 2017 · 1 min read भारत भाषा हिंदी दुनिया में लाखों भाषाएँ, मेरी भाषा हिंदी। अलंकारों से सजी हुई है, भारत भाषा हिंदी।। दसों रसों का सार है जिसमें,रसमयि भाषा हिंदी। छंदों से गरिमा है जिसकी,छंदावाली है हिंदी।।... Hindi · कविता 836 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 9 Sep 2017 · 1 min read शैर छूकर लवों को यूँ मदहोश कर दिया। छाया खुमार ऐसा हम न हम रहे।।।। काश हमारे गीतों को, गर शब्द आपके मिल जाएं । महक उठेगा जीवन उपवन,सुर-साज आपके मिल... Hindi · मुक्तक 735 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Sep 2017 · 1 min read शिक्षा देना ध्येय हमारा नहीं मान-सम्मान चाहता, शिक्षित हो हर वर्ग हमारा। अभावों के पथ पर चलकर, शिक्षा देना ध्येय हमारा।। दीप समान जलाया खुद को, अंधियारों में परिजन पाए। ज्योति जला शिक्षा की... Hindi · कविता 1 2 500 Share Previous Page 5 Next