Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2017 · 1 min read

धरती अम्बर एक हुए

नैन मिले जब नैनों से, चार नयन जब एक हुए।

मिली नज़र जब नज़रों से, सजल नयन जब एक हुए।।

स्वपन मिले स्वपनो से ऐंसे, स्वप्न हकीकत एक हुए।

मिले क़दम कदमों से ऐंसे, बन जीवनसाथी एक हुए।।

पल पल तरसे नयना बरसे, यादगार पल एक हुए।

मिले दिलों से दिल जब ऐंसे,वाग-वाग दिल एक हुए।।

नीर दुग्ध से मिल गया ऐंसे,सरिता सागर एक हुए।

मिला ‘कल्प’ कलि से ऐंसे, ज्यों धरती अंबर एक हुए।।

Language: Hindi
Tag: गीत
590 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी...
ज़िंदगी...
Srishty Bansal
मेरे राम
मेरे राम
Prakash Chandra
*सभी के साथ सामंजस्य, बैठाना जरूरी है (हिंदी गजल)*
*सभी के साथ सामंजस्य, बैठाना जरूरी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जिन्दगी में फैसले अपने दिमाग़ से लेने चाहिए न कि दूसरों से पू
जिन्दगी में फैसले अपने दिमाग़ से लेने चाहिए न कि दूसरों से पू
अभिनव अदम्य
ईर्ष्या
ईर्ष्या
Sûrëkhâ Rãthí
चुनावी घोषणा पत्र
चुनावी घोषणा पत्र
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हाँ, मैं तुमसे ----------- मगर ---------
हाँ, मैं तुमसे ----------- मगर ---------
gurudeenverma198
चिड़िया की बस्ती
चिड़िया की बस्ती
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें
अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
निःशुल्क
निःशुल्क
Dr. Kishan tandon kranti
रो रो कर बोला एक पेड़
रो रो कर बोला एक पेड़
Buddha Prakash
लिख दूं
लिख दूं
Vivek saswat Shukla
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
Mohan Pandey
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
पूर्वार्थ
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
Dushyant Kumar
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
Sahil Ahmad
चाय पार्टी
चाय पार्टी
Mukesh Kumar Sonkar
जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
सुबह की एक कप चाय,
सुबह की एक कप चाय,
Neerja Sharma
*हीरे को परखना है,*
*हीरे को परखना है,*
नेताम आर सी
संघर्षों की एक कथाः लोककवि रामचरन गुप्त +इंजीनियर अशोक कुमार गुप्त [ पुत्र ]
संघर्षों की एक कथाः लोककवि रामचरन गुप्त +इंजीनियर अशोक कुमार गुप्त [ पुत्र ]
कवि रमेशराज
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
💐💐मेरी इश्क़ की गल टॉपर निकली💐💐
💐💐मेरी इश्क़ की गल टॉपर निकली💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वक्त से लड़कर अपनी तकदीर संवार रहा हूँ।
वक्त से लड़कर अपनी तकदीर संवार रहा हूँ।
सिद्धार्थ गोरखपुरी
■ ढीठ कहीं के ..
■ ढीठ कहीं के ..
*Author प्रणय प्रभात*
सुहासिनी की शादी
सुहासिनी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
Though of the day 😇
Though of the day 😇
ASHISH KUMAR SINGH
If you have  praising people around you it means you are lac
If you have praising people around you it means you are lac
Ankita Patel
Loading...