शेखर सिंह 422 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शेखर सिंह 3 Aug 2024 · 1 min read "कुछ दबी हुई ख़्वाहिशें है, कुछ मंद मुस्कुराहटें है, "कुछ दबी हुई ख़्वाहिशें है, कुछ मंद मुस्कुराहटें है, कुछ खोए हुए सपने है, कुछ अनसुनी आहटें है...! "कुछ दर्द भरे लम्हे है, कुछ सुकून भरे लम्हात हैं, कुछ थमें... Quote Writer 1 101 Share शेखर सिंह 3 Aug 2024 · 1 min read मैं खुश होना भूल गया मैं खुश होना भूल गया फूलों से खुशबु लेना भूल गया गलियों मे बेवजह फिरना भूल गया दोस्तों के साथ हँसना भूल गया भाई बहनो से बात करना भूल गया... Quote Writer 1 134 Share शेखर सिंह 10 Jun 2024 · 1 min read अपने किरदार से चमकता है इंसान, अपने किरदार से चमकता है इंसान, चरित्र को पवित्र करने का इंत्र नहीं आता साहब Quote Writer 159 Share शेखर सिंह 9 Jun 2024 · 1 min read हिन्दू -हिन्दू सब कहें, हिन्दू -हिन्दू सब कहें, जाति न छोड़े कोय। जबतक जाति न जाएगी, तब तक हिन्दू - हिन्दू न होय। शेखर की कलम से. Quote Writer 1 120 Share शेखर सिंह 9 Jun 2024 · 3 min read जामुन जामुन:-आश्चर्य की बात तो है कि किसी फल के वजह से किसी देश का नामकरण किया गया ! ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ भारत को जम्बू द्वीप के नाम से भी जाना जाता है... Hindi 143 Share शेखर सिंह 9 Jun 2024 · 1 min read उम्मीद न जाने शेर में किस दर्द का हवाला था कि जो भी लफ़्ज़ था वो दिल दुखाने वाला था. आशा की थी कि दरिया पार कर जायेंगे साथ मे लेकिन... Hindi 1 92 Share शेखर सिंह 24 May 2024 · 1 min read पेड़ पौधे से लगाव तू खयाल रखा कर अपना मुझे खुद से भी ज्यादा परवाह है तेरी मुझे नहीं पता तू कितनी मोहब्बत करती हैं मुझसे पर तू आखरी मोहब्बत है मेरी...!!🥰 #naturallover -शेखर... Hindi 141 Share शेखर सिंह 24 May 2024 · 1 min read बढ़ती तपीस और ज़ब ज़ब प्रकृति को छति हुई है इस सृस्टि ने अपने प्रकोप की प्रदर्शनी की है इंसानों की मासूमियत देखिए पौधे न लगाकर AC इन्ही इंसानों महंगी की है... Hindi 1 100 Share शेखर सिंह 14 May 2024 · 1 min read झुकता आसमां ** झुकता आसमां ** न जाने किन उम्मीदों से मिल जाता हूं , बस जिंदगी यूं ही मैं जी जाता हूं । पल पल बदलती ज़िन्दगी के, हर दौर से... Poetry Writing Challenge-3 118 Share शेखर सिंह 14 May 2024 · 1 min read परत ★●★परत★●★ कभी आ जाना तुम फिर से मेरे जीवन में बीती यादों की दीवारों पर काई की फ़सल बन खरपतवार से उग आना तुम मेरे मन की बंजर भूमि पर... Poetry Writing Challenge-3 96 Share शेखर सिंह 12 May 2024 · 1 min read मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेटा हूँ मैं पठान का बच्चा हूँ, यह सुनते सुनते बेचारा बाप मर गया कि आज तक... Quote Writer 103 Share शेखर सिंह 12 May 2024 · 1 min read भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए भारी पहाड़ सा बोझ कुछ हल्का हो जाए जब जब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आए ये सभी वृद्धआश्रम आज लगभग रिक्त हो जाए किसी औलाद की माँ बेघर... Quote Writer 1 145 Share शेखर सिंह 11 May 2024 · 1 min read किसने क्या खूबसूरत लिखा है किसने क्या खूबसूरत लिखा है के पुरुष ने ज़ब ज़ब अपनी पत्नी से प्रेम किया तब तब इस कमबख्त जमाने जोरू गुलाम कहा Quote Writer 136 Share शेखर सिंह 11 May 2024 · 1 min read किसने क्या खूबसूरत लिखा है किसने क्या खूबसूरत लिखा है के पुरुष ने ज़ब ज़ब अपनी पत्नी से प्रेम किया इस कमबख्त जमाने तब तब जोरू गुलाम कहा Quote Writer 187 Share शेखर सिंह 11 May 2024 · 1 min read फिल्म तो सती-प्रथा, फिल्म तो सती-प्रथा, दासी-प्रथा, जाति-प्रथा एवं छुआ-छूत पर भी बननी चाहिए! और सिनेमाघरों में फ्री दिखाना चाहिए! -शेखर सिंह Quote Writer 109 Share शेखर सिंह 10 May 2024 · 1 min read गलत लोग, गलत परिस्थितियां,और गलत अनुभव होना भी ज़रूरी है गलत लोग, गलत परिस्थितियां,और गलत अनुभव होना भी ज़रूरी है तभी तो पता चलता हमारे लिए सही क्या है -शेखर सिंह Quote Writer 325 Share शेखर सिंह 10 May 2024 · 1 min read -शेखर सिंह -शेखर सिंह Quote Writer 135 Share शेखर सिंह 10 May 2024 · 0 min read ........... ........... Quote Writer 97 Share शेखर सिंह 10 May 2024 · 1 min read चैन से रहने का हमें चैन से रहने का हमें यूंँ मशवरा ना दीजिए जनाब क्योंकि अब मज़ा देने लगी हैं वो ज़िन्दगी की मुश्क़िलें -शेखर सिंह Quote Writer 113 Share शेखर सिंह 9 May 2024 · 1 min read देखिए प्रेम रह जाता है देखिए प्रेम रह जाता है और लोग चले जाते है -शेखर सिंह Quote Writer 97 Share शेखर सिंह 9 May 2024 · 1 min read काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूं Quote Writer 151 Share शेखर सिंह 9 May 2024 · 1 min read भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है दूसरे नम्बर पर राजनीति का उद्योग है तीसरे पर दलाली है और सब के सब टैक्स फ्री हैं Quote Writer 124 Share शेखर सिंह 9 May 2024 · 1 min read आप कभी 15% मनुवादी सोच को समझ ही नहीं पाए आप कभी 15% मनुवादी सोच को समझ ही नहीं पाए वो आपको मंदिर की ओर धकेलतें रहे और वो स्वयं संसद की ओर बढ़ते चले गए असल मे यही मनुवाद... Quote Writer 159 Share शेखर सिंह 9 May 2024 · 1 min read आप क्या समझते है जनाब आप क्या समझते है जनाब बिना मेहनत के तो ठोकर भी नहीं मिलती मंजिल तो बहुत दूर की बात है. Quote Writer 148 Share शेखर सिंह 9 May 2024 · 1 min read दिल से कह देना कभी किसी और की दिल से कह देना कभी किसी और की कमी महसूस न करे एक मैं ही काफी हूँ.. तुम्हें जिन्दगी भर चाहने के लिए -शेखर सिंह Quote Writer 119 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read बेवजह ख़्वाहिशों की इत्तिला मे गुज़र जाएगी, बेवजह ख़्वाहिशों की इत्तिला मे गुज़र जाएगी, लगता है अब जिंदगी गुंजाइशों की इम्तेहान मे गुज़र जाएगी. Quote Writer 95 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया! बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया! यूं रूठकर बैठने से, रिश्तों में दरार आ जाती हैं.! -शेखर सिंह Quote Writer 166 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है. जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है. वो क्या कहते हैं, हाँ "इश्क़" उतना आसान भी नहीं जितना आसान लगता है -शेखर सिंह Quote Writer 127 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है तुम दूर हो कर भी कितने क़रीब लगते है -शेखर सिंह Quote Writer 103 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 0 min read ............ ............ Quote Writer 174 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 0 min read .............. .............. Quote Writer 132 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 0 min read ........... ........... Quote Writer 117 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read -शेखर सिंह -शेखर सिंह Quote Writer 133 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read - शेखर सिंह - शेखर सिंह Quote Writer 99 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read अब तो इस राह से,वो शख़्स गुज़रता भी नहीं अब तो इस राह से,वो शख़्स गुज़रता भी नहीं अब किस उम्मीद पर इस दरवाज़े से झाँके कोई !! - शेखर सिंह Quote Writer 108 Share शेखर सिंह 6 May 2024 · 1 min read जिस देश मे पवन देवता है जिस देश मे पवन देवता है उस मे ही ऑक्सीजन की कमी चर्म सीमा पर है ऐसे कैसे चलेगा पवन देवता ये सही नहीं हो रहा बाबू भैया Quote Writer 147 Share शेखर सिंह 4 May 2024 · 0 min read ........... ........... Quote Writer 98 Share शेखर सिंह 4 May 2024 · 1 min read -शेखर सिंह -शेखर सिंह Quote Writer 114 Share शेखर सिंह 4 May 2024 · 1 min read ध्यान एकत्र ध्यान एकत्र कीजियेगा Quote Writer 109 Share शेखर सिंह 4 May 2024 · 1 min read एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है पत्नी भक्त है पति अंधभक्त है और पति आज से मै वही करूंगा जो तू कहेगी पर पत्नी आत्मनिर्भर... Quote Writer 171 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read 42 °C 42 °C Quote Writer 264 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read अगर मुझे पढ़ सको तो पढना जरूर अगर मुझे पढ़ सको तो पढना जरूर गर समझ मे आये कुछ मेरे बारे मे तो लिखना जरूर - शेखर सिंह Quote Writer 177 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read हाथों में डिग्री आँखों में निराशा, हाथों में डिग्री आँखों में निराशा, बेरोजगारी के कष्ट को समझे कौन भाषा। -शेखर सिंह Quote Writer 165 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read आज कल पढ़ा लिखा युवा क्यों मौन है, आज कल पढ़ा लिखा युवा क्यों मौन है, इस बेरोजगारी का जिम्मेदार कौन है -शेखर सिंह Quote Writer 101 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई। इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई। बचती नहीं फूटी कौड़ी,खर्च हो जाता है पाई-पाई।। -शेखर सिंह Quote Writer 100 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर, मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर, कहाँ से लाओगे वो शख़्स, जिसे हम बाप कहते हैं..!! ~ शेखर सिंह Quote Writer 104 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read पिता वह व्यक्ति होता है पिता वह व्यक्ति होता है जो अपनी संतान के भले के लिए अपमान के कड़वे से कड़वे घूंट भी पी जाता है. -शेखर सिंह Quote Writer 125 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है पिता,वो बरगद है जिसकी हर डाली परबच्चों का झूला है जो कभी गिरने नहीं देता इतना जकड़ कर अपने पास रखता है -शेखर सिंह Quote Writer 126 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read मां वो जो नौ माह कोख में रखती और पालती है। मां वो जो नौ माह कोख में रखती और पालती है। और पिता वो जो जिन्दगी भर दिमाग़ में रखता है। -शेखर सिंह Quote Writer 107 Share शेखर सिंह 2 May 2024 · 1 min read “जो पानी छान कर पीते हैं, “जो पानी छान कर पीते हैं, वे इंसानों का खून बिना छना पी जाते हैं।’’ ~ हरिशंकर परसाई Quote Writer 292 Share Page 1 Next