सच में कितना प्यारा था, मेरे नानी का घर...
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
हँसते - रोते कट गए , जीवन के सौ साल(कुंडलिया)
राहों में उनके कांटे बिछा दिए
Apne man ki bhawnao ko , shabdo ke madhyam se , kalpanikta k
राम से जी जोड़ दे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-139 शब्द-दांद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है