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6 May 2024 · 1 min read

तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है

तेरा इश्क जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है
तुम दूर हो कर भी कितने क़रीब लगते है
-शेखर सिंह

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