Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2024 · 1 min read

“अर्द्धनारीश्वर”

“अर्द्धनारीश्वर”
माँ की ना में
पिता की ना है
माँ की हॉं में
पिता की हॉं है
चाहे तो इसे उल्टा लो,
खुद बूझो कि
औरों से बूझा लो।

1 Like · 1 Comment · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
राष्ट्रीय गणित दिवस
राष्ट्रीय गणित दिवस
Tushar Jagawat
राह दिखा दो मेरे भगवन
राह दिखा दो मेरे भगवन
Buddha Prakash
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
Sonu sugandh
पहचाना सा एक चेहरा
पहचाना सा एक चेहरा
Aman Sinha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
18- ऐ भारत में रहने वालों
18- ऐ भारत में रहने वालों
Ajay Kumar Vimal
यलग़ार
यलग़ार
Shekhar Chandra Mitra
बनारस के घाटों पर रंग है चढ़ा,
बनारस के घाटों पर रंग है चढ़ा,
Sahil Ahmad
करीब हो तुम मगर
करीब हो तुम मगर
Surinder blackpen
वक्त गर साथ देता
वक्त गर साथ देता
VINOD CHAUHAN
3218.*पूर्णिका*
3218.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
VEDANTA PATEL
*विभाजित जगत-जन! यह सत्य है।*
*विभाजित जगत-जन! यह सत्य है।*
संजय कुमार संजू
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
"निष्ठा"
Dr. Kishan tandon kranti
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
मांँ
मांँ
Neelam Sharma
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
पूर्वार्थ
गैरों सी लगती है दुनिया
गैरों सी लगती है दुनिया
देवराज यादव
🥀✍अज्ञानी की 🥀
🥀✍अज्ञानी की 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तनावमुक्त
तनावमुक्त
Kanchan Khanna
सीता ढूँढे राम को,
सीता ढूँढे राम को,
sushil sarna
(21)
(21) "ऐ सहरा के कैक्टस ! *
Kishore Nigam
न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत(हिंदी गजल/ गीतिका)
न दीखे आँख का आँसू, छिपाती उम्र भर औरत(हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
सावनी श्यामल घटाएं
सावनी श्यामल घटाएं
surenderpal vaidya
किसी भी बात पर अब वो गिला करने नहीं आती
किसी भी बात पर अब वो गिला करने नहीं आती
Johnny Ahmed 'क़ैस'
■ आज की परिभाषा याद कर लें। प्रतियोगी परीक्षा में काम आएगी।
■ आज की परिभाषा याद कर लें। प्रतियोगी परीक्षा में काम आएगी।
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा यार
मेरा यार
rkchaudhary2012
आजावो माँ घर,लौटकर तुम
आजावो माँ घर,लौटकर तुम
gurudeenverma198
Loading...