AJAY PRASAD 469 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next AJAY PRASAD 27 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल वाहीयात बातों से आपको हँसाते हैं आइये कपिल शर्मा का शो दिखातें हैं । फुहड़ता कितना हो गया है फायदेमंद लोग अब बेशरमी से फ़ायदा उठाते हैं । उधार की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 194 Share AJAY PRASAD 23 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल मौत का मज़ा तो चखना पड़ेगा कर्म का फल तो भुगतना पड़ेगा । तोड़ना गर है दुनियाँ के रस्मो को जिगर फौलाद का रखना पड़ेगा । चाहते हैं आप मंजिल... Hindi · कविता 1 255 Share AJAY PRASAD 23 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल मौत का मज़ा तो चखना पड़ेगा कर्म का फल तो भुगतना पड़ेगा । तोड़ना गर है दुनियाँ के रस्मो को जिगर फौलाद का रखना पड़ेगा । चाहते हैं आप मंजिल... Hindi · कविता 2 193 Share AJAY PRASAD 21 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल चांद मुझ पे झल्ला गया छत पे जब मैं भी आ गया । ज़ुल्फें क्या सहेज दी मैनें बादलों को गुस्सा आ गया । शाम मुहँ फुलाकर बैठी है उनसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 193 Share AJAY PRASAD 21 Sep 2020 · 1 min read गज़ल 2122 221 12 दिल लगाने की बात न कर इस जमाने की बात न कर । कौन कब धोखा दे दे यहाँ दोस्ताने की बात न कर मेरी किस्मत में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 318 Share AJAY PRASAD 20 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल रोया रात भर माहताब क्यों भीगा हुआ था गुलाब क्यों । नींद से कोई दुश्मनी तो न थी खफ़ा हो गए मेरे ख्वाब क्यों। सवाल तुम्हारे तिलमिलाते हैं जबरन मांगते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 186 Share AJAY PRASAD 19 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल दिल में रहते थे वो किराए के मकां जैसे भला मुझ को फ़िर समझते अपना कैसे । इल्म ही नहीं क्यों बिक गए मेहबूब मेरे इश्क़ में हुआ इस्तेमाल मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 216 Share AJAY PRASAD 18 Sep 2020 · 1 min read लड़ रहा आदमी 212 212 212 212 खुद से ही आज खुद लड़ रहा आदमी अपनी ही जात से डर रहा आदमी दौड़ते भागते सोते औ जागते सपनो के ढेर पर सड़ रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 281 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल वो मुझको खतरों से आगाह करता है क्या सचमुच इतनी परवाह करता है। लह्ज़ा तो रहता है धमकियों से भरा क्यों मेरी गज़लों पे वाह वाह करता है । मैनें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक 'पूछता है भारत' कब तक करोगे तिज़ारत मुद्दे के नाम पे टुच्चे बहस और सियासत । गले फाड़ कर जो ब्रेकिंग न्यूज़ हो दिखाते क्या ऐसे ही करोगे तुम सच... Hindi · मुक्तक 1 305 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read भाषा भाषा पूरी धरती पर केवल मनुष्य ही एक मात्र प्राणी है जो अपनी जाती,धर्म,भाषा को लेकर काफ़ी सचेत रहता है वर्ना धरती पर बसे पशुओं पक्षियों कीड़े-मकोड़ो जैसे अनगिनत जीवों... Hindi · कविता 1 333 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read जड़ हूँ किसी ने लिखी नहीं कभी कोई कविता न कही कोई गज़ल न तारीफों के पुल बांधे किसी ने मेरी सुन्दरता पे । न मेरे मुरझाने पर कोई दुख जताया गया... Hindi · कविता 1 366 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read जड़ हूँ किसी ने लिखी नहीं कभी कोई कविता न कही कोई गज़ल न तारीफों के पुल बांधे किसी ने मेरी सुन्दरता पे । न मेरे मुरझाने पर कोई दुख जताया गया... Hindi · कविता 1 369 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक गिरे हुए लोग क्या किसी को उठाएंगे वो तो ओछी मानसिकता ही दिखाएंगे। विरासत में मिली हैं जो बिसंगतियां तो कहाँ से अच्छे संस्कार ला पाएंगे। -अजय प्रसाद फना होने... Hindi · कविता 1 250 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक वो जो चीखते थे रील लाईफ में आज क्यों खामोश हैं वाईफ़ पे । -अजय प्रसाद खोखले रंगीनियों में डूबे हुए लोग ज़िंदगी की जंग से ऊबे हुए लोग। बातें... Hindi · कविता 1 487 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read जड़ हूँ किसी ने लिखी नहीं कभी कोई कविता न कही कोई गज़ल न तारीफों के पुल बांधे किसी ने मेरी सुन्दरता पे । न मेरे मुरझाने पर कोई दुख जताया गया... Hindi · कविता 1 243 Share AJAY PRASAD 11 Sep 2020 · 1 min read भाषा भाषा पूरी धरती पर केवल मनुष्य ही एक मात्र प्राणी है जो अपनी जाती,धर्म,भाषा को लेकर काफ़ी सचेत रहता है वर्ना धरती पर बसे पशुओं पक्षियों कीड़े-मकोड़ो जैसे अनगिनत जीवों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 1 260 Share AJAY PRASAD 10 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल किस दौर में जी रहें हैं ये क्या हो रहा है अवाम बेफ़िक्र है और सियासत रो रहा है। मिलकियत जिनकी,हैं मातम वही मनाते और वक्त बहती गंगा में हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 302 Share AJAY PRASAD 6 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल गड़े हुए मुर्दे,यारों उखाड़ रहा हूँ पढ़ कर पुराने खत फाड़ रहा हूँ । कहीं कोई कमी न रहे भुलाने में यादों के चमन को उजाड़ रहा हूँ। हूँ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 203 Share AJAY PRASAD 6 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल चलिए अच्छा है सोशल मीडिया पर लड़ रहे हैं तकनिकी तरिके से हाथ धोकर पीछे पड़ रहे हैं। जुबानी जंग बेहद फायदेमंद साबित हो रही है बिना एक दूसरे को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 240 Share AJAY PRASAD 5 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल 'वो' जिनके नाम से शायरीयाँ सुनाते हो क्या सचमुच तुम इतना प्यार जताते हो। प्यार कभी शब्दों में वयां होता है क्या फ़िर क्योंकर भला खुद पर इतराते हो। तारीफ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 253 Share AJAY PRASAD 3 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल उम्र भर उनको ये शिकायत हम से रही आशिक़ी मेरी बुलंद उन के दम से रही । बेहद शुक्रगुज़ार हूँ मैं उस नजरें करम की जिंदगी मेरी गुलजार उनके सितम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 210 Share AJAY PRASAD 3 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल यारों मैं भी एक फ़ेसबुकिया साहित्यकार हूँ ये और बात मैं लिखता घटिया और बेकार हूँ । रहता हूँ मैं तलाश में दिन-रात मौज़ुआत के रख देता रोज़ उड़ेल पोस्ट... Hindi · कविता 2 261 Share AJAY PRASAD 3 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल बस केवल नाम से ही सरल है हास्य-व्यंग्य का वो काजल है । दिखने में कुछ खास तो नहीं मगर उगलता हमेशा गरल है । वाकिफ़ है अपनी औकात से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 435 Share AJAY PRASAD 3 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल बस केवल नाम से ही सरल है हास्य-व्यंग्य का वो काजल है । दिखने में कुछ खास तो नहीं मगर उगलता हमेशा गरल है । वाकिफ़ है अपनी औकात से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 211 Share AJAY PRASAD 2 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल मुहब्बत की मुश्किलें और कितना बढ़ाएगा तारीफों के लिए चार चांद कहाँ से लगाएगा । अपने पैरों पे तो ठिक से अभी खड़ा हुआ नहीं महबूबा के लिए चांद तारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 180 Share AJAY PRASAD 2 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल खुद ही छपवा कर खुद बेच रहे हैं कर हम सहित्य की देख रेख रहे हैं । फेसबुक,व्हाट्सप ट्वीटर के जरिए महफ़िलौ मुशायरे में हो पेश रहे हैं । एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 452 Share AJAY PRASAD 2 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल चिंता है उन्हें GDP गिर जाने का मिल गया मुद्दा दिल बहलाने का । सत्ता और विपक्ष दोनों हैं गिरे हुए मगर चिंता है बस कुर्सी उठाने का । एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 253 Share AJAY PRASAD 1 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल सदियों से ही अपनी मंजिल की तलाश में हूँ दलितों,पीड़ितों और शोषित के लिबास में हूँ । ज़िक्र मेरी भला कोई करे क्योंकर ग्रंथो में कहाँ नज़रो के ,सूर,तुलसी या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 212 Share AJAY PRASAD 1 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल रिसालों के लिए जो है कायदे कानून तु रख अपने पास नये रचनाकारों को ठुकराने का जूनून तु रख अपने पास। नही चाहिए मुझे तेरी रहमत ऐ खुदा हद से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 249 Share AJAY PRASAD 1 Sep 2020 · 1 min read आज़ाद गज़ल मेरी बात गज़ल मै बंदिशो अल्फाज से नहीं कहता फक़त शायरी के लिहाज़ से नहीं कहता । कोशिश है कि तबीयत मे लाऊँ तबदीली महज निभाने को रिवाज़ से नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 260 Share AJAY PRASAD 31 Aug 2020 · 1 min read आहत है आदमी आदमी से भीख मांगता है जबकी नियत अच्छे से जानता है । ***** मशहूर होने की जो चाहत है हर एक शख्स इससे आहत है । भला हो ये... Hindi · मुक्तक 3 1 319 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read शुक्रिया साहित्य पीडिया के संपादक मंडल और समस्त पाठकों का हार्दिक आभार और धन्यवाद मेरी रचनाएँ पढ़ने और लाइक या प्रतिक्रिया के लिए ????????? बख्शी जो आपने इज्जत,शुक्रिया बस इतनी ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 262 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता मत पूछिए उनके शहर से हम क्या लाये हैं एक दिल था अपना वो भी गवां आए हैं कुछ बेरहम यादें हैं कुछ खामोश फरियादें है और हाँ चंद हसीन... Hindi · कविता 3 1 317 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता रौशनी ने पूछा अंधेरे से हम क्यों इस तरह मिलते हैं तुम मुझमें होते हो समाहित और मैं हो जाती हूँ उत्साहित । तुम्हारे वजूद से ही मैं यहाँ हूँ... Hindi · कविता 3 1 448 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता जलियाँवाला बाग चलिये मान लिया की बेहद क्रूर था जनरल डायर मगर वो गोलियाँ चलाने वाले क्या नहीं थे कायर ? क्या निहत्थे मासूम लोगों को उन्होँने नहीं देखा ?... Hindi · कविता 4 298 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता काश! काश ! कभी कभी मैं सोंचता हूँ आसपास जानवरो को देख कर काश ! मैं भी आदमी न हो कर अगर जानवर होता । तो कितना बेहतर होता ।... Hindi · कविता 3 1 294 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता चैनलों पर चमचे कुत्ते की तरह एक दूसरे पे भौंक रहें हैं और आग में घी बखूबी झौंक रहें हैं । उन्हें फ़िक्र है आज अवाम के जानो माल की... Hindi · कविता 2 278 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता हाँ सही कहा आपने अदिबों की नज़र में 'बेअदब' हूँ मैं । क्योंकि न मैं कहता गज़ल हूँ 'बहर' में ,न लिखता हूँ कोई गीत,नवगीत,कविता,दोहा छ्न्द के दायरे में रहकर... Hindi · कविता 4 1 479 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता चाह नहीं कि मै कोई स्मारक बनूं न किसी के चोट का कारक बनूं । न किसी राहगीर के पैरों का ठोकर न किसी मंदिर की मूर्ति का धारक बनूं... Hindi · कविता 4 1 523 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता कवि कवि होतें हैं मेरे ख्याल से तीन प्रकार के शोषित कुपोषित स्वयंपोषित शोषित कवी होतें हैं बेहद समृद्ध और अमीर क्योंकि सत्ताधारी उनका शोषण कर उन्हें मालमाल करतें हैं... Hindi · कविता 3 1 310 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता ये जो सोने-चाँदी के आभूषण हैं स्त्री मानसिकता के प्रदूषण हैं । सिर से पांव तक जो पहने हैं मतलब भयंकर पीड़ा सहने हैं। पुरूषों की है एक गहरी चाल... Hindi · कविता 2 3 507 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता कुछ लिखने से पहले सोंच लेना पढ़ने वाले तुम्हें अपने दायरे में रख कर पढ़ेंगे, वो खुद से ही अर्थ निकालेंगे क्योंकि छपने के बाद रचना, तुम्हारे होठों से निकले... Hindi · कविता 4 1 452 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता मरती हैं कुछ अच्छी कविताएँ, कहानियाँ शेर,गजलें और मुक्तक भी । उपन्यास,आलेख के साथ हर सहित्यिक विधा । बस तरीका बेहद अलग है । कोई रूदन नहीं होता । न... Hindi · कविता 4 1 509 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता कविता कविता पेट नहीं भरती है मगर हाँ, भूख ज़रूर बढ़ा देती है लिखने वालों का । और ज्यादा लिखने के लिए और ज्यादा छपने के लिए और ज्यादा पढ़े... Hindi · कविता 4 1 351 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता प्यार रिश्तों में आने लगती है दरार,और उबाऊ हो जाता है मनुहार , जबरन थोपा जाता है जब प्यार -अजय प्रसाद Hindi · कविता 4 1 275 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 2 min read कविता आत्मनिर्भरता *** अच्छा है, बच्चे काम पर जा रहे हैं अपना भविष्य खुद बना रहे हैं । कुछ सड़क किनारे बने ढाबों पर जुठे बर्तन मांज कर, कुछ कचरे चुन... Hindi · कविता 3 1 498 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता किसी ने लिखी नहीं कभी कोई कविता न कहा कोई गज़ल न तारीफों के पुल बांधे किसी ने मेरी सुन्दरता पे । न मेरे मुरझाने पर कोई दुख जताया गया... Hindi · कविता 2 1 277 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता हम आज़ाद हैं हर साल 15अगस्त के दिन को यादगार बनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए जलेबियाँ खाने के लिए बधाइयाँ और शुभकामनाएं एक दूसरे को देने के... Hindi · कविता 3 4 300 Share AJAY PRASAD 30 Aug 2020 · 1 min read कविता कोई पढ़े या न पढ़े किसी को पसंद हो या न हो मेरी रचना कोई तारीफ़ करे या तनकीद ही करे। लाइक्स या कमेंट्स की मैं उम्मीद नहीं करता क्योंकि... Hindi · कविता 3 1 229 Share Previous Page 5 Next