उसके नाम के 4 हर्फ़ मेरे नाम में भी आती है
Madhuyanka Raj
बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा
Neelam Sharma
इंतज़ार एक दस्तक की।
Manisha Manjari
लेखनी के शब्द मेरे बनोगी न
Anant Yadav
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
Manisha Manjari
अच्छा होगा
Madhuyanka Raj
हमारा चांद आया है
अनिल कुमार निश्छल
बेवफ़ा इश्क़
Madhuyanka Raj
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं।
Manisha Manjari
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
Madhuyanka Raj
अधूरा प्रेम
Mangilal 713
लिबासों की तरह, मुझे रिश्ते बदलने का शौक़ नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अनन्तता में यादों की हम बिखर गए हैं।
Manisha Manjari
कोई और नहीं
Anant Yadav
ग़ज़ल
अनिल कुमार निश्छल
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
मसान।
Manisha Manjari
एक तरफ़ा मोहब्बत
Madhuyanka Raj
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये खामोशियाँ मुझको भाने लगीं हैं।
Manisha Manjari
तिरे रूह को पाने की तश्नगी नहीं है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निःशब्दिता की नदी
Manisha Manjari
वो लिखती है मुझ पर शेरों- शायरियाँ
Madhuyanka Raj
बोलो हां कर दोगी ना
Anant Yadav
प्रेरणा गीत
अनिल कुमार निश्छल
Education
Mangilal 713
चला तू चल
अनिल कुमार निश्छल
आम
अनिल कुमार निश्छल
सताता है मुझको मेरा ही साया
Madhuyanka Raj
भरोसे के काजल में नज़र नहीं लगा करते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ
Harminder Kaur
माता पिता भगवान
अनिल कुमार निश्छल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
बढ़ता चल
अनिल कुमार निश्छल
छिपा गई जिंदगी
अनिल कुमार निश्छल
मेहनत करके आगे आए हैं, रुकेंगे थोड़ी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कब रात बीत जाती है
Madhuyanka Raj
मां तुम्हें आता है ,
Manju sagar
कलम ही नहीं हूं मैं
अनिल कुमार निश्छल
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
Madhuyanka Raj
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
टुकड़े-टुकड़े दिन है बीता, धज्जी-धज्जी सी रात मिली
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
अब क्या करे?
Madhuyanka Raj
वो जरूर आएगी
अनिल कुमार निश्छल
ज़रूरी ना समझा
Madhuyanka Raj
तुमने कितनो के दिल को तोड़ा है
Madhuyanka Raj
मिट्टी के दिए जलाएं
अनिल कुमार निश्छल
मिल गया होता
अनिल कुमार निश्छल
आज फिर से
Madhuyanka Raj