Shashi kala vyas Language: Hindi 464 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Shashi kala vyas 21 Apr 2023 · 4 min read *सुख या खुशी* *"सुख या खुशी"* मानव शरीर में सुख दुख दोनों समान रूप से मिलते रहते हैं हम जब खुश होते हैं तो लगता है कि हम सबसे बड़े सुखी जीवन बिता... Hindi 2 2 702 Share Shashi kala vyas 21 Apr 2023 · 1 min read *अक्षय तृतीया* *"अक्षय तृतीया"* अक्षयपात्र, कभी न होता खाली, जीवनदान। ************************* अक्षय जल, है मिट्टी का मटका, दे जलपान। ************************* अक्षय फल, है आम, तरबूज , है रसपान। ************************* अक्षय ज्ञान, है... Hindi · कविता 1 2 350 Share Shashi kala vyas 6 Apr 2023 · 3 min read *अंजनी के लाल* *अंजनी के लाल* मारुति नंदन पवन कुमार सुमिरो बारम्बार। बल बुद्धि देके कष्ट दुःखो का नाश दूर करो क्लेश विकार। हे कपीश्वर ! ज्ञान गुणों का अथाह सागर। तीनों लोकों... Hindi 383 Share Shashi kala vyas 6 Apr 2023 · 2 min read *हनुमान जी* ।।हनुमानजी के पुत्र मकरध्वज की कथा। • पौराणिक कथा के अनुसार रावण के बलशाली पुत्र मेघनाद ने जब हनुमानजी को ब्रह्मास्त्र द्वारा बंदी बना लिया था और रावण के सामने... Hindi 594 Share Shashi kala vyas 5 Apr 2023 · 1 min read *ये उन दिनो की बात है* *यह उन दिनों की बात है* बचपन में जब हम खेलते कूदते मस्ती करते। भाई बहनों संग कभी लड़ते झगड़ते फिर एक हो जाते। पढ़ते लिखते माँ के संग मिलजुलकर... Hindi 1 262 Share Shashi kala vyas 4 Apr 2023 · 3 min read *दुआओं का असर* ।। दुआओं का असर ।। ***ॐ श्री परमात्मने नमः *** ऐसा कहा जाता है कि - माँ सरस्वती कण्ठ में हमेशा विराजमान रहती है और हम जो भी शब्द बोलते... Hindi · कविता 1 1 293 Share Shashi kala vyas 30 Mar 2023 · 1 min read *मौसम बदल गया* मौसम बदल गया शीतल मंद पवन बहे ,पतझड़ का मौसम फिजाएं बदल गई। वो बसंत ऋतु की बहार ,पीली सरसों खिल गई। इंद्रधनुषी सात रंगों में ,सुरभित मनभावन भा गई।... Hindi 307 Share Shashi kala vyas 24 Mar 2023 · 1 min read *मां चंद्रघंटा* *"माँ"* चांदनी रातों में जब स्वप्न लोक की दुनिया में खो जाती हूँ। अंबर में चमकते टिमटिमाते हुए सितारों को गिनती हूँ। उन तारों के साथ चाँद को देखते हुए... Hindi 360 Share Shashi kala vyas 20 Mar 2023 · 2 min read *नन्ही सी गौरीया* *"नन्हीं सी गौरैया"* भोर होने से पहले जग जाती , सांझ ढलने पर सो जाती। सुबह सबेरे उठ ची ची चहकती , कलरव कर हमें संदेश दे जगाती। *वो नन्हीं... Hindi 1 258 Share Shashi kala vyas 7 Mar 2023 · 1 min read *होली* नए उमंग नव उलास से भरे हुए , चलो आज हम निकल गए हैं। होली महोत्सव मनाने के लिए , सखी सहेली संग रंग अबीर गुलाल लिए , हाथो में... Hindi 370 Share Shashi kala vyas 28 Feb 2023 · 6 min read *जीवन जीने की कला* *जीवन जीने की कला* वर्तमान समय में हर पल सबसे महत्वपूर्ण है सबसे महत्वपूर्ण है अपना अस्तित्व...हम कैसे है कैसा बर्ताव सद व्यवहार कर रहे हैं,कितनी सामर्थ्य शक्ति है,कैसा चिंतन... Hindi · लेख 1k Share Shashi kala vyas 13 Feb 2023 · 2 min read *"शबरी"* *"शबरी"* फागुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शबरी जयंती मनाई जाती है।शबरी जयंती के दिन ही शबरी को उसके भक्ति के परिणामस्वरूप मोक्ष प्राप्ति हुई थी। हिन्दू... Hindi 3 3 329 Share Shashi kala vyas 28 Jan 2023 · 1 min read *"नमामि देवी नर्मदे"* नमामि देवी नर्मदे नमामि देवी नर्मदे हर हर कहते तुम्हें नमन। शिव के पसीने से प्रगटी हो करें आत्मचिंतन।नर्मदा जल पवित्र पावन हो जाये जब दर्शन। सुख देने वाली जलधारा... Hindi 384 Share Shashi kala vyas 26 Jan 2023 · 1 min read *"तिरंगा झंडा"* 🇮🇳🇮🇳*"तिरंगा झंडा"* 🇮🇳🇮🇳 लहर लहर उड़ा , तीन रंग का तिरंगा , गणतंत्र दिवस आया , झंडा फहराइये। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 धरती अंबर झूमे , तिरंगा कभी न झुके , वीरों की... Hindi · कविता 2 1 427 Share Shashi kala vyas 15 Jan 2023 · 1 min read *,मकर संक्रांति* *"मकर संक्रांति"* मकर संक्रांति के पावन शुभ बेला में ,गंगा स्नान कर पुण्य कमायें। नव चेतना जागृत हो उमंगों, तरंगों के संग हर्षित हो पर्व मनाये। धनु राशि से मकर... Hindi 2 1 227 Share Shashi kala vyas 8 Jan 2023 · 1 min read पहचान पहचान असली नकली चेहरा सामने आए , मुश्किल काम जब समझ ना पाए। बाहर कुछ अंदर कुछ और दिखे , सीधा सरल स्वभाव जब कठोर व्यवहार बन जाए। मन की... Hindi 1 201 Share Shashi kala vyas 8 Jan 2023 · 1 min read उलझनें उलझनें वक्त बेवक़्त मन उलझनों में उलझा हुआ, इधर उधर कुछ न कुछ तलाशता। कुछ पाने की चाह ,कुछ खोने का गम, कुछ कर दिखाने की दिली तमन्ना ढूंढता। गुजरते... Hindi 151 Share Shashi kala vyas 22 Nov 2022 · 1 min read *तुम साँझ ढले चले आना* *"तुम साँझ ढले चले आना"* सुबह सबेरे सूर्य उदित हो , काम की धुन में हड़बड़ी लिए , खामोश निगाहें पलकें झुकी हुई , इधर उधर हलचल भगदड़ मची हुई... Hindi 4 2 246 Share Shashi kala vyas 30 Oct 2022 · 2 min read *"वो भी क्या दीवाली थी"* *"वो भी क्या दिवाली थी"* बचपन के दिन भी क्या दिन थे , माँ रसोई घर में लजीज व्यंजन पकवान बनाती। भैया ,पापा सब मिलकर छतों दीवारों पर , रंग... Hindi 2 281 Share Shashi kala vyas 20 Oct 2022 · 1 min read *"खुद को तलाशिये"* *खुद को खुद ही में तलाशिये* *अंतरात्मा पुकार रही है।* *झकझोर कर जगा उठाती,* *एक बार दूर से बुलाती है।* *चल कहीं दूर गगन के तले जमीन से ऊपर,* *आसमाँ... Hindi 1 229 Share Shashi kala vyas 4 Oct 2022 · 1 min read *"आदिशक्ति जय माँ जगदम्बे"* *"आदिशक्ति माँ जगदम्बे"* नौ दिन नवरात्रि पर्व माँ की आराधना कर , जप तप साधना श्रद्धा भक्तिमय उम्मीद का ज्योत जलाते। पूरी होती मन की मुरादे पूरन सारे काम होते... Hindi 737 Share Shashi kala vyas 28 Sep 2022 · 3 min read माँ अन्नपूर्णा *"माँ अन्नपूर्णा"* शिवजी रोज सुबह 9 बजे गंगा स्नान करने के लिए जाते ,वहाँ अपनेआराध्य देव श्री राम जी की स्तुति नाम जाप करते थे।उधर पार्वती जी भोजन तैयार कर... Hindi 2 169 Share Shashi kala vyas 22 Sep 2022 · 2 min read *"परिवर्तन नए पड़ाव की ओर"* *"परिवर्तन नए पड़ाव की ओर"* यूँ तो हम एक जगह रहते हुए ऊब जाते हैं कुछ दिन बाद जगह परिवर्तन हो या कहीं इधर उधर घूमने जाए आबो हवा बदल... Hindi 199 Share Shashi kala vyas 16 Sep 2022 · 1 min read *"वो दिन जो हम साथ गुजारे थे"* *"वो दिन जो हम साथ गुजारे थे"* वो दिन भी गुजर गए ये दिन भी गुजर जाएंगे, बीते हुए दिन फिर से कहाँ लौट कर आते हैं। भूले बिसरे यादों... Hindi 3 2 348 Share Shashi kala vyas 11 Aug 2022 · 1 min read *"मैं शरण तिहारे आई हूँ"* "मैं तेरी शरण में आई हूँ" ये जिंदगी सवालों का जवाब मांगती हूँ। जो हकीकत में बयां ना होती। कुछ कमियाँ गिले शिकवे शिकायत , उनको दूर करना चाहती हूँ।... Hindi · कविता 2 1 192 Share Shashi kala vyas 12 Jul 2022 · 6 min read *"चित्रगुप्त की परेशानी"* *"चित्रगुप्त की परेशानी"* "तूने अजब रचा संसार खिलौना माटी का " सृष्टि रचना के निर्माण में उद्देश्य से ,जब भगवान विष्णु जी ने अपनी योगमाया से सृष्टि की कल्पना करी... Hindi 3 595 Share Shashi kala vyas 10 Jul 2022 · 2 min read *"याचना"* *बारिश का पानी* धरती ,आकाश ,सूर्य ,बादलों के बीच में , आज भयंकर युद्ध छिड़ गया , धरती बोली - भीषण गर्मी में आग की तरह से झुलस रही हूँ।... Hindi 4 1 238 Share Shashi kala vyas 6 Jul 2022 · 1 min read *"यूँ ही कुछ भी नही बदलता"* *"यूँ ही कुछ भी"* अचानक *यूँ ही कुछ भी* हासिल नही होता, जीवन लक्ष्य बनाते हुए , जी जान से कड़ी मेहनत से , कुछ खोकर कुछ पाकर , तप... Hindi 7 3 437 Share Shashi kala vyas 19 Jun 2022 · 1 min read *मेरा गुमान मेरा अभिमान हो मेरे आदर्श पापा* *तुम ही मेरा गुमान हो तुम ही मेरा अभिभान हो* पिता कर्म पिता धर्म पिता स्वर्ग , पिता सर्वश्रेष्ठ पूज्य देव तुल्य महान हो। मेरी प्रेरणा आदर्श उच्च विचारों की... Hindi · कविता 2 1 238 Share Shashi kala vyas 8 Jun 2022 · 1 min read *"शिव शम्भू सा कोई ना जग में"* *शिव शंभू* शिव शम्भू सा कोई ना जग में , ओघड़दानी ओ त्रिपुरारी अदभुत रूप निराला। माथे पे त्रिपुंड शीश गंगा विराजे , तन पे भस्मी कमर में मृगछाला। *शिव... Hindi · कविता 198 Share Shashi kala vyas 8 Jun 2022 · 1 min read *शिव शम्भू सा कोई ना जग में* *शिव शंभू* शिव शम्भू सा कोई ना जग में , ओघड़दानी ओ त्रिपुरारी अदभुत रूप निराला। माथे पे त्रिपुंड शीश गंगा विराजे , तन पे भस्मी कमर में मृगछाला। *शिव... Hindi · कविता 175 Share Shashi kala vyas 19 May 2022 · 1 min read *"पिता"* *"पिता"* जीवन का अनमोल तोहफा दिया कड़ी मेहनत करते वो पिता है। गम के अंधेरे में उम्मीद का दामन थाम लिया करते वो पिता है। *वो आदर्श पिता है.....! !... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 9 964 Share Shashi kala vyas 17 May 2022 · 1 min read *"सिंदूर"* *"सिंदूर"* हाथों में मेहंदी सजाई माथे पे लाल बेंदी लगाई। सोलह श्रृंगार हरे मंडप में सदा सुहागन वरदान है पाई। विवाह मंडप में वधू वेदी पे सज धज कर आई।... Hindi · कविता 2 1 167 Share Shashi kala vyas 10 May 2022 · 1 min read *ये कहाँ आ गई हूँ मैं* *"ये कहाँ आ गई मैं* खुद को तलाशते निखारते हुए , न जाने किस पड़ाव पे आ गई हूँ। रुकते थमते ठिठकते हुए से कदमताल , कभी लड़खड़ाए ,डगमगाए फिर... Hindi · कविता 2 183 Share Shashi kala vyas 9 May 2022 · 2 min read *"माँ के बराबर दूजा कोई नहीं है"* *"माँ के बराबर कोई ना दूजा"* दुःख दर्द झेलते हुए इस जग में , चेहरों पे मुस्कान बिखेरे हुए , नैन अश्रु आँचल में छिपाते हुए , मन की बातों... Hindi · कविता 4 3 378 Share Shashi kala vyas 8 May 2022 · 2 min read *माँ के बराबर दूजा कोई नहीं है* *"माँ के बराबर कोई ना दूजा"* दुःख दर्द झेलते हुए इस जग में , चेहरों पे मुस्कान बिखेरे हुए , नैन अश्रु आँचल में छिपाते हुए , मन की बातों... Hindi · कविता 152 Share Shashi kala vyas 26 Apr 2022 · 2 min read *ओ भोलेनाथ जी* "अरदास" *"अरदास"* दे दो सहारा तेरी शरण में आई ओ भोलेनाथ जी। कृपा करो दया करो हमपे ओ भोलेनाथ जी। *ओ भोलेनाथ जी शंभू नाथ जी...! !* मूरत मन मंदिर में... Hindi · कविता 3 1 1k Share Shashi kala vyas 24 Mar 2022 · 2 min read *"दस्तक दे रहा है कोई"* *"दस्तक दे रहा है कोई"* ठहरी हुई रुकी थमती सी जिंदगी , चलता रहा फिर भी वो कारवां , राहों पे मुश्किलों का दौर जो आये उलझनें सुलझती आसान हो... Hindi · कविता 6 2 266 Share Shashi kala vyas 9 Mar 2022 · 4 min read *"सुख या खुशी"* *"सुख या खुशी"* मानव शरीर में सुख दुख दोनों समान रूप से मिलते रहते हैं हम जब खुश होते हैं तो लगता है कि हम सबसे बड़े सुखी जीवन बिता... Hindi · लेख 3 6 267 Share Shashi kala vyas 9 Feb 2022 · 2 min read *"जबसे तुमने कुछ कहा है"* *"जब से तुमने कहा है"* नजरों से नजरें मिल गई जबसे तुम्हें देखा है, नैनों में ख्वाब सजाए हुए प्रीत की डोरी में बांधे रखा है। अंतर्मन में बसे हुए... Hindi · कविता 3 2 264 Share Shashi kala vyas 9 Feb 2022 · 1 min read *"लाल टमाटर"* *"लाल टमाटर"* आओ बच्चों देखो कितना प्यारा सा , पके हुए ये लाल टमाटर। पोटेशियम कैल्शियम विटामिनों से भरपूर, सेहतमंद रखता ये लाल टमाटर। खाकर देखो कितना अच्छा लगता ,... Hindi · कविता 2 1 477 Share Shashi kala vyas 5 Feb 2022 · 1 min read *"बसंत पंचमी"* *"बसंत पंचमी"* माँ सरस्वती की पूजा अर्चना कर , नत मस्तक शीश झुकाए। तम अंधकार मिटाकर नव उजियारा ज्ञान का दीप जलाएं। अज्ञानता को दूर विद्या दान कर, सद्बुद्धि का... Hindi · कविता 1 255 Share Shashi kala vyas 25 Jan 2022 · 1 min read *आज फिर उन्हीं ख्यालों में हूँ* *आज फिर उन्हीं ख्यालों में हूँ* कभी कभी गुजरे हुए जमाने को , अपने जहन में याद करके , न जाने क्यों पुरानी यादों में , अक्सर खो जाया करती... Hindi · कविता 3 4 364 Share Shashi kala vyas 22 Jan 2022 · 1 min read *सफरनामा* *सफरनामा* दूर देश की यात्रा निकल पड़े घर से, जरूरी सामानों का बोझ ढोते हुए। आखिर मंजिल तय कर पहुँचने की जल्दी , रास्तों में विध्न बाधाओं को पार करते... Hindi · कविता 3 2 600 Share Shashi kala vyas 15 Jan 2022 · 1 min read मकर संक्रांति मकर संक्रांति सूर्यदेव की आराधना मकर संक्रांति पर्व मनाए। उत्तरायण मकर राशि पे प्रवेश सूर्य का तेज बढ़ते ही जाए। यश कीर्ति मान सम्मान बढ़े सपनों को नई दिशा ऊर्जा... Hindi · कविता 1 2 448 Share Shashi kala vyas 8 Jan 2022 · 1 min read *"मंदिर"* मंदिर गूँज उठे शंखनाद ध्वनि तरंगों से , अंतर्मन में प्रभु तुम्हें बसाऊँ। मस्तक पे चंदन रोली अक्षत से , धूप दीप जला आरती सजाऊँ। साँझ सबेरे तेरे चौखट पर... Hindi · कविता 4 4 349 Share Shashi kala vyas 1 Jan 2022 · 2 min read *"नव वर्ष नई आशाएं"* *नव वर्ष नई आशाएं* बीते हुए साल में वैश्विक कोरोना महामारी बीमारी से जूझते रहे और कठिन परिस्थितियों के बाबजूद भी सभी लोग हार नही मानी हर स्थितियों का सामना... Hindi · लेख 5 4 356 Share Shashi kala vyas 20 Dec 2021 · 1 min read *"पीढ़ी"* *पीढ़ी* पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है प्रथायें। रीति रिवाजों का सिलसिला लगातार रूढ़ि वादी परम्परा कथायें। भागमभाग जिंदगी आधुनिकता की दौड़ में भागते ही जायें। सच्चा सुख कसमे... Hindi · कविता 7 5 521 Share Shashi kala vyas 30 Nov 2021 · 1 min read *"सकारात्मक सोच"* सकरात्मक सोच जब हम दूसरों की अच्छी बातों को सुनते हैं और हम उनकी सोच को अच्छी तरीके से समझ कर जान लेते हैं तो हम अपने जीवन में सकारात्मक... Hindi · लेख 2 4 507 Share Shashi kala vyas 23 Nov 2021 · 1 min read *"लम्हें"* लम्हें वो सुनहरे बीते हुए खुशियों के लम्हें में खोए हुए , कुछ खट्टी कुछ मीठी यादों के सहारे नैनो में संजोए हुए। रिश्ते नाते वो कसमें वादे पूरे कर... Hindi · कविता 1 294 Share Previous Page 2 Next