Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2023 · 1 min read

*अक्षय तृतीया*

“अक्षय तृतीया”
अक्षयपात्र,
कभी न होता खाली,
जीवनदान।
*************************
अक्षय जल,
है मिट्टी का मटका,
दे जलपान।
*************************
अक्षय फल,
है आम, तरबूज ,
है रसपान।
*************************
अक्षय ज्ञान,
है शिक्षा प्रदान,
ये महादान।
*************************
अक्षय ऊर्जा,
पेड़ पौधें लगाते ,
दे जलदान।
************************
अक्षय तिथि,
है सत्तू खिलाकर,
सतुवा दान।
**********************
अक्षय ऋण,
दान से बढ़कर ,
कुछ भी नहीं।
**********************
माँ अन्नपूर्णा,
शंकर लेते भिक्षा,
अक्षय दान।
**********************
शशिकला व्यास ✍️

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 327 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं पढ़ता हूं
मैं पढ़ता हूं
डॉ० रोहित कौशिक
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
manjula chauhan
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
*जब एक ही वस्तु कभी प्रीति प्रदान करने वाली होती है और कभी द
*जब एक ही वस्तु कभी प्रीति प्रदान करने वाली होती है और कभी द
Shashi kala vyas
पिता का बेटी को पत्र
पिता का बेटी को पत्र
प्रीतम श्रावस्तवी
दोहे-मुट्ठी
दोहे-मुट्ठी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दो दिन
दो दिन
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कितनी भी हो खत्म हो
कितनी भी हो खत्म हो
Taj Mohammad
औकात
औकात
साहित्य गौरव
*नियति*
*नियति*
Harminder Kaur
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो पहाड़ की...!!! (भाग - ९)
सुनो पहाड़ की...!!! (भाग - ९)
Kanchan Khanna
कागजी फूलों से
कागजी फूलों से
Satish Srijan
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
"आशा" की कुण्डलियाँ"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वहाॅं कभी मत जाईये
वहाॅं कभी मत जाईये
Paras Nath Jha
अब नहीं दिल धड़कता है उस तरह से
अब नहीं दिल धड़कता है उस तरह से
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
फ़ितरत-ए-धूर्त
फ़ितरत-ए-धूर्त
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
2685.*पूर्णिका*
2685.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चूड़ियां
चूड़ियां
Madhavi Srivastava
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*तरबूज (बाल कविता)*
*तरबूज (बाल कविता)*
Ravi Prakash
परिवर्तन
परिवर्तन
विनोद सिल्ला
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
हर जगह मुहब्बत
हर जगह मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
Buddha Prakash
अपनी पहचान को
अपनी पहचान को
Dr fauzia Naseem shad
गाथा हिन्दी की
गाथा हिन्दी की
Tarun Singh Pawar
क्या लिखते हो ?
क्या लिखते हो ?
Atul "Krishn"
Loading...