Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2022 · 1 min read

मकर संक्रांति

मकर संक्रांति
सूर्यदेव की आराधना मकर संक्रांति पर्व मनाए।
उत्तरायण मकर राशि पे प्रवेश सूर्य का तेज बढ़ते ही जाए।

यश कीर्ति मान सम्मान बढ़े सपनों को नई दिशा ऊर्जा मिल जाए।
लंबे समय तक इंतजार की घड़ी उन लम्हों में हर्षोल्लास मनाए।

मकर संक्रांति पावन पर्व में स्नान दान कर पुण्य कमाए।
मंदिर देवालयों में जाके ईश्वर दर्शन कर नई शक्ति ऊर्जा पाए।

खेतों में नई फसलें तैयार हो ऋतु परिवर्तन नए उमंग जगाए।
पतंग की डोरी हाथ में थामे हुए आसमान की ऊंचाई छू जाए।

शशिकला व्यास

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 445 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
.
.
*प्रणय प्रभात*
मशीन कलाकार
मशीन कलाकार
Harish Chandra Pande
The destination
The destination
Bidyadhar Mantry
घड़ी
घड़ी
SHAMA PARVEEN
लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो
लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नारी
नारी
विजय कुमार अग्रवाल
बहुत कड़ा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चलो
बहुत कड़ा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चलो
Vishal babu (vishu)
3065.*पूर्णिका*
3065.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तारीफ किसकी करूं
तारीफ किसकी करूं
कवि दीपक बवेजा
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
Shyam Sundar Subramanian
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
Rekha khichi
सर्द और कोहरा भी सच कहता हैं
सर्द और कोहरा भी सच कहता हैं
Neeraj Agarwal
जिंदगी के कुछ कड़वे सच
जिंदगी के कुछ कड़वे सच
Sûrëkhâ
कुपुत्र
कुपुत्र
Sanjay ' शून्य'
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
कदम जब बढ़ रहे
कदम जब बढ़ रहे
surenderpal vaidya
*सीता (कुंडलिया)*
*सीता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
माँ काली साक्षात
माँ काली साक्षात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
" टैगोर "
सुनीलानंद महंत
कागज़ पे वो शब्दों से बेहतर खेल पाते है,
कागज़ पे वो शब्दों से बेहतर खेल पाते है,
ओसमणी साहू 'ओश'
क्या विरासत में
क्या विरासत में
Dr fauzia Naseem shad
it is not about having a bunch of friends
it is not about having a bunch of friends
पूर्वार्थ
"ऐसा क्यों होता है?"
Dr. Kishan tandon kranti
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
gurudeenverma198
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
Sapna Arora
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला,
ruby kumari
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
Loading...