Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

कदम जब बढ़ रहे

गीतिका
~~
जरा सा मुस्कुरा भी दो बहुत अब हो चुका रोना।
कदम जब बढ़ रहे आगे निराशा को नहीं ढोना।

निशा जब बीत जायेगी उगेगा सूर्य प्राची में।
सभी का मोह लेगा मन सुहाती भोर का होना।

करेंगे कोशिशें जी भर मिलेंगी मंजिलें उनको।
सभी होगा सुलभ हर पल पड़ेगा कुछ नहीं खोना।

हमेशा रह नहीं पाता कभी मौसम उदासी का।
खिलेंगे फूल मन भावन महक से खिल उठे कोना।

ढिंढोरा पीटने का काम होता व्यर्थ है लेकिन।
परीक्षा से गुजरता जब चमकता खूब है सोना।

गले का हार बन जाते बहुत कोमल हुआ करते।
फसल है फूल की सुन्दर कहीं भी शूल मत बोना।
~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, २४/०५/२०२४

1 Like · 1 Comment · 29 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
कुछ लोग
कुछ लोग
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
प्यार का उपहार तुमको मिल गया है।
surenderpal vaidya
कविता
कविता
Sushila joshi
जहां हिमालय पर्वत है
जहां हिमालय पर्वत है
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Kisne kaha Maut sirf ek baar aati h
Kisne kaha Maut sirf ek baar aati h
Kumar lalit
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बहू हो या बेटी ,
बहू हो या बेटी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जिंदगी के लिए वो क़िरदार हैं हम,
जिंदगी के लिए वो क़िरदार हैं हम,
Ashish shukla
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
“ज़िंदगी अगर किताब होती”
“ज़िंदगी अगर किताब होती”
पंकज कुमार कर्ण
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
"तन्हाई"
Dr. Kishan tandon kranti
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
रूठ जा..... ये हक है तेरा
रूठ जा..... ये हक है तेरा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Carry me away
Carry me away
SURYA PRAKASH SHARMA
गाँधी जी की लाठी
गाँधी जी की लाठी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
3356.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3356.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कभी-कभी कोई प्रेम बंधन ऐसा होता है जिससे व्यक्ति सामाजिक तौर
कभी-कभी कोई प्रेम बंधन ऐसा होता है जिससे व्यक्ति सामाजिक तौर
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
एक ही दिन में पढ़ लोगे
एक ही दिन में पढ़ लोगे
हिमांशु Kulshrestha
-- दिखावटी लोग --
-- दिखावटी लोग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
किसी का खौफ नहीं, मन में..
किसी का खौफ नहीं, मन में..
अरशद रसूल बदायूंनी
सुनो जीतू,
सुनो जीतू,
Jitendra kumar
देश-प्रेम
देश-प्रेम
कवि अनिल कुमार पँचोली
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
Sanjay ' शून्य'
*जब शिव और शक्ति की कृपा हो जाती है तो जीव आत्मा को मुक्ति म
*जब शिव और शक्ति की कृपा हो जाती है तो जीव आत्मा को मुक्ति म
Shashi kala vyas
■ तजुर्बे की बात।
■ तजुर्बे की बात।
*प्रणय प्रभात*
राजनीति और वोट
राजनीति और वोट
Kumud Srivastava
हमारा देश
हमारा देश
Neeraj Agarwal
*मनु-शतरूपा ने वर पाया (चौपाइयॉं)*
*मनु-शतरूपा ने वर पाया (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
Loading...