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30 Apr 2024 · 1 min read

3356.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3356.⚘ पूर्णिका
🌹 कुछ छोड़ जाते हैं🌹
2212 22
कुछ छोड़ जाते हैं ।
कुछ जोड़ जाते हैं ।।
यूं नेकिया करते ।
दिल तोड़ जाते हैं ।।
समझे किसे अपना।
मुख मोड़ जाते हैं ।।
मिलती नहीं मंजिल।
सिर फोड़ जाते हैं ।।
दुनिया यहाँ खेदू।
लग होड़ जाते हैं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
30-04-2024मंगलवार

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