आकाश महेशपुरी Language: Hindi 392 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next आकाश महेशपुरी 11 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक- ये दिन हो मुबारक आज का दिन मुबारक तुम्हारा तुम्हें दिल दुआ दे रहा ये हमारा तुम्हें दुख न कोई तुम्हें छू सके उम्र भर सुख मिले इस ज़माने का सारा तुम्हें - आकाश... Hindi · मुक्तक 1 281 Share आकाश महेशपुरी 4 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल- चले गए हैं वे जिंदगी से ग़ज़ल- चले गए हैं वे जिंदगी से ■■■■■■■■■■■■■■ न जाने क्यों अब पलट गए हैं हमें वे अपनी ज़बान देकर नहीं मुनासिब है छीन लेना किसी को सारा जहान देकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 3 432 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- दर्द देकर मुझे जुदाई का दूर जाने की बात करते हो क्यूँ रुलाने की बात करते हो दर्द देकर मुझे जुदाई का गुनगुनाने की बात करते हो प्यार मेरा नहीं ये औरों सा क्यूँ ज़माने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 476 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read इंसानों से प्यारे गिद्ध इंसानों से प्यारे गिद्ध। आक्सीजन के साथ दवाई, ये बेंच रहे कई गुने पर। हैं इतने लालच में अन्धे, साँसों के कातिल सौदागर। इन इंसानों के जैसे क्या? होते हैं... Hindi · कविता 5 1 801 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read बारिश का पानी ग़ज़ल ~~~~~ हर कोई बदहाल हुआ है सावन में। पानी जैसे काल हुआ है सावन में।। रोज कमाकर खाने वाला कुनबा तो, रोटी बिन बेहाल हुआ है सावन में। एक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 829 Share आकाश महेशपुरी 8 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कहाँ जाएगी ये जनता... ग़ज़ल- कहाँ जाएगी ये जनता... ■■■■■■■■■■■■■■■ समझ पाया नहीं कोई चली कैसी बीमारी है कहीं साँसों पे संकट है कहीं कालाबाजारी है कहाँ जाएगी ये जनता दिखाने दर्द पर्वत सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 421 Share आकाश महेशपुरी 4 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कितना है हत्यारा सिस्टम ग़ज़ल- कितना है हत्यारा सिस्टम ■■■■■■■■■■■■■■■ देखो आज तुम्हारा सिस्टम कितना है हत्यारा सिस्टम आक्सीजन बिन मर जाओगे कातिल है यह सारा सिस्टम तेरी भूख मिटाए कैसे नेताओं का चारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 699 Share आकाश महेशपुरी 20 Apr 2021 · 1 min read ऐ मनुष्य एक दिन बड़ा पछतायेगा ऐ मनुष्य एक दिन बड़ा पछतायेगा ■■■■■■■■■■■■■■■■ जंगलों को नोच कर प्राण हीन करता है, ऐ मनुष्य एक दिन बड़ा पछतायेगा। नदियों में डालता है पाप सभी अपने तू, यही... Hindi · घनाक्षरी 1 2 556 Share आकाश महेशपुरी 7 Apr 2021 · 1 min read कोरोना भाग जाएगा कोरोना भाग जाएगा ■■■■■■■■■■ किसी शादी या महफ़िल में लगाने दाग जाएगा अगर स्कूल खोलोगे ये दानव जाग जाएगा जो बचना है सुनो भाई मेरे रैली निकालो तुम चुनावी भाषणों... Hindi · मुक्तक 1 529 Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2021 · 1 min read महँगा है पेट्रौल महँगा है पेट्रौल ■■■■■■■ गैस सिलिंडर ही नहीं, महँगा है पेट्रौल। चूल्हा ठंडा है पड़ा, खून रहा है खौल।। डीजल महँगा हो गया, सरसो का भी तेल। बोलोगे तो साथियों,... Hindi · दोहा 2 5 1k Share आकाश महेशपुरी 17 Mar 2021 · 1 min read ग़ज़ल- आये थे वीराने से... ग़ज़ल- आये थे वीराने से... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ आये थे वीराने से फिर वही वीरानी है चार दिन के जीवन की बस यही कहानी है लौटना नहीं मुमकिन है सफ़र ये जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 542 Share आकाश महेशपुरी 10 Mar 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कभी रुलाती है ज़ख़्म देकर..... ग़ज़ल- कभी रुलाती है ज़ख़्म देकर..... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कभी रुलाती है ज़ख़्म देकर कभी गले से लगा रही है उसे समझना है यार मुश्किल जो मेरी उलझन बढ़ा रही है नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 388 Share आकाश महेशपुरी 9 Feb 2021 · 1 min read मौसम तो मदहोश करे...(मत्तगयंद सवैया) मौसम तो मदहोश करे...(मत्तगयंद सवैया) ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ मौसम तो मदहोश करे उस पे यह नैन बड़े कजरारे, काजल से शरमाय रहे अब सावन के उमड़े बदरा रे, चंचल चाल हरे चित... Hindi · सवैया 3 2 519 Share आकाश महेशपुरी 6 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक- नहीं रहते मगर फिर भी... मुक्तक- नहीं रहते मगर फिर भी... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ नहीं रहते मगर फिर भी कहीं आबाद रहते हैं दिलों में हर किसी के मौत के भी बाद रहते हैं जो होते मतलबी... Hindi · मुक्तक 1 368 Share आकाश महेशपुरी 1 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत की निशानी मुहब्बत की निशानी ■■■■■■■■■■■■■ मुहब्बत की निशानी ढूँढता हूँ, वही अपनी जवानी ढूँढता हूँ। कभी ख़त तो कभी तस्वीर उसकी, सभी चीजें पुरानी ढूँढता हूँ। शहर में, गाँव में, सारे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 16 46 746 Share आकाश महेशपुरी 30 Jan 2021 · 1 min read किसान किसान ■■■ जय हो वीरों की सदा, जय जय हे विज्ञान। जय कैसे हो देश की, दुर्बल अगर किसान।। हलधर अपने खेत में, सहता जाड़ा, धूप। पावन अपने देश का,... Hindi · दोहा 1 2 556 Share आकाश महेशपुरी 20 Jan 2021 · 1 min read कामचोर का बाप (कुण्डलिया छंद) कामचोर का बाप (कुण्डलिया छंद) ■■■■■■■■■■■■■■■■ कहता है हर शास्त्र यह, सुन लो हे इंसान। मत जाना तुम भूलकर, जहाँ मिले अपमान। जहाँ मिले अपमान, कि वो घर कैसे छोड़े।... Hindi · कुण्डलिया 2 7 678 Share आकाश महेशपुरी 18 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कठिन रास्तों की चढ़ाई... ग़ज़ल- कठिन रास्तों की चढ़ाई... ■■■■■■■■■■■■■■■ कठिन रास्तों की चढ़ाई से डर के रहोगे नहीं तुम इधर या उधर के वही देश को अब चलाते हैं यारों जो मसले किये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 674 Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के ग़ज़ल- हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ रहे घाट के ना रहे आज घर के हुए हम तो आखेट तिरछी नज़र के मिला ही जनम से कलर मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 1 3 505 Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2020 · 1 min read शादी कोई खेल नहीं है शादी कोई खेल नहीं है ■■■■■■■■■■ शादी शादी रटते हो तुम शादी कोई खेल नहीं है उम्र कैद है सुन लो भाई कहने को बस जेल नहीं है शादी तो... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 4 5 853 Share आकाश महेशपुरी 24 Dec 2020 · 1 min read नूतन वर्ष (मत्तगयंद सवैया छंद) नूतन वर्ष (मत्तगयंद सवैया छंद) ■■■■■■■■■■■■■■ देश रहे बदहाल सभी बदहाल रहे जग के नर-नारी, संकट था चहुँओर रहा पर संकट पे यह साहस भारी, मान लिया गुजरा यह साल... Hindi · सवैया 5 4 491 Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ■■■■■■■■■■■■■■■ चोर-लुच्चों का डर नहीं होता तुम न होते तो घर नहीं होता इतनी पालिश लगाए बैठे हो हुस्न का भी असर नहीं होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 5 5 901 Share आकाश महेशपुरी 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ने रोक दी दुनिया की रफ्तार कोरोना से भी अधिक, घातक थी वह भूख। जिसके कारण राह में, प्राण रहे थे सूख।। सभी घरों में बंद थे, थी दुनिया बेहाल। कोई भूलेगा नहीं, मौतों का यह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · दोहा 27 44 975 Share आकाश महेशपुरी 13 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- चरण पादुका से न इज्ज़त उतारो मुझे यूँ न देखो कुँवारा नहीं हूँ किसी और का हूँ तुम्हारा नहीं हूँ न छत पे बुलाओ मुझे रात में तुम मैं इंसान हूँ चाँद-तारा नहीं हूँ भले मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 9 6 1k Share आकाश महेशपुरी 12 Dec 2020 · 1 min read मत बाँधो ग़म को तुम मन के खूँटे से मत बाँधो ग़म को तुम मन के खूँटे से ■■■■■■■■■■■■■■■■ मत बाँधो ग़म को तुम मन के खूँटे से, दिख जाये तो इसे दबा दो जूते से। मौके तुम ख़ुशियों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 719 Share आकाश महेशपुरी 28 Nov 2020 · 1 min read ग़ज़ल- हमारी जीविका ही वो सितमगर छीन लेता है ग़ज़ल- हमारी जीविका ही वो सितमगर छीन लेता है ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कभी रोटी कभी कपड़े कभी घर छीन लेता है हमारी जीविका ही वो सितमगर छीन लेता है महल के वास्ते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 640 Share आकाश महेशपुरी 18 Nov 2020 · 1 min read धैर्य न खोना {मत्तगयंद सवैया छंद} धैर्य न खोना {मत्तगयंद सवैया छंद} कष्ट हजार मिले फिर भी तुम कातर भाव लिये मत रोना, मान लिया विपदा गहरी पर बंधु सुनो तुम धैर्य न खोना, और निखार... Hindi · सवैया 2 1 423 Share आकाश महेशपुरी 9 Nov 2020 · 1 min read मुक्तक- खूब की है पढ़ाई मुक्तक- खूब की है पढ़ाई मज़ा आ गया ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ ■■ खूब की है पढ़ाई मज़ा आ गया, कोट है और टाई मज़ा आ गया,... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 3 656 Share आकाश महेशपुरी 28 Oct 2020 · 1 min read ग़ज़ल- दिल न बहला तो शायरी कर ली ग़ज़ल- दिल न बहला तो शायरी कर ली ■■■■■■■■■■■■■■■■■■ दिल न बहला तो शायरी कर ली बुझती आँखों में रोशनी कर ली साथ काँटों का जब मिला मुझको फूल जैसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 441 Share आकाश महेशपुरी 20 Oct 2020 · 1 min read ग़ज़ल- वे मुझे रात भर याद आते रहे ग़ज़ल- वे मुझे रात भर याद आते रहे ■■■■■■■■■■■■■■■■ वे मुझे रात भर याद आते रहे और लम्हें सभी मुस्कुराते रहे भूलकर वे कभी याद करते नहीं इश्क़ में क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 486 Share आकाश महेशपुरी 6 Sep 2020 · 1 min read ग़ज़ल- बस मुझको नहीं बुलाया कर ग़ज़ल- बस मुझको नहीं बुलाया कर ■■■■■■■■■■■■■■■■ बस मुझको नहीं बुलाया कर मेरे घर भी तू आया कर पिज़्ज़ा बर्गर के दीवाने तू रोटी सब्जी खाया कर तू भी ऊपर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 527 Share आकाश महेशपुरी 5 Sep 2020 · 1 min read ग़ज़ल- चालाकियाँ इंसान की ग़ज़ल- चालाकियाँ इंसान की ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ हम समझ पाते नहीं चालाकियाँ इंसान की हो गयी बंजर जमीं अब दोस्तों ईमान की लाख सिक्के ले के आओ मामला गंभीर है इस तरह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 537 Share आकाश महेशपुरी 29 Aug 2020 · 1 min read ग़ज़ल- मज़दूर बनाता वाहनों को है वो इक मज़दूर होता है मगर पैदल ही चलता है बहुत मजबूर होता है बनाता है किला वो ताज, मीनारें, पिरामिड भी मगर गुमनाम रहता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 7 1k Share आकाश महेशपुरी 22 Aug 2020 · 1 min read कितने गड्ढे... कितने गड्ढे...(कुण्डलिया छंद) ■■■■■■■■■■■■■■ 1- कितने गड्ढे आजकल, सड़कों पर हर ओर। चलना मुश्किल हो गया, सुबह रात या भोर। सुबह रात या भोर, चोट लगने का डर है। घर... Hindi · कुण्डलिया 6 1 641 Share आकाश महेशपुरी 28 Jul 2020 · 1 min read मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ मान लिया जब दूर हुए तब लक्ष्य तुझे लगते सपने से, धीरज किन्तु रखो मन में यह दर्द बढ़ेगा सदा जपने से, कष्ट हजार सहो... Hindi · सवैया 4 2 2k Share आकाश महेशपुरी 24 Jun 2020 · 1 min read कुण्डलिया- सुबह सुबह की नींद कुण्डलिया- सुबह सुबह की नींद ■■■■■■■■■■■■■■■■■ होते ही सूरज उदय, टूटी यह उम्मीद। जिसको कहते हैं सभी, सुबह सुबह की नींद। सुबह सुबह की नींद, बहुत लगती है प्यारी। लेकिन... Hindi · कुण्डलिया 6 346 Share आकाश महेशपुरी 20 Jun 2020 · 1 min read ग़ज़ल- इस तरह दिल चुराने लगी ग़ज़ल- इस तरह दिल चुराने लगी ■■■■■■■■■■■■■■■ इस तरह दिल चुराने लगी वो मुझे गुनगुनाने लगी हो गयी क्या मुहब्बत उसे गेसुओं को सजाने लगी अश्क़ बहने लगे इश्क़ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 1 498 Share आकाश महेशपुरी 1 Jun 2020 · 1 min read है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ है दुख में जनता वह जान रहा दुख से अनजान बना है, तुच्छ हुए हम देकर वोट कि लेकर आज महान बना है,... Hindi · सवैया 2 1 848 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- पैरों में छाले हैं ग़ज़ल- पैरों में छाले हैं ■■■■■■■■■■■■ सत्ताधीशों के हाँथों में प्याले हैं लेकिन लोगों के पैरों में छाले हैं चलते-चलते चाहे कोई मर जाये उनका क्या वे उड़नखटोले वाले हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 820 Share आकाश महेशपुरी 17 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- अश्क़ बहते रहे रातभर... ग़ज़ल- अश्क़ बहते रहे रातभर... ■■■■■■■■■■■■ अश्क़ बहते रहे रातभर याद है इश्क़ में दर्द का वो सफर याद है जिस जगह पर मुझे छोड़कर तुम गये आज भी वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 460 Share आकाश महेशपुरी 7 May 2020 · 1 min read खुली हुई है मधुशाला खुली हुई है मधुशाला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना के डर से सारे बंद पड़े हैं विद्यालय, मिल-जुल कर मरने की शिक्षा देते अब तो मदिरालय। नहीं किताबें मिल पाएंगी, लगा दुकानों पर... Hindi · कविता 6 721 Share आकाश महेशपुरी 4 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- इश्क़ में क्यों उसे... ग़ज़ल- इश्क़ में क्यों उसे... ■■■■■■■■■■■■ इश्क़ में क्यों उसे ग़मज़दा कर दिया सोचता हूँ कि मैंने ये क्या कर दिया बातें करता रहा वो मुहब्बत भरी और मैंने उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 600 Share आकाश महेशपुरी 14 Apr 2020 · 1 min read कोरोना से हिंदुस्तान लड़ेगा... कोरोना से हिंदुस्तान लड़ेगा... ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जिस कोरोना से घबराया भाई सकल जहान, उस से हिंदुस्तान लड़ेगा मेरा हिंदुस्तान। कोरोना के निशदिन भाई, लाखों गोले फूट रहे हैं। मरते लोग, उखड़तीं... Hindi · गीत 2 597 Share आकाश महेशपुरी 5 Apr 2020 · 1 min read कोरोना संकट पर दोहे कोरोना संकट पर दोहे ■■■■■■■■■■■■■■ ऐसी विपदा आ गयी, हुये सभी मजबूर। लम्बी दूरी नापते, पैदल ही मजदूर।। आया रोग जहाज से, सहम गए हैं लोग। लाये इसे अमीर पर,... Hindi · दोहा 4 1k Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2020 · 1 min read मजहब और अस्पताल मजहब और अस्पताल ■■■■■■■■■ अस्पताल हैं हमें बचाते, मजहब करता है बटवारा। धर्म अनेकों हैं दुनिया में, ईश्वर के भी नाम कई हैं। जगह जगह पूजालय लाखों, इस धरती पर... Hindi · कविता 3 1 489 Share आकाश महेशपुरी 17 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- यार मेरा कमाल करता है ग़ज़ल- यार मेरा कमाल करता है ■■■■■■■■■■■ यार मेरा कमाल करता है दुश्मनी बेमिसाल करता है बोलो कैसा मिज़ाज है तेरा चोट देकर सवाल करता है आजकल मतलबी सी दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 713 Share आकाश महेशपुरी 11 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- ये जरूरी बहुत... ग़ज़ल- ये जरूरी बहुत... ■■■■■■■■■■■ ये जरूरी बहुत वादियों के लिए छोड़ दो फूलों को तितलियों के लिए पेड़ की ही वजह से हैं सांसे तेरी यूँ न काटो इसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 440 Share आकाश महेशपुरी 5 Mar 2020 · 1 min read कोरोना वायरस कोरोना वायरस ■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना यह वायरस, जो मानव की देन। इतना ताकतवर हुआ, पल पल देता पेन। पल पल देता पेन, नाक बहने लगती है। आती रहती छींक, देह तपने... Hindi · कुण्डलिया 5 5 897 Share आकाश महेशपुरी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल ग़ज़ल- ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल ■■■■■■■■■■■■■■ ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल वह सुनेगा नहीं सिसकियाँ आजकल खेलता था कभी साथ मेरे वही खोलता भी नहीं खिड़कियाँ आजकल जिसने मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 824 Share आकाश महेशपुरी 19 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- जो अपने सामने हर शख़्स को कंकर समझता है ग़ज़ल- जो अपने सामने... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ जो अपने सामने हर शख़्स को कंकर समझता है ज़माना ऐसे लोगों को कहाँ बेहतर समझता है जरा सी हो गई शोहरत तो अपनी शान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 460 Share Previous Page 4 Next