Comments (7)
1 May 2022 05:48 PM
वाह एक दम यथार्थ रचना
11 Jul 2021 09:34 PM
दुनिया के सारे मजे से रहता है जो दूर
उसी अभागे मनुष्य को कहते हैं मजदूर
11 Jul 2021 09:27 PM
बहुत सुंदर
11 Jul 2021 04:47 PM
बहुत खूब ??
1 Sep 2020 03:42 PM
बेहतरीन
29 Aug 2020 07:51 PM
कटु यथार्थ की सुंदर प्रस्तुति।
धन्यवाद !
सुपर