Shyam Sundar Subramanian 1462 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Sundar Subramanian 20 Dec 2020 · 1 min read अहद ज़िंदगी कुछ बोझिल सी हो गई है , खुश़गवार चेहरों की खुशी गुम़ हो गई है , एक अजीब सा खौफ़ ज़ेहन पर तारी है , चारों तरफ माहौल में... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 31 126 857 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Apr 2022 · 1 min read पितृ ऋण याद आते है, बचपन के वो दिन, जब उनकी उँगली पकड़ हम सैर पर जाते , रास्ते भर बतियाते जाते, हर कौतूहल भरे प्रश्नों का उनसे उत्तर पाते , धीरे-धीरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 44 845 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Jun 2020 · 1 min read दिल की आवाज़ दिल में जो उठती है आवाज़ उसे क्यों नहीं सुनते ? उभरते ए़हसास का आग़ाज़ जो है उसे क्यों नहीं म़हसूस करते ? क्यों न किसी मज़लूम के बहते आंसुओं... Hindi · कविता 18 8 505 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Dec 2020 · 1 min read अहम् मुँह अंधेरे सवेरे किसी ने मुझे झिंझोड़कर जगाया , उठकर देखा तो सामने एक साए को खड़ा पाया , मैंने पूछा कौन हो तुम ? तुमने मुझे क्यों जगाया ?... Hindi · कविता 17 28 373 Share Shyam Sundar Subramanian 31 Jul 2020 · 1 min read दोहे समय बहुत बलवान है समय बहुत अमोल। मन का आपा खोय के बोल ना कड़वे बोल। जो सबको शीतल करें वो मीठी वाणी बोल। चढ़ सीढ़ी आप ना दूजा छोटा... Hindi · दोहा 16 16 576 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Jun 2020 · 3 min read सीख रामप्रसाद जी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हिंदी शिक्षक के रूप में कार्यरत थे । साथ ही साथ वे बढ़-चढ़कर सामाजिक कल्याण कार्यों में रुचि लेकर अपना योगदान प्रदान करते रहते... Hindi · लघु कथा 15 10 560 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Aug 2020 · 2 min read गौ माता की व्यथा मैं उसे रोज अपने दरवाजे पर आते देखा करता। कातर दृष्टि से व्यक्त उसकी मूक याचना देखा करता। उसे कुछ बासी रोटियों से तृप्त आभार व्यक्त करते देखा करता। यह... Hindi · कविता 15 26 370 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Aug 2020 · 1 min read मातृ श्रृद्धा सुमन मेरी पूजनीय माता की पुण्यतिथि पर मेरे द्वारा अर्पित काव्य श्रृद्धा सुमन प्रस्तुति : वो तेरे आंचल तले ममता की छांव। संघर्षरत रहने का तेरा प्रेरणा भाव। समस्याओं को हल... Hindi · कविता 15 20 282 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम प्रेम एक लगन है , इसमें रहते प्रेमी मगन हैं , यह हृदय से हृदय का स्पंदन है , यह बुझाए ना बुझे वह अगन है , यह एक सतत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 98 608 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Jul 2020 · 1 min read आओ कुछ बातें करें आओ कुछ पल गम़ को भूलकर मस़र्रत की कुछ बातें करें। चलो कुछ लम्ह़े माय़ूसे हिज्र भूलकर व़स्ल की कुछ बातें करें। कुछ पल रंजिशें भूल कर दोस्ती की कुछ... Hindi · कविता 14 17 328 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Jul 2020 · 1 min read कटु सत्य ज़िंदगी कुछ थम सी गई है , दिन बोझिल लगता है, तो रात करवटें बदलते कटती है। वही म़ाहौल , वही चेहरे , वही रोज का ढर्रा , कुछ नयापन... Hindi · कविता 14 22 602 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Aug 2020 · 1 min read आवारग़ी जिंदगी भर सुकूँ ढूंढता रहा आवारा बनकर। कभी ढूंढा उसे तन्हाइयों में गुम हो कर कर। कभी ढूंढा उसे इश्क़ की गहराइयों में डूब कर। कभी ढूंढा उसे हुस्ऩ की... Hindi · कविता 14 16 363 Share Shyam Sundar Subramanian 16 May 2021 · 1 min read वे मधुर पल बरसात के दिन जब आते हैं , बचपन की मीठी यादें साथ लाते हैं , वह दोस्तों के साथ बरसात में भींगते खेलना , गड्ढों के पानी को शरारत से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 26 550 Share Shyam Sundar Subramanian 20 May 2020 · 1 min read अश्रु की भाषा अश्रु की अपनी भाषा होती है। कभी कष्ट के , तो कभी प्रसन्नता के , कभी आघात के , तो कभी पश्चाताप के , कभी मिलन के , तो कभी... Hindi · कविता 13 12 357 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Jul 2020 · 1 min read स़ब्र ज़िंदगी के सफर में हम ख़रामां ख़रामां चलते गए। राह में कुछ ग़म मिले सहते गए कुछ खुशियां मिली बांटते गए। दोस्ती की कुछ वफ़ाऐं मिली तो फ़रेबे दुश्म़नी की... Hindi · कविता 13 20 303 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Jul 2020 · 1 min read ये कैसी है मुश्किल क्या करें ? या ना करें ? ये कैसी मुश्किल हाय ? कोई तो बता दे मुझको इसका हल ओ मेरे भाई ? एक तरफ तो कोरोना परेशान करें ,... Hindi · कविता 13 16 299 Share Shyam Sundar Subramanian 31 Jul 2020 · 1 min read प्यार प्यार किया नहीं जाता हो जाता है। दिल दिया नहीं जाता खो जाता है। दिल से दिल का सौदा होता नहीं। मोहब्ब़त की कोई तिजारत नहीं। ये तो आश़िकों के... Hindi · मुक्तक 13 20 651 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Jun 2020 · 1 min read श्रृद्धा सुमन जीवन में एक वट वृक्ष भाँति जिस की छांव तले हम बड़े हुए। संकटों से सतत् जूझने हेतु धैर्य और साहस की प्रेरणा लेते हुए। अनुशासन , निस्वार्थ सेवा भाव... Hindi · कविता 12 12 569 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Jul 2020 · 1 min read पशेमाँ क्यों मैं अपने ही शहर गलियों में तन्हा सा होकर रह गया हूं ? क्यों मैं अपने ही शहर में अजनबी सा बनकर रह गया हूं ? क्यों मैं एक... Hindi · कविता 12 12 455 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Jul 2020 · 1 min read ये ज़िंदगी खुली आंखों से ख्व़ाब देखते रहे ज़िंदगी समझ ना पाए। बहुत हौसला था श़िद्दत से मंज़िल पाने का पर नस़ीब जगा ना पाए। बहुत हुऩर पाया था लिखने का पर... Hindi · कविता 12 12 421 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Jul 2020 · 1 min read रिश्ते रिश्ते बनते हैं बिगड़ते हैं। कुछ नए रिश्ते बनते हैं कुछ पुराने रिश्ते बिगड़ते हैं। कुछ सच्चे कुछ अच्छे रिश्ते बनते हैं। कुछ पक्के तो कुछ कच्चे रिश्ते बनते हैं।... Hindi · कविता 12 17 499 Share Shyam Sundar Subramanian 30 Jul 2020 · 1 min read जागृति दुनिया देखने वाले क्या तुमने कभी खुद के अंदर झांक कर देखा है ? अपने अंदर धधकती दावानल सी क्रोध , द्वेष , क्लेश की अग्नि को कभी पहचाना है... Hindi · कविता 12 15 269 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Sep 2020 · 1 min read ए मेरे दोस्त मेरे अजीज जन्नतनश़ी दोस्त सुरेश को पेश - ख़िराजे अक़ीदत : मेरे दोस्त तू इस तरह जा नहीं सकता। बीते हुए लम्हों की यादें छोड़कर तू जा नहीं सकता। दिल... Hindi · कविता 12 12 388 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Sep 2020 · 2 min read फिल्मीनामा शशि कपूर की मुस्कुराहट , नूतन की सादगी। दिलीप कुमार की बेहतरीन अदायगी संजीव कुमार की संजीदगी। राज कपूर की अदायगी का भोलापन। अशोक कुमार की अदायगी का अपनापन। मधुबाला... Hindi · कविता 12 12 310 Share Shyam Sundar Subramanian 2 May 2020 · 1 min read यादों की अम़ानतें कुछ मीठी, कुछ खट्टी, ज़ेहन में पाब़स्ता वो यादों की अम़ानतें। कुछ लम्ह़े वो बचपन की मस्ती भरे ,वो उमंगे , वो श़राऱतें। वो कुछ जवानी के पल , वो... Hindi · कविता 11 8 262 Share Shyam Sundar Subramanian 2 May 2020 · 1 min read श्रृद्धांजलि : अज़ीम फ़नकार ऋषि कपूर एक कलाकार जिसने अपनी कला विरासत मे पाई। बचपन से ही जिसके रग रग में थी अदाकारी समाई। जिसने अपने अज़ीम फ़नकार वालिद से तरबिय़त पाई। अदाकारों के घराने से... Hindi · कविता 11 4 270 Share Shyam Sundar Subramanian 19 May 2020 · 1 min read चंद अश़आर मेरी हस्त़ी की हक़ीक़त तब समझ आई है , जबसे मैंने अपने सोच के आईने पर पड़ी धूल हटाई है। उनकी आंखों में कुछ ऐसी अजीब सी क़शिश है ,... Hindi · मुक्तक 11 4 316 Share Shyam Sundar Subramanian 26 May 2020 · 1 min read गीता सार : श्रृद्धा एवं त्याग समर्पित भाव को ही श्रृद्धा कहते हैं। श्रृद्धा की अवस्थाएं समर्पण भाव की तीव्रता पर निर्भर करती है। पूर्ण समर्पण भाव श्रृद्धा की पराकाष्ठा है जो मनुष्य की आत्मा का... Hindi · लेख 11 463 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Jun 2020 · 1 min read फ़ज़ीहत उस रात मुझे घर के पिछवाड़े केले के पेड़ों के बीच एक साया नजर आया। कौन है ? आवाज देने पर वह छुपा साया बाहर निकल कर आया। मैंने पूछा... Hindi · कविता 11 18 333 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Jun 2020 · 1 min read क्षमा प्रार्थना मन वितृष्णा से भर गया है जब सुना मानव इतना गिर गया है। एक निरीह मूक गर्भिणी माता की हत्या कर आनंदित हो गया है। वह यह भूल गया है... Hindi · कविता 11 10 596 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Jun 2020 · 1 min read यथार्थ अंतर्मन में व्याप्त यह तिमिर कैसा है ? आशाएँ एवं अभिलाषाएँ मृत प्रायः हैं । हृदय स्पंदन हीन जड़ होता जा रहा है । वर्तमान स्वप्न मे विचरण प्रतीत हो... Hindi · कविता 11 22 505 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Aug 2020 · 1 min read यादें जिंदगी में कुछ यादें हमेशा बनी रहती हैं। हमारे साथ साथ चलती हैं दिल में बसी रहती हैं। कुछ खट्टे मीठे अनुभव तो कुछ हंसी खुशी भरे पल। वो बचपन... Hindi · कविता 11 14 496 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Aug 2020 · 2 min read महिला समानता दिवस 26 अगस्त महिला समानता दिवस 26 अगस्त पर श्री पी के तिवारी द्वारा प्रस्तुत आलेख के संदर्भ में मेरे विचार : वर्तमान में महिलाओं की दशा पर प्रस्तुत आपके विचारों का स्वागत... Hindi · लेख 11 12 232 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2020 · 5 min read श्रृद्धा सुमन : महान कवयित्री , गद्य लेखिका डा.महादेवी वर्मा छायावादी कवयित्री, गद्य लेखिका और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी महादेवी वर्मा की आज यानी 11 सितंबर 2020 को 23वीं पुण्यतिथि है। महादेवी वर्मा का जन्म 26 मार्च 1907 को उत्तर प्रदेश... Hindi · लेख 11 19 607 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Dec 2020 · 2 min read दृढ़विश्वास समृद्धि एवं विकास ओर अग्रसर देश पर यह कैसा ग्रहण लग गया ? जो एक सूक्ष्म विषाणु संक्रमण से पंगु होकर रह गया ? किंकर्तव्यविमूढ़ शासन व्यवस्था कुछ समझ न... Hindi · कविता 11 20 349 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Apr 2020 · 3 min read श्रृद्धांजलि : राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर आज राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि है। उनका जन्म बिहार के बेगूसराय के सिमरिया गांव में 23 सितंबर 1908 में हुआ था। बचपन में इनके पिता का देहांत हो... Hindi · लेख 10 4 265 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Jun 2020 · 1 min read सार्थक जीवन छोटी-छोटी बातों को नाहक बड़ा न करो। यह जीवन छोटा है उलझनों को बड़ा न करो। क्या तेरा क्या मेरा सब माया का है फेरा। जो भी इसमें पड़ा उसको... Hindi · कविता 10 4 497 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Jun 2020 · 1 min read मंज़िल अपनों से हारना क्या जीतना क्या हर हाल में सुकुँ हासिल नहीं होता। खुद से लड़कर खुदी को जब तक बुलंद नहीं करते कामयाबी का स़िला नहीं मिलता। ग़ैरों की... Hindi · कविता 10 4 307 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Aug 2020 · 2 min read आधुनिक शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन श्री राजेश व्यास अनुनय के लेख शीर्षक शिक्षा और आधुनिकता दिनांक 21 अगस्त पर विवेचना। comment box में स्थानाभाव के कारण अलग पोस्ट करने पर बाध्य : आपके कथन से... Hindi · लेख 10 14 311 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Sep 2020 · 1 min read अहद ज़िंदगी कुछ बोझिल सी हो गई है , खुश़गवार चेहरों की खुशी गुम़ हो गई है , एक अजीब सा खौफ़ ज़ेहन पर तारी है , चारों तरफ माहौल में... Hindi · कविता 10 14 705 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Oct 2020 · 1 min read अना ज़िंदगी भर अपनी मन की करता रहा, तेरी हर बात मैं अनसुनी करता रहा, ज़िंदगी के इस आखिरी दौर में तुझ से इल्तिज़ा करता हूं , मेरी ख़ता माफ़ करना... Hindi · कविता 10 12 372 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Dec 2020 · 2 min read जागृति ये कैसा ज़माना आ गया है बुद्धिजीवी चुप होकर बैठ गए हैं , धूर्त स्वार्थी चाटुकार मूर्खों के वारे न्यारे हो रहे हैं , गलत को सही और सही को... Hindi · कविता 10 22 332 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Mar 2021 · 1 min read नारी वेदना के स्वर कल मुंहअंधेरे सवेरे मुझे पड़ोस से नारी क्रंदन स्वर सुनाई दिया , यह किसी घरेलू हिंसा प्रताड़ित गृहणी की वेदना का स्वर था , या किसी पुत्र एवं पुत्रवधू द्वारा... Hindi · कविता 10 20 473 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Mar 2020 · 9 min read शाहीन बाग आंदोलन क्या गारंटी है फिर से नहीं लौटेगा शाहीन बाग आंंदोलन पाञ्चजन्य समाचार पत्र मे प्रकाशित लेख दिनांक 26-मार्च-2020 शाहीन बाग का धरना खत्म हो गया। उसे खत्म होना भी था।... Hindi · लेख 9 2 335 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2020 · 1 min read ये दिल ही तो है ये दिल ही तो है जो कभी ज़ब्त करता है तो कभी बेताब़ होता है । कभी माय़ूस ग़मगीन रहता है तो कभी खुशी से चहकता है । कभी लड़ता... Hindi · कविता 9 10 337 Share Shyam Sundar Subramanian 9 May 2020 · 2 min read ज्ञान दर्शन उस दिन सवेरे में जब दूध लेने निकला, तो देखता हूं शराब की दुकान के आगे एक बड़ी लंबी लाइन लगी हुई है। शराब की दुकान अभी खुली भी नहीं... Hindi · कविता 9 8 356 Share Shyam Sundar Subramanian 14 May 2020 · 1 min read माँ माँँ वह छांव है जिसके तले हम पले बड़े है। वह सुखद अनुभूति है जिसे हम बचपन से अब तक संजोये रहे है। वह एक प्रेरणा स्त्रोत है जो हमारे... Hindi · कविता 9 12 288 Share Shyam Sundar Subramanian 28 May 2020 · 1 min read च़ंद इज़हार जाने कब से ढूँढ रहा हूँ इंसान इन लोगों की भीड़ में , जो अब तक गुम़श़ुदा है। उसने मेरे दिल को सिर्फ दऱिया समझा , मेरे दिल में लहराते... Hindi · मुक्तक 9 13 272 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Jun 2020 · 1 min read कभी-कभी कभी-कभी छोटी-छोटी मुलाकातें एक यादगार बन कर रह जाती हैं । कभी-कभी छोटी-छोटी गलतियाँ एक बड़ी परेशानी का सब़ब बन जातीं हैं । कभी-कभी छोटी- छोटी गलतफहमियाँ व़हम का एक... Hindi · कविता 9 8 372 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Jun 2020 · 1 min read कुत्सित मंतव्य ये जो लोग देश के वीरों के शौर्य पर प्रश्न उठाते हैं। सुरक्षा रत सैनिकों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा कर मातृभूमि का अपमान करते हैं। ये अपने राजनीतिक स्वार्थ... Hindi · कविता 9 12 297 Share Page 1 Next