डॉ.सीमा अग्रवाल Tag: कविता 99 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2021 · 1 min read अधर मौन थे, मौन मुखर था... अधर मौन थे, मौन मुखर था... कितना सुखद हसीं अवसर था। अधर मौन थे, मौन मुखर था। पूर्ण चंद्र था, उगा गगन में। राका प्रमुदित, मन ही मन में। टुकुर-टुकुर... Hindi · कविता 14 16 632 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Dec 2020 · 1 min read जान है तो जहान है.... ("कोरोना" विषय पर काव्य प्रतियोगिता हेतु) जान है तो जहान है.... न सँभले हैं हालात अभी और कुछ दिन घर में रहो ख्याल रखो अपना-अपनों का न बीच शहर में रहो संयम से रह किसी तरह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 57 749 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत दुनिया की... इस दुनिया की ये फितरत है। अपना कहती फिर छलती है। बाहर- बाहर मीठी बातें, पर भीतर चालें चलती है। किए बड़े थे उसने वादे। मगर नहीं थे नेक इरादे।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 2 193 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Feb 2021 · 1 min read इश्क आसान नहीं होता है.... इश्क आसान नहीं होता है ------ मन-सीपी याद सँजोता है कभी हँसता कभी रोता है सुख चैन खुदी सब खोता है इश्क आसान नहीं होता है उसकी यादें उसकी बातें... Hindi · कविता 6 4 384 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2021 · 1 min read किन्नर व्यथा..... जिस जननी ने जाया हमको, किया उसने ही हमें पराया। जिस पिता का खून रगों में, उसे भी हम पर तरस न आया। अन्याय समाज और अपनों का, जन्म लेते... Hindi · कविता 6 8 632 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read आखर-आखर नाम पे जिसके... आखर-आखर नाम पे जिसके गीत मैं नित रचती जाती हूँ क्या कोई पल ऐसा होता होगा सुधि उसको मेरी आती होगी क्या सरल अब भी वह पहले जैसा या बन... Hindi · कविता 6 4 284 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Feb 2021 · 1 min read #कुछ खत मौहब्बत के मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 65 398 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Jun 2021 · 1 min read दीदार चाँद का... दीदार चाँद का... रात जब ढलने लगी, दीदार हुआ चाँद का साँस जब थमने लगी, दीदार हुआ चाँद का यूँ तो गम पहले से ही, कम न थे जिंदगी में... Hindi · कविता 5 4 381 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Dec 2020 · 1 min read रहे चिर नूतन नेह हमारा... रहे चिर नूतन नेह हमारा... रात निखर उठती है जैसे, चंदा को निज अंक लगाकर। मैं भी निखर उठूँगी वैसे ही, साथ तुम्हारा अद्भुत पाकर। नहला चाँदनी में अपनी तुम,... Hindi · कविता 5 6 347 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read अभी दूर बहुत जाना है... यूँ हार के मन क्यों बैठे राही अभी दूर बहुत जाना है ! पथ में आए इन रोड़ों से तुम्हें तनिक न घबराना है ! क्यों मन इतना विचलित होता... Hindi · कविता 5 6 410 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर) कुछ ख्वाब नयन में हैं बाकी, क्या यहीं धरे रह जाएंगे ? उनको पूरा करने फिर हम, क्या लौट धरा पर आएंगे ? बचा रहेगा भू पर जीवन, या सब... Hindi · कविता 5 4 865 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2021 · 1 min read करुणा की बरसात...(दोहे) करुणा की बरसात... सावन आया देखकर, हर्षित दादुर मोर। बदली में चंदा छुपा, ढूँढे कहाँ चकोर।।१।। अबके सावन करो प्रभु, करुणा की बरसात। शाख ना टूटे कोई, घर-घर हुलसें पात।।२।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 568 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Jul 2021 · 1 min read मुझे याद तुम्हारी आती है.... बदली जब नभ में छाती है धरा झूम- झूम इठलाती है मुझे याद तुम्हारी आती है इक बूँद बरस जब स्वाति की चातक की प्यास बुझाती है मुझे याद तुम्हारी... Hindi · कविता 4 4 383 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 May 2021 · 1 min read कैसी झमाझम सारी रात हुई.... कैसी झमाझम सारी रात हुई... बिन मौसम ही बरसात हुई अँखियों से सारी रात हुई मन-किसान झूला फाँसी पर सुख की खेती बरबाद हुई ! पसरा हर सूं गहन अँधेरा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 488 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read मैंने तुमको याद किया.... कितनी रातें नींद उड़ाकर मैंने तुमको याद किया स्मृतियों की बस्ती बसाकर मैंने दिल आबाद किया तसव्वुर में छवि आँक तुम्हारी सोई तुमको अंक लगाकर मन से मन के तार... Hindi · कविता 4 2 260 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read बीजः एक असीम संभावना.... बीजः एक असीम संभावना---- उठ सके अध्यात्म के शिखर तक छुपी हैं ऐसी अनंत संभावनाएँ मनुज में। होती हैं जैसे हर बीज में वृक्ष बनने की। जरुरत है बस सम्यक्... Hindi · कविता 4 575 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jun 2021 · 1 min read सहमी सी है आज कलम.... सहमी-सी है आज कलम शब्द उदास हैं खोए-खोए अथाह गमों का सागर है आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की पीड़ा समझ न पाता है शब्द अगर... Hindi · कविता 4 4 340 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2021 · 1 min read खींच मत अपनी ओर..... खींच मत अपनी ओर अतीत। साथ हमारा गया अब बीत। माना तू सुहाना बहुत है। पर अब मुझसे दूर बहुत है। आकर्षण में बँध मैं आती, दिखता तुझमें नूर बहुत... Hindi · कविता 4 2 514 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 2 min read पल रहा था नयनों के भीतर.... पल रहा था नयनों के भीतर सपना एक मधुर सलोना था...... कब तक जीता रहता यूँ ही, हासिल न कुछ भी होना था। एक न एक दिन तो आखिर, उसे... Hindi · कविता 4 2 540 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Apr 2024 · 1 min read संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां... सहमी सी है आज कलम, शब्द उदास हैं खोए-खोए ! जग में कितनी पीड़ाएँ हैं, आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की, व्यथा समझ न पाता है।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 2 46 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Aug 2021 · 2 min read वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे..... वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे... बाँहों में जब चाँद की हम, चाँदनी ओढ़कर सोते थे ! पंख पसारे कल्पनाओं के, स्वप्न लोक में विचरा करते। दूर से ही... Hindi · कविता 4 2 550 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दुख में ही सुख तलाश ले.... दुख में ही सुख तलाश ले यूँ मन तू अपना तराश ले शोले जो दहकते हैं भीतर समझ तू उन्हें पलाश ले ! अज्ञान- तमस हरती चल जग को जीवन... Hindi · कविता 4 4 429 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jun 2021 · 1 min read कितना सच अनजाना तुमसे.... कितना सच अनजाना तुमसे, कितना कुछ अनकहा। क्या करना कुछ कहकर अब, रहने दो जो नहीं कहा। कौन सुखी है इस दुनिया में, जो दर्द मैं अपना रोऊँ। बना लूँ... Hindi · कविता 3 309 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jun 2021 · 1 min read सोच रही गौरैया.... सोच रही गौरैया..... सींखचे पर खिड़की के आज आ बैठी एक गौरैया देख रही थी टुकुर-टुकुर खामोश थे भाभी-भैया चिंतामगन बैठे थे दोनों बीच में थी एक गज की दूरी... Hindi · कविता 3 238 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jun 2021 · 1 min read किस्मत की निठुराई.... किस्मत की निठुराई... पलभर पाया साथ खुशी का, अब लम्बी तन्हाई। हँसता मुखड़ा नहीं सुहाया, किस्मत की निठुराई। बाहर शांत मगर मन - भीतर, चलती थी फेंटेसी। छाया बढ़कर मुझ... Hindi · कविता 3 2 545 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Mar 2023 · 1 min read विश्व रंगमंच दिवस पर.... वृहद् रंगमंच ये दुनिया सारी.... विरंचि-विरचित प्रपंच यह भारी। रंगमंच-सी भासित दुनिया सारी। जीव जहाँ अभिनय करता है, नित नूतन अति विस्मय कारी। नयनाभिराम निसर्ग-दृश्य-दर्शन। सृष्टि अनूठी अद्भुत बिंबांकन। नर्तन... Hindi · कविता 3 2 166 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jun 2021 · 1 min read हम बढ़ें शिखर की ओर.... मशाल ज्ञान की लिए हाथ में हम चलें प्रगति की ओर ! अथक गति चरणों में भरकर हम बढ़ें शिखर की ओर ! दें कुरूप को रूप सलोना उजला हो... Hindi · कविता 3 2 227 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read क्यों न खिलखिलाएँ आप.... क्यों न खिलखिलाएँ आप, आपकी किस्मत बुलंद है । अपने यहाँ तो आजकल, खुशियों का आना बंद है । आपके हर भाव से, टपकता है रस श्रंगार का । अपने... Hindi · कविता 3 2 331 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read काँ से काँ तक.... वक्त ले आया काँ से काँ तक डराती है अब अपनी छाँ तक कैसे यकीं आए नातों पर, बदल गए सब सर से पाँ तक घुमाऊँ नजर जो याँ से... Hindi · कविता 3 187 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Jul 2021 · 1 min read फिर वैसा मधुमास न आया... फिर वैसा मधुमास न आया..... कितने बसंत आए जीवन में मगर वैसा उल्लास न आया साथ तुम्हारे जैसा जिया था फिर वैसा मधुमास न आया आज पुरानी अलमारी से निकला... Hindi · कविता 3 319 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read 'गर आ जाते फिर एक बार.... 'गर आ जाते फिर एक बार ... सूनी रातें, बहकी बातें नैनों से झरती बरसातें शांत हो एक कोने में रहतीं जग के मन में चलती घातें जीत बन जाती... Hindi · कविता 3 4 358 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read एक सहेली दूर कहीं.... एक सहेली दूर कहीं... एक सहेली दूर कहीं बैठी अकेली रो रही बहते अश्कों के धारों से मुँह वह अपना धो रही उसका साथी कोई नहीं जाने वह कबसे सोई... Hindi · कविता 3 1 336 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read विरहा की तन्हा ये लम्बी रातें..... यूँ ही 'शुभम्' कह देने भर से, शुभ हो जाते जो दिन या रातें। साँझ- सकारे बिन मौसम ही, यूँ घिर-घिर न बरसतीं बरसातें। किस बात का अहम करें हम... Hindi · कविता 3 2 196 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jun 2021 · 1 min read स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में.... स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में .... दुआ-बद्दुआ जिस-जिस से मिली फलती रही किस्मत भी टेढ़ी-मेढ़ी चाल अपनी चलती रही झुलसता रहा जीवन संघर्ष-अनल-आवर्त में प्रीत-वर्तिका भी मद्धम बीच रिदय जलती रही... Hindi · कविता 3 4 214 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Dec 2020 · 1 min read मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा...... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... Hindi · कविता 3 5 270 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Oct 2022 · 1 min read ऐसे नहीं मरेगा रावण... ऐसे नहीं मरेगा रावण.... पुतले जितने फूँकोगे उतना अट्टहास करेगा रावण ऐसे नहीं मरेगा रावण जितने शीश हरोगे उसके उतने रूप धरेगा रावण ऐसे नहीं मरेगा रावण जिस रावण को... Hindi · कविता 3 148 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Oct 2022 · 1 min read आज शरद की पूरनमासी... लो फिर आई शरद की पूरनमासी ! रात कोजागरी पूर्ण कलेवर चाँद विगसा निरभ्र गगन में धारे सोलह कलाएँ देखो तो कैसा दिप रहा कलाधर ! निहारते छटा सितारे टकटकी... Hindi · कविता 3 187 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Sep 2021 · 2 min read भ्रातृ चालीसा ... भ्रातृ-चालीसा -- भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान। भाई में बसती सदा, हम बहनों की जान।। रिश्ता भाई-बहन का, सबसे पावन जान। इसके जैसा जगत में, मिले नहीं... Hindi · कविता 3 6 659 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Sep 2021 · 1 min read सावन बीता, आस न बीती... सावन बीता, आस न बीती। ढुलक पलक से, बदली रीती। हद से प्यारा, मीत हमारा। बातें उसकी, थीं मनचीती। बैठी उन्मना, भोली जोगन। फटे बसन ले, कथरी सीती। प्रेम -... Hindi · कविता 3 329 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Sep 2023 · 1 min read प्रिय भतीजी के लिए... प्रिय भतीजी के लिए... उस वृंत की कोंपल तू नन्ही, जिस पर मैं भी कभी खिली। है मेरा ही प्रतिरूप तू लाडो, सूरत तेरी-मेरी कितनी मिली। रोप दी गई मैं... Hindi · कविता 3 131 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Dec 2020 · 1 min read महापुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर..... एक नाम राजनीति में चमका ऐसे जैसे ध्रुवतारा विरोधी पक्ष ने भी सहज भाव से जिसे स्वीकारा देशद्रोहियों के प्रति सदा ही विरोध जताया तीखा राजनीति के दलदल में खिला... Hindi · कविता 3 5 321 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Aug 2021 · 1 min read जीवन का आधार लेखनी... जीवन का आधार लेखनी। अपना तो संसार लेखनी दे भावों को रूप-आकार, कर दे मन साकार लेखनी। विभा से जगमग शब्दों की, हर ले हर अंधकार लेखनी। फँसे जो जग... Hindi · कविता 3 676 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2020 · 1 min read तुम मलयज शीतल चंदन हो...। तुम मलयज शीतल चंदन हो ... जीवन मेरा तपती दुपहरी तुम मलयज शीतल चंदन हो ! तुमसे मिलकर जाना यह मैंने तुम जीवन का आकर्षन हो ! शब्दों में तुम्हें... Hindi · कविता 3 2 311 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2020 · 1 min read बसंत का आगम क्या कहिए.... बसंत का आगम क्या कहिए.... बसंत का आगम क्या कहिए दिन चमचम रात उजाली है नत यौवन-भार से आज धरा हुई मद में गजब मतवाली है घाम ने अंगों को... Hindi · कविता 3 4 517 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Aug 2021 · 1 min read कितना प्यारा रूप लुभावन.... कितना प्यारा रूप लुभावन चंद्रवलय- सा मुख मनभावन ! स्मित-चाँदनी फैली लबों पर शुभ्र,धवल क्या इससे पावन ! नयन - चकोर लगे दर तेरे बिछी चाँदनी मन के आँगन !... Hindi · कविता 3 379 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jan 2021 · 1 min read छीज रही है धीरे-धीरे... छीज रही है धीरे-धीरे मेरी साँसों की डोर अधरों पर है हास भीग रही नैनों की कोर बाहर पसरा सन्नाटा है भीतर कितना शोर तकूँ तुझे मैं ऐसे चंदा को... Hindi · कविता 3 367 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Aug 2021 · 1 min read साथ समय के चलना सीखो... साथ समय के चलना सीखो। नहीं किसी को छलना सीखो। भोर तुम्हारे द्वार खड़ी है, नवसृजन की ये घड़ी है। अनथक तुम बस चलते जाना, परीक्षा आगे बहुत कड़ी है।... Hindi · कविता 3 2 971 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Feb 2021 · 1 min read ये कैसा मधुमास आया... ये कैसा मधुमास आया... बुझे-बुझे से दिन मन उचाट उन्मन न कोई उमंग न तरंग ये कैसा मधुमास आया ! सूझे न कोई काज लुटे सकल सुख-साज स्वप्न हुए सब... Hindi · कविता 3 276 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read सहमी सी है आज कलम.... सहमी सी है आज कलम शब्द उदास हैं खोए-खोए अथाह गमों का सागर है आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की पीड़ा समझ न पाता है शब्द... Hindi · कविता 2 427 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 May 2023 · 1 min read आज इस सूने हृदय में.... आज इस सूने हृदय में, याद बस तेरी मचलती। सोच हावी हो रिदय पर, भाव हर कोमल कुचलती। तुम हमारे कुछ नहीं, पर याद आते हो सतत क्यों ? सुन... Hindi · कविता 2 228 Share Page 1 Next