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Page 2
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
आदमी का कैसा ये किरदार है
आदमी का कैसा ये किरदार है
प्रीतम श्रावस्तवी
मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है
मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है
प्रीतम श्रावस्तवी
कितनों को राख कर गई भड़की हुई हवा
कितनों को राख कर गई भड़की हुई हवा
प्रीतम श्रावस्तवी
आतिशे फुरक़त में जलता मैं कि तू
आतिशे फुरक़त में जलता मैं कि तू
प्रीतम श्रावस्तवी
वो ही मुरझाए हुए गाल गवाही देंगे
वो ही मुरझाए हुए गाल गवाही देंगे
प्रीतम श्रावस्तवी
प्रेम की जो पुनीत धारा है
प्रेम की जो पुनीत धारा है
प्रीतम श्रावस्तवी
था करम माँ का जो बदकार नहीं होने दिया
था करम माँ का जो बदकार नहीं होने दिया
प्रीतम श्रावस्तवी
दोहावली या दरदावली
दोहावली या दरदावली
प्रीतम श्रावस्तवी
कुछ अपनी कही जाए कुछ उनकी सुनी जाए
कुछ अपनी कही जाए कुछ उनकी सुनी जाए
प्रीतम श्रावस्तवी
जब क़मर की रौशनी से जगमगाई आशिक़ी
जब क़मर की रौशनी से जगमगाई आशिक़ी
प्रीतम श्रावस्तवी
खत्म हो जाये वबा मेरे ख़ुदाविनय
खत्म हो जाये वबा मेरे ख़ुदाविनय
प्रीतम श्रावस्तवी
कोरोना घर से बाहर अभी तुम न जाओ
कोरोना घर से बाहर अभी तुम न जाओ
प्रीतम श्रावस्तवी
ये मोदी हैं स्कूल को खुलने नहीं देंगे
ये मोदी हैं स्कूल को खुलने नहीं देंगे
प्रीतम श्रावस्तवी
दुनिया में जो फैली है बीमारी चली जाए
दुनिया में जो फैली है बीमारी चली जाए
प्रीतम श्रावस्तवी
पीड़ावली
पीड़ावली
प्रीतम श्रावस्तवी
किस्मत है ऐसी शै जो चमकती ज़रूर है
किस्मत है ऐसी शै जो चमकती ज़रूर है
प्रीतम श्रावस्तवी
कैसे दिन ये गुज़ारे गये हैं
कैसे दिन ये गुज़ारे गये हैं
प्रीतम श्रावस्तवी
कुंडलियाँ
कुंडलियाँ
प्रीतम श्रावस्तवी
प्राइवेट शिक्षकों की दारुण व्यथा
प्राइवेट शिक्षकों की दारुण व्यथा
प्रीतम श्रावस्तवी
लेंगड़ू कै व्याह (अवधी दोहे)
लेंगड़ू कै व्याह (अवधी दोहे)
प्रीतम श्रावस्तवी
दोहे
दोहे
प्रीतम श्रावस्तवी
ऑनलाइन पढ़ाई (अवधी)
ऑनलाइन पढ़ाई (अवधी)
प्रीतम श्रावस्तवी
अवधी दोहे
अवधी दोहे
प्रीतम श्रावस्तवी
जिनके आँगन में कोई बूढ़ा शजर होता है
जिनके आँगन में कोई बूढ़ा शजर होता है
प्रीतम श्रावस्तवी
नशा विरोधी दोहे
नशा विरोधी दोहे
प्रीतम श्रावस्तवी
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
साँस बनने पर तुली है अब शरारा देखना
साँस बनने पर तुली है अब शरारा देखना
प्रीतम श्रावस्तवी
प्रेम पत्र
प्रेम पत्र
प्रीतम श्रावस्तवी
हौसलों के परों से उड़ा कीजिए
हौसलों के परों से उड़ा कीजिए
प्रीतम श्रावस्तवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
दोहे
दोहे
प्रीतम श्रावस्तवी
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
कोरोना लोकगीत
कोरोना लोकगीत
प्रीतम श्रावस्तवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
किसी ग़रीब को आओ हँसा के देखते हैं
किसी ग़रीब को आओ हँसा के देखते हैं
प्रीतम श्रावस्तवी
मुक्तक ( माँ)
मुक्तक ( माँ)
प्रीतम श्रावस्तवी
माँ के छूने से तो पत्थर भी सँवर जाते हैं
माँ के छूने से तो पत्थर भी सँवर जाते हैं
प्रीतम श्रावस्तवी
ज़ख़्म वरना हरा नहीं होता
ज़ख़्म वरना हरा नहीं होता
प्रीतम श्रावस्तवी
कोरोना
कोरोना
प्रीतम श्रावस्तवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
है अब आदमी में अदावत ज़ियादा
है अब आदमी में अदावत ज़ियादा
प्रीतम श्रावस्तवी
सच का जग में दाम बहुत है
सच का जग में दाम बहुत है
प्रीतम श्रावस्तवी
कोहरा
कोहरा
प्रीतम श्रावस्तवी
दोहा ग़ज़ल
दोहा ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
हास्य ग़ज़ल
हास्य ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
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