महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1060 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 Next महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Sep 2021 · 1 min read کس مشینی دور میں رہنے لگا ہے آدمی کس مشینی دور میں رہنے لگا ہے آدمی درد کے ساگَر میں گُم بہنے لگا ہے آدمی سبھیتا ایک دوسرا اددھیے اب رچنے لگی بھوجھ ماں-و-باپ کو کہنے لگا ہے... Urdu · غزل 2 7 348 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read मोहक खिला गुलाब सन मोहक खिला गुलाब सन प्रीतम तोहर रूप अछि होय हृदय बेताब सन ••• Maithili · कविता 2 1 223 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read गेल इ जिनगी काम मे गेल इ जिनगी काम मे होए भीतर मे वासना नाहि रमे मन राम मे Maithili · कविता 2 223 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read आब रामक दरसन दूर नहिं…… जन मानसक मन मे जे रहल आऔर सृष्टि क कन-कन मे इ रहल आब रामक दरसन दूर नहिं…… प्रभु मंदिरक निर्माण वहिं…… दीपन सँ सजल अयोध्या मन-मन्दिर बसल अयोध्या आब... Maithili · कविता 2 276 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read मन मे नाचल मोर अछि केहू सभ चितचोर अछि प्रीतम तोहे देखिबे मन मे नाचल मोर अछि Maithili · कविता 2 1 365 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read दया धर्मस्य सार अछि दया धर्मस्य सार अछि जिनगी आधार अछि मानवस्य विस्तार अछि ••• ________________________ *तीन पंक्तियों में रचा जनक छन्द। सबसे सहज प्रवाह के लिए जाना जाता है। यह दोहे के प्रथम... Maithili · कविता 2 275 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read अतिप्राचीना संस्कृतम् देववाणी सनातनम् शब्दग्राह्य विशेषता अतिप्राचीना संस्कृतम् ••• *तीन पंक्तियों में रचा जनक छन्द। सबसे सहज प्रवाह के लिए जाना जाता है। यह दोहे के प्रथम चरण (13 मात्राओं) के तीन... Sanskrit · काव्य 1 1 668 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read प्रवाहिता मन्दाकिनी सुख-दु:ख रूपम वाहिनी प्रदानम् महामोक्ष मम प्रवाहिता मन्दाकिनी ••• ________________________ *तीन पंक्तियों में रचा जनक छन्द। सबसे सहज प्रवाह के लिए जाना जाता है। यह दोहे के प्रथम चरण (13... Sanskrit · काव्य 1 1 364 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read भारतभूमि विशेषता इह विविधताय एकता संपूर्ण: विश्व दृष्टया भारतभूमि विशेषता ••• ________________________ *तीन पंक्तियों में रचा जनक छन्द। सबसे सहज प्रवाह के लिए जाना जाता है। यह दोहे के प्रथम चरण (13... Sanskrit · काव्य 1 1 468 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Sep 2021 · 1 min read میرا ذکر آیا خوب ہے آپکی باتوں میں میرا، ذکر آیا خوب ہے خوشنُما راتوں میں میرا، ذکر آیا خوب ہے عِشْق کا دستور تھا یہ، جیت ہو یا ہار ہو کھیل کی گھاتوں میں... Urdu · نظم 2 1 562 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Sep 2021 · 1 min read रामायण: ज्ञानवृष्टि विश्वविख्यात: श्लोक: महर्षि वाल्मीकी— "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी" (इह अस्ति राष्ट्रे निर्माणे सम्पूर्ण: कड़ी) एकम् रूपम महर्षि भारद्वाजे, सम्बोधित: राम:— मित्राणि धन धान्यानि प्रजानां सम्मतानिव । जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि... Sanskrit · श्लोक 3 1 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 26 Sep 2021 · 1 min read संस्कृतम् शरणं गच्छामि हे मित्रम, संस्कृतिं शरणं गच्छामि सर्वदा! हे मित्रम, राष्ट्रगौरवं शरणं गच्छामि सर्वदा!! हे मित्रम, संस्कृतम् शरणं गच्छामि सर्वदा!!! *** ____________________ हिन्दी भावार्थ: — हे मित्र, संस्कृति की शरण लेता हूँ... Sanskrit · काव्य 1 1 349 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Sep 2021 · 1 min read دوہے (1) غزل کہون تو مَیں 'اسد'، مُجھ میں بستے 'میر' دوہا جب کہنے لَگُوں ، مُجھ میں *سینٹ 'کبیر' *** (2) مہنگی روٹی – دال ہے، مکھیہ تجھے سلام پوچھے... Urdu · نظم 1 1 431 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Sep 2021 · 1 min read تیر و تلوار سے نہیں ہوتا تیر و تلوار سے نہیں ہوتا کام ہتھیار سے نہیں ہوتا گھاؤ بھرتا ہے دھیرے دھیرے ہی کچھ بھی رفتار سے نہیں ہوتا کھیل میں بھاونا ہے زندہ تو فرق... Urdu · غزل 2 3 447 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Sep 2021 · 1 min read غریبوں کو فقط اپدیش کی گھٹی پلاتے ہو غریبوں کو فقط اپدیش کی گھٹی پلاتے ہو بڑے آرام سے تم چین کی بنسی بجاتے ہو ہے مشکل دور سوکھی روٹیاں بھی دور ہیں ہم سے مزے سے تم... Urdu · غزل 2 3 319 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Sep 2021 · 1 min read بڑی تکلیف دیتے ہیں یہ رشتے بڑی تکلیف دیتے ہیں یہ رشتے یہی اپہار دیتے روز اپنے زمیں سے آسماں تک پھیل جائیں دھنک میں خواہشوں کے رنگ بکھرے نہیں ٹوٹے کبھی جو مشکلوں سے بہت... Urdu · غزل 1 1 313 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Sep 2021 · 1 min read کاش ہوتا مزہ کہانی میں کاش ہوتا مزہ کہانی میں دل مرا بجھ گیا جوانی میں ان کی الفت میں یے ملا ہم کو زخم پائے ہیں بس نشانی میں آؤ دکھلائیں ایک انہونی آگ... Urdu · غزل 2 3 430 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 24 Sep 2021 · 10 min read चाय व सोमरस की महिमा कोई लेबल ब्राण्ड हो, सभी ज़ायक़ेदार चायपान या सोमरस, ज़िन्दगी रसेदार ये दोहा दो युगों की याद दिलाता है। पहला सतयुग—जब देवता सोमरस का पान करते थे। जो आम व्यक्ति... Hindi · लेख 2 688 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 23 Sep 2021 · 1 min read स्वर्णिम अध्याय अछि मां आदि सृष्टि क स्वर्णिम अध्याय अछि मां करुणा आऔर ममता क पर्याय अछि मां धरम-करम केओ सारगर्भित व्याख्या मे जिनगी गीता क स्वाध्याय अछि मां तु द्रवित होइ बच्चन क... Maithili · कविता 3 2 312 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 22 Sep 2021 · 4 min read "मैं पाकिस्तान में भारत का जासूस था" किताबवाले महान जासूस भास्कर भास्कर मोहनलाल जी, थे जासूस महान परमाणु मिशन पाक का, गए समय पे जान जी हाँ, ये दोहा मोहनलाल भास्कर जी पर एकदम सटीक बैठता है। भास्कर जी को जिस... Hindi · लेख 4 4 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 22 Sep 2021 · 3 min read एक था ब्लैक टाइगर रविन्द्र कौशिक रवींद्र कौशिक को मिला, ब्लैक टाइगर नाम जासूसी में हिन्द के, आए हरदम काम ये दोहा भारत के सबसे महान जासूस की कहानी कहता है, आइये उनके जीवन में झांकें।... Hindi · लेख 3 2 309 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Sep 2021 · 1 min read दर्द सभक एक सन….... इ जग मे जे कानय पीर सभक एक सन….... दर्द सभक एक सन….... प्रीति मे टूटल ह्रदय जे हीर सभक एक सन….... दर्द सभक एक सन….... भाग हमर…. हाय रे... Maithili · कविता 2 2 398 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Sep 2021 · 1 min read अहम जिनगी तभे तक बा भाइ लोगन जबे तक तोहार 'अहम' जिन्दा रहल ... समझी के ना ? अनयथा — जले के पूर्व लाश भी तो इके शरीरे बा!! Bhojpuri · कविता 2 2 250 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Sep 2021 · 1 min read प्रवाह ऊ आखर ही अपन सार्थक प्रभाव छोडि पाने मा सक्षम होइये जनाब … जोऊ स्फुटित होत रहल खुदेह आखरन प्रवाह से … वरना ई सभ रचनाये आखरन के कब्रगाह ही... Bhojpuri · कविता 1 369 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Sep 2021 · 1 min read दूर संचारे क्रांति परत-दर-परते खुलत रहल बा उ बात जोन लाख परदा के भितरे रहल छी … इ वास्तव मा परिवर्तन होइ अथबा — कोनो दूर संचारे क्रांति से उपजत दोसर दुनिया …... Bhojpuri · कविता 1 269 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Sep 2021 · 1 min read तार आतमा इके तार बा..... जोरि जोन जिनगी के मौतवा से अर..... मौतवा को जोरि… फिरे नवा सिरजन से …. ••• Bhojpuri · कविता 1 280 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Sep 2021 · 3 min read पहली भारतीय महिला जासूस सरस्वती राजमणि जी थी सरस्वती राजमणि, भारतीय जासूस नेताजी पर वो सदा, गर्व करे महसूस जी हाँ, मेरा ये दोहा पढ़के चौंकिए मत! अधिकांश पाठकों को जानकर हैरानी होगी कि सरस्वती राजमणि भारतीय... Hindi · लेख 3 4 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Sep 2021 · 1 min read तीन जनक छन्द इ सावन क जे रूप अछि वसुन्धरा जे भीजतइ इ पृथ्वी क अनुरूप अछि *** इ बरखा क आनन्द अछि भीजत समस्त विश्व मे इ वर्षाऋतु क छन्द अछि ***... Maithili · कविता 2 2 461 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Sep 2021 · 1 min read आदि सृष्टि सँ …. एक कण सँ दोसर कण धरि …. एक परान सँ दोसर परान धरि…. पुरातन चेतन सँ नवचेतन धरि…. अखण्ड नित चलए सतत प्रक्रिया रहए आदि सृष्टि सँ …. भविष्यक गतर... Maithili · कविता 1 3 302 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Sep 2021 · 1 min read संवेदनाएँ ! जीवनक अस्थित्व अखन शेष रहै बुझायै एहि कारणेँ बम धमाका आओर जिहादी नारा के बीच भ…… बची गेल अछि किछु— मानवीय संवेदनाएँ ! ••• Maithili · कविता 3 4 687 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Sep 2021 · 1 min read मैथिल रंग अनूप संस्कृत-पाली-मागधी, मैथिल रंग अनूप* किछु अंशों मे बंगला, किछु मे हिंदी रूप शामिल मैथिल आठवीं, सूची मे हे आज झारखंडीक राज्य मे, द्वितीय भाषा राज** ••• _________________________________ *मैथिली भाषा भारत... Maithili · कविता 2 2 356 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Sep 2021 · 2 min read खिले मैथिली धूप नेपाल वा बिहार मे, खिले मैथिली धूप मैथिल संस्कृत स्रोत अछि, तत्सम-तद्भव रूप* मिथिलाक्षर, कैथी रहल, प्राचीन लिपि स्वरूप देवनागरी मे लिखू, नीक मैथिली रूप** ••• _________________________ *मैथिली भाषा भारत... Maithili · कविता 2 2 543 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Sep 2021 · 1 min read महाकवि विद्यापति रहल मैथिल क कवि महाकवि विद्यापति* कोटिशः कोटिशः नमन तोहे अर्पित श्रद्धा सुमन तोहे भावभक्ति युक्त वैष्णवी प्रीति-रीति क गीत रची कोटिशः कोटिशः नमन तोहे अर्पित श्रद्धा सुमन तोहे रहल... Maithili · कविता 2 2 510 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 6 Sep 2021 · 9 min read शम्बूक हत्या! सत्य या मिथ्या? लेख आरभ्म करने से पूर्व मैं ज़िक्र करना चाहूंगा अपने पिताश्री का। मेरे स्वर्गीय पिताश्री शिव सिंह जी (शिवरात्रि 1938 ई.—7 फरवरी 2005 ई.) राम के बहुत बड़े भक्त थे।... Hindi · लेख 17 23 19k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 4 Sep 2021 · 1 min read ज़िन्दगी ने मौत का मन्ज़र दिखा दिया 2122 + 2122 + 212 + 12 ज़िन्दगी ने मौत का मन्ज़र दिखा दिया वक़्त ने हमको बनाया और मिटा दिया मुश्किलों में साथ ग़ैरों का मिला मुझे आँख से... Hindi · मुक्तक 1 209 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Sep 2021 · 3 min read "हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया" के "अंगद" यानि सिद्धार्थ नहीं रहे सिद्धार्थ शुक्ला का जन्म 12 दिसंबर 1980 ई. को मुंबई महाराष्ट्र में हुआ था और हृदय गति रुक जाने से आज 2 सितंबर 2021 ई. को निधन हो गया। दरवाज़ा... Hindi · लेख 2 522 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 31 Aug 2021 · 5 min read महाकवि दुष्यंत जी की पत्नी राजेश्वरी देवी जी का निधन "दुष्यंत की नज़र उनके युग की नई पीढ़ी के ग़ुस्से और नाराज़गी से सजी बनी है। यह ग़ुस्सा और नाराज़गी उस अन्याय और राजनीति के कुकर्मो के ख़िलाफ़ नए तेवरों... Hindi · लेख 1 1 706 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Aug 2021 · 10 min read द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक "कभी-कभी मेरे मन में सवाल उठता है कि अगर वारसा जैसी सख्त संधि जर्मनी पर न थोपी गई होती, तो शायद हिटलर पैदा नहीं होता! यदि हिन्दू-मुस्लिम एकता वाले ऐतिहासिक... Hindi · लेख 1 788 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Aug 2021 · 1 min read इस जहाँ से हर कोई इक दिन अकेला जाता है इस जहाँ से हर कोई इक दिन अकेला जाता है कब किसी के साथ ये दुनिया का मेला जाता है चार दिन ही ज़िन्दगी थी, इस जहाँ की भीड़ में... Hindi · मुक्तक 3 194 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Aug 2021 · 4 min read "नजीबुल्लाह: एक महान राष्ट्रपति का दुखदाई अन्त" 90 के दशक में अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति थे नजीबुल्लाह। वे कम्युनिस्ट विचारधारा को मानते थे इसलिए उन्हें सोवियत संघ (USSR, उन दिनों तक रूस के टुकड़े नहीं हुए थे। वह... Hindi · लेख 5 482 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Aug 2021 · 1 min read क्या कहूँ आपने कर दिया बेज़ुबाँ क्या कहूँ आपने कर दिया बेज़ुबाँ काश! अब कोई ना फिर रहे दरमियाँ होश फ़ाख़्ता हुए आपको देखकर ढूँढ़ते हो कहाँ मेरे नामो निशाँ ••• Hindi · मुक्तक 2 486 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 11 Aug 2021 · 16 min read इक्यावन दिलकश ग़ज़लें (1) होश में कैसे रहूँ जब रू-ब-रू तू आई’ना देखूँ तो हैराँ हू-ब-हू तू रूह मेरी और तेरी एक है यूँ मुझसे मेरी होने वाली गुफ़्तुगू तू इस कदर छाया... Hindi · ग़ज़ल 3 2 732 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Aug 2021 · 3 min read नहीं रहे रंगमंच व सिनेमा के सशक्त अभिनेता अनुपम श्याम अभिनेता अनुपम श्याम का जन्म 20 सितंबर 1957 ई. को प्रतापगढ़ , उत्तर प्रदेश में हुआ था और उनकी मृत्यु गत रविवार 8 अगस्त 2021 ई. को लाइफ लाइन हॉस्पिटल,... Hindi · लेख 1 170 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 7 Aug 2021 · 1 min read लोग हमेशा छल करते हैं कब मुश्किल को हल करते हैं लोग हमेशा छल करते हैं क्यों कहते हो भूल गए हम याद तुम्हें हर पल करते हैं अच्छे कर्म न छोड़ कभी तू आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 241 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 4 Aug 2021 · 2 min read हिंदी व डोगरी की चहेती लेखिका पद्मा सचदेव का निधन अत्यन्त दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि हिंदी व डोगरी की जानी-मानी सबकी चहेती लेखिका पद्मा सचदेव का आज सुबह तड़के कार्डिक अरेस्ट के कारण मुंबई में निधन... Hindi · लेख 4 4 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 31 Jul 2021 · 1 min read शहीद उधम सिंह नमन तुम्हें जन्मे सन निन्यानवे, पौष माह छब्बीस अल्प आयु पाए उधम*, केवल इकतालीस बचपन में ही उठ गया, मात-पिता** का हाथ उधम-साधु सिंह*** हो गए, देखो हाय! अनाथ जलियाँवाला बाग़ में,... Hindi · दोहा 5 4 457 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Jul 2021 · 1 min read आप ने तोड़ा है 212 + 22 आप ने तोड़ा है हमने फिर जोड़ा है काम मुश्किल था ये हमने कर छोड़ा है ज़ुल्म के आगे तो न्याय ये थोड़ा है युद्ध के माहौल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 295 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Jul 2021 · 1 min read कैसे ये टूटेगा भरम देखिये साहब 2212 + 2212 + 2122 + 2 बेरोजगारी का सितम देखिये साहब कैसे ये टूटेगा भरम देखिये साहब मिल जाये बस दो वक़्त की रोटियाँ इनको ये भूख का अन्तिम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 721 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Jul 2021 · 1 min read नाम को रह जायेगा सिर्फ़ अब हैवान यहाँ खुद मिटा डालेगा इन्सान को इन्सान यहाँ नाम को रह जायेगा सिर्फ़ अब हैवान यहाँ दोष क्या दें किसको भगवान ने ही सबको गढा खुद मसीहा बन बैठा आज तो... Hindi · मुक्तक 2 184 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 24 Jul 2021 · 1 min read सबके नसीब में बहार नहीं 21 1 2 +1 2 1+ 2 1 1 2 सबके नसीब में बहार नहीं सबकी रुहों को है क़रार नहीं दर्द उठे मिले न ज़ख़्म कोई कौन है वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 222 Share Previous Page 11 Next