Comments (5)
24 Jul 2021 10:39 PM
इस मश़्के के तग़ाफ़ुल की क़सम ये तो बता दे ,
ताउम्र मै बे़ताब ही बे़ताब रहूं क्या ?
मख़्लूक भी हस्ती मेरी ख़ालिक़ भी मेरी जात ,
इस पर भी तुझे इल्म़ नहीं है कि मैं हूं क्या ?
सब तेरी मोहब्ब़त की इनाय़त है वरना
मैं क्या मेरा दिल क्या मेरे अंदाज़े- जुनूं क्या ?
माना बहुत तल्ख़ हैं अंजामे तमन्ना
यह गम तेरे खातिर भी गवारा न करूं क्या ?
श़ुक्रिया !
25 Jul 2021 10:51 AM
shukriya
24 Jul 2021 09:59 PM
बहुत सुंदर
25 Jul 2021 10:50 AM
shukriya
बहुत खूब