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Tag: ग़ज़ल/गीतिका
193 posts
रास्ता मंजिल के जैसा लग रहा है
रास्ता मंजिल के जैसा लग रहा है
कवि संजय कौशाम्बी
दो पेड़ लगाऊँ कैसे
दो पेड़ लगाऊँ कैसे
कवि संजय कौशाम्बी
मैं ही फक़त बदनाम था
मैं ही फक़त बदनाम था
कवि संजय कौशाम्बी
तुम नजर आए
तुम नजर आए
कवि संजय कौशाम्बी
कोरोना की दहशत में
कोरोना की दहशत में
कवि संजय कौशाम्बी
बाधाएँ आयीं कितनी ही
बाधाएँ आयीं कितनी ही
कवि संजय कौशाम्बी
ख़याल का ख़याल तो कर
ख़याल का ख़याल तो कर
कवि संजय कौशाम्बी
जरूरत क्या है
जरूरत क्या है
कवि संजय कौशाम्बी
बेसहारा मत समझ लेना
बेसहारा मत समझ लेना
कवि संजय कौशाम्बी
घिर गया मैं
घिर गया मैं
कवि संजय कौशाम्बी
मंजिल वही पाता है
मंजिल वही पाता है
कवि संजय कौशाम्बी
बुजुर्गों की दुआ आने दो
बुजुर्गों की दुआ आने दो
कवि संजय कौशाम्बी
आज हम हँस पड़े
आज हम हँस पड़े
कवि संजय कौशाम्बी
बेशरम हम न होते
बेशरम हम न होते
कवि संजय कौशाम्बी
बैठे हैं वो उम्मीद जियादा किए हुए
बैठे हैं वो उम्मीद जियादा किए हुए
कवि संजय कौशाम्बी
जिसे हम गुनगुना आये
जिसे हम गुनगुना आये
कवि संजय कौशाम्बी
चुपचाप भला क्यों बैठे
चुपचाप भला क्यों बैठे
कवि संजय कौशाम्बी
चलते बने
चलते बने
कवि संजय कौशाम्बी
यूँ ही आ चाहे जरूरत में आ
यूँ ही आ चाहे जरूरत में आ
कवि संजय कौशाम्बी
पल दो पल का साथ तुम्हारा..अच्छा है
पल दो पल का साथ तुम्हारा..अच्छा है
कवि संजय कौशाम्बी
मीरा ने अपने मन को बँसुरिया बना लिया
मीरा ने अपने मन को बँसुरिया बना लिया
कवि संजय कौशाम्बी
कृष्ण का तन मन सदा राधा रहा
कृष्ण का तन मन सदा राधा रहा
कवि संजय कौशाम्बी
आओ उसे खोजें
आओ उसे खोजें
कवि संजय कौशाम्बी
घर जो मिट्टी का मिला तो यूँ लगा
घर जो मिट्टी का मिला तो यूँ लगा
कवि संजय कौशाम्बी
याद आयेंगे हम भी मियाँ एक दिन
याद आयेंगे हम भी मियाँ एक दिन
कवि संजय कौशाम्बी
तेरा आँचल दिखाई दे
तेरा आँचल दिखाई दे
कवि संजय कौशाम्बी
सोचें क्या बैठकर कि भला
सोचें क्या बैठकर कि भला
कवि संजय कौशाम्बी
जाने क्या वो जाने वाला दे गया
जाने क्या वो जाने वाला दे गया
कवि संजय कौशाम्बी
मेरे भारत में तुम्हारी नहीं चलने वाली
मेरे भारत में तुम्हारी नहीं चलने वाली
कवि संजय कौशाम्बी
लोहे का दरवाजा लगाता है
लोहे का दरवाजा लगाता है
कवि संजय कौशाम्बी
आशिकी है,सियासत नहीं है
आशिकी है,सियासत नहीं है
कवि संजय कौशाम्बी
हम भी उन्हें आजमाते रहे
हम भी उन्हें आजमाते रहे
कवि संजय कौशाम्बी
ख्वाब आँखों में....
ख्वाब आँखों में....
कवि संजय कौशाम्बी
सिक्का उछालकर
सिक्का उछालकर
कवि संजय कौशाम्बी
आँखों में पट्टी बाँध लेती है
आँखों में पट्टी बाँध लेती है
कवि संजय कौशाम्बी
माँ की मीठी गालियाँ अच्छी लगीं
माँ की मीठी गालियाँ अच्छी लगीं
कवि संजय कौशाम्बी
तुरपाइयाँ दिखती रहीं
तुरपाइयाँ दिखती रहीं
कवि संजय कौशाम्बी
बेटी को दो तालीम
बेटी को दो तालीम
कवि संजय कौशाम्बी
फसाना मेरी चाहत का
फसाना मेरी चाहत का
कवि संजय कौशाम्बी
चलो दरिया किनारे
चलो दरिया किनारे
कवि संजय कौशाम्बी
मुझको भुला रहा है कोई
मुझको भुला रहा है कोई
कवि संजय कौशाम्बी
नित ही कैलाश पर भोले...
नित ही कैलाश पर भोले...
कवि संजय कौशाम्बी
मैं तेरे जैसा नहीं हूँ
मैं तेरे जैसा नहीं हूँ
कवि संजय कौशाम्बी
दिल को दुखा दीजिये
दिल को दुखा दीजिये
कवि संजय कौशाम्बी
ये हुआ है तो फिर हुआ क्यों है
ये हुआ है तो फिर हुआ क्यों है
कवि संजय कौशाम्बी
वो कब तक बेवफ़ाई न करेगा
वो कब तक बेवफ़ाई न करेगा
कवि संजय कौशाम्बी
मिरा भी नाम आएगा
मिरा भी नाम आएगा
कवि संजय कौशाम्बी
उसे भी दिल दुखाने दीजिए
उसे भी दिल दुखाने दीजिए
कवि संजय कौशाम्बी
उसे अच्छा नहीं लगता
उसे अच्छा नहीं लगता
कवि संजय कौशाम्बी
पता है सब हैसियत तुम्हारी
पता है सब हैसियत तुम्हारी
कवि संजय कौशाम्बी
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