Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2020 · 1 min read

चलो दरिया किनारे

किया जब प्यार
दुनिया से भला
फिर क्यों डरें हम तुम
चलो दरिया किनारे बैठकर
बातें करें हम तुम

उन्हें चिंता नहीं
जाँ भी हमारी जाए तो जाए
तो फिर क्यों वास्ते उनके
यूँ घुट घुट कर मरें हम तुम

टिका ब्रह्मांड ही सारा
मोहब्बत करने वालों पर
नहीं गलती हुई कोई
क्यों हर्जाना भरें हम तुम

है सावन का महीना
बादलों में आओ छुप जाएँ
जुदाई की तपिश सहते हुए
कब तक बरें हम तुम

जमाने की भला कब तक
करे परवाह अब ‘संजय’
है अपनी ही बहुत पीड़ा
चलो बैठो हरें हम तुम

बरें-जलें

321 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
जब कोई बात समझ में ना आए तो वक्त हालात पर ही छोड़ दो ,कुछ सम
जब कोई बात समझ में ना आए तो वक्त हालात पर ही छोड़ दो ,कुछ सम
Shashi kala vyas
पुष्प
पुष्प
Dinesh Kumar Gangwar
‌‌भक्ति में शक्ति
‌‌भक्ति में शक्ति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जिस्मों के चाह रखने वाले मुर्शद ,
जिस्मों के चाह रखने वाले मुर्शद ,
शेखर सिंह
"नया साल में"
Dr. Kishan tandon kranti
𝕾...✍🏻
𝕾...✍🏻
पूर्वार्थ
बस्ता
बस्ता
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुश्किल है कितना
मुश्किल है कितना
Swami Ganganiya
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
Harminder Kaur
उफ़ ये बेटियाँ
उफ़ ये बेटियाँ
SHAMA PARVEEN
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Sakshi Tripathi
"इस हथेली को भी बस
*Author प्रणय प्रभात*
23/67.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/67.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरी जुस्तुजू
तेरी जुस्तुजू
Shyam Sundar Subramanian
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मरना कोई नहीं चाहता पर मर जाना पड़ता है
मरना कोई नहीं चाहता पर मर जाना पड़ता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
कृष्णकांत गुर्जर
पत्थर (कविता)
पत्थर (कविता)
Pankaj Bindas
रूठी हूं तुझसे
रूठी हूं तुझसे
Surinder blackpen
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
*सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)*
*सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
विदाई
विदाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Adha's quote
Adha's quote
Adha Deshwal
आज फिर उनकी याद आई है,
आज फिर उनकी याद आई है,
Yogini kajol Pathak
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
Dr Archana Gupta
मुकेश का दीवाने
मुकेश का दीवाने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक
मुक्तक
Rajesh Tiwari
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
Loading...