Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2023 · 1 min read

बस्ता

वो जो मुझ से कभी छूटा नहीं
वो जो मेरे साथ बचपन से रहा

मेरे अध्ययन के सफर के साथी
मेरे शून्य से शिखर के दर्शक

तु नये नये रूपो में मुझ से जुड़ा रहा
मेरे साथ ही सफर करता रहा

कभी मेरी पुस्तको को सम्भाला
कभी मेरे कपड़ो को सम्भाला
कभी मेरे सपनो को सम्भाला

स्कूल के पहले दिन से
कालेज के आखिरी दिन तक
तुम साथ रहे
तुम पास रहे

फिर शहर में भी साथ ही आऐ
पहली जाब के इन्टरव्यू में साथ रहे
मेरी फाइलो को तुम सम्भाला

भरी बरसात में
तेज धूप में
तत
तू कितना सच्चा है
तू मेरा बस्ता है

तू कल भी साथ था मेरे
तू आज भी साथ है मेरे

सुशील मिश्रा ( क्षितिज राज)

1 Like · 142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
View all
You may also like:
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल   के जलेंगे
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल के जलेंगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
कृष्णकांत गुर्जर
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
Phool gufran
अपनी पहचान
अपनी पहचान
Dr fauzia Naseem shad
आंखें मूंदे हैं
आंखें मूंदे हैं
Er. Sanjay Shrivastava
कुत्ते का श्राद्ध
कुत्ते का श्राद्ध
Satish Srijan
वास्तविकता से परिचित करा दी गई है
वास्तविकता से परिचित करा दी गई है
Keshav kishor Kumar
■ आज का विचार
■ आज का विचार
*Author प्रणय प्रभात*
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
Bramhastra sahityapedia
क्या....
क्या....
हिमांशु Kulshrestha
सुनो . . जाना
सुनो . . जाना
shabina. Naaz
तुम्हें पाना-खोना एकसार सा है--
तुम्हें पाना-खोना एकसार सा है--
Shreedhar
***
*** " आधुनिकता के असर.......! " ***
VEDANTA PATEL
चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी
चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी
प्रेमदास वसु सुरेखा
कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है।
कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है।
surenderpal vaidya
आपको डुबाने के लिए दुनियां में,
आपको डुबाने के लिए दुनियां में,
नेताम आर सी
बेटियां
बेटियां
Mukesh Kumar Sonkar
क्यों हिंदू राष्ट्र
क्यों हिंदू राष्ट्र
Sanjay ' शून्य'
ख्वाब दिखाती हसरतें ,
ख्वाब दिखाती हसरतें ,
sushil sarna
आश भरी ऑखें
आश भरी ऑखें
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*राम-विवाह दिवस शुभ आया : कुछ चौपाई*
*राम-विवाह दिवस शुभ आया : कुछ चौपाई*
Ravi Prakash
कोई दौलत पे, कोई शौहरत पे मर गए
कोई दौलत पे, कोई शौहरत पे मर गए
The_dk_poetry
कान खोलकर सुन लो
कान खोलकर सुन लो
Shekhar Chandra Mitra
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हम शिक्षक
हम शिक्षक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नया दिन
नया दिन
Vandna Thakur
💐प्रेम कौतुक-243💐
💐प्रेम कौतुक-243💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
You are painter
You are painter
Vandana maurya
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...