Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2024 · 1 min read

मनहरण घनाक्षरी

कलकल छल-छल,बह रहा वेग साथ,
निर्मल पवित्र अति ,सरयू का नीर है।
हरे- भरे तरु दिखें ,भ्रमर पराग पिएँ,
नृत्य करें केकी झूम,गाए पिक, कीर है।
सजी-धजी खड़ी आज,करके सिंगार खूब,
लगती अयोध्या जी की,बदली तस्वीर है।
बन रहा भव्य नव्य,धाम प्रभु राम जी का,
रघुकुल तिलक की,मिटी सारी पीर है।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय

1 Like · 1 Comment · 83 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
इतना रोई कलम
इतना रोई कलम
Dhirendra Singh
कार्यशैली और विचार अगर अनुशासित हो,तो लक्ष्य को उपलब्धि में
कार्यशैली और विचार अगर अनुशासित हो,तो लक्ष्य को उपलब्धि में
Paras Nath Jha
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Collect your efforts to through yourself on the sky .
Sakshi Tripathi
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
तु शिव,तु हे त्रिकालदर्शी
तु शिव,तु हे त्रिकालदर्शी
Swami Ganganiya
जाती नहीं है क्यों, तेरी याद दिल से
जाती नहीं है क्यों, तेरी याद दिल से
gurudeenverma198
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
काली हवा ( ये दिल्ली है मेरे यार...)
काली हवा ( ये दिल्ली है मेरे यार...)
Manju Singh
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
Kirti Aphale
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
आराधना
आराधना
Kanchan Khanna
बेटियां ?
बेटियां ?
Dr.Pratibha Prakash
मैं घाट तू धारा…
मैं घाट तू धारा…
Rekha Drolia
न पाने का गम अक्सर होता है
न पाने का गम अक्सर होता है
Kushal Patel
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
Phool gufran
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
चलना था साथ
चलना था साथ
Dr fauzia Naseem shad
श्री राम जय राम।
श्री राम जय राम।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
*Author प्रणय प्रभात*
राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳
राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
चलना सिखाया आपने
चलना सिखाया आपने
लक्ष्मी सिंह
नव कोंपलें स्फुटित हुई, पतझड़ के पश्चात
नव कोंपलें स्फुटित हुई, पतझड़ के पश्चात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जाने किस कातिल की नज़र में हूँ
जाने किस कातिल की नज़र में हूँ
Ravi Ghayal
हिंदी क्या है
हिंदी क्या है
Ravi Shukla
2724.*पूर्णिका*
2724.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐अज्ञात के प्रति-147💐
💐अज्ञात के प्रति-147💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
'उड़ान'
'उड़ान'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...