प्रवीण शर्मा 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रवीण शर्मा 3 Apr 2018 · 1 min read पुष्प ,सुमन , फूल फूल ,पुष्य ,सुमन पर कविता हे इन्सान ! में एक बगीचे का फूल तेरी चरणों का बना धूल । तोड़कर मुझे फेक देता खुशबु लेकर इठलाता यह तेरी कैसी है... Hindi · कविता 1k Share प्रवीण शर्मा 14 Mar 2018 · 1 min read आंतकवादी आंतकवाद पर कविता इंसान में इंसानियत का विवाद गैर कानूनी कार्य है आंकवाद । फल फूल रहे है चोरी ,बलात्कार, दंगे फसाद , अपहरण ,लड़ाई झगड़ा ,बम ब्लास्ट । भयावह... Hindi · कविता 1k Share प्रवीण शर्मा 19 Jan 2018 · 1 min read परिश्रम का महत्व बिन परिश्रम बिन काज ,तजि बोए फल । काज बिन कहा ताज ,कजी प्यासे जल । ?✍प्रवीण शर्मा Hindi · दोहा 923 Share प्रवीण शर्मा 28 Apr 2018 · 1 min read सहारा साथिया एक सहारा है , जब बेबसी बगावत करती है और आंधी, अंधी गलियों से गुजरता है । साथिया एक सहारा है , जब विचार हवा में उड़ता है बिखर... Hindi · कविता 666 Share प्रवीण शर्मा 31 Mar 2018 · 2 min read हनुमान आज् हनुमान जी के चित्र पर कविता ? अंजनि के लाल वाह रे तेरा क्या है कमाल ,, जब तु छोटा था सूरज को निगला था तब तेरा मुह भी... Hindi · कविता 2 683 Share प्रवीण शर्मा 8 Apr 2018 · 1 min read भाई भाई पर कविता एक माँ के कोख से जन्म लेने वाले दो भाई अलग अलग दिशाओं में जा रहे है , , जब कि अलग अलग माँ के कोख से... Hindi · कविता 654 Share प्रवीण शर्मा 4 May 2018 · 1 min read बहन, भाई भाई पर कविता में सुबह से मिठाई, नारियल लाई भैया के लिए चन्दन राखी की थाली सजाई । लगाया मेने फोन ,, आया दरवाजे पर कौन ? मेने जब दरवाजा... Hindi · कविता 1 1 599 Share प्रवीण शर्मा 6 Apr 2018 · 1 min read काला हिरण ये केसा इस सदी में वन्य प्राणी अपमान ,, जो बना है नायक से खलनायक सलमान ,, हिरण को क्यों बनाया है सबसे खतरनाक,, इसलिए इसने भी जींना कर दिया... Hindi · कविता 537 Share प्रवीण शर्मा 7 Mar 2018 · 2 min read घमंड तन मन धन की झूठी काया घमंड में पड़े किस पर छाया । माँ ने चलना सिखाया अंगुली पकड़ कर आगे बढ़ाया धोकर नितम्ब हमारे चड्डी पहनना सिखाया फिर क्यों... Hindi · कविता 535 Share प्रवीण शर्मा 11 Jan 2018 · 1 min read माँ की ममता का मोल सुनो मेरी कविता आज ,, लरज्जति अम्मा की आवाज । बोलो मुझसे आप कहिए मांगे बेटे से दस मात्र रूपये । सुनकर हो गया बेटा हैरान ,, दस रुपये का... Hindi · कविता 591 Share प्रवीण शर्मा 1 Apr 2018 · 1 min read प्रकृति प्रकृति पर कविता ऊंचे वृक्ष ,घने जंगल चहु और छाए मंगल । दर्पण जैसा आकाश नील जैसा पानी बहता जैसा आचंल यह समुद्र की रानी । तरु पर फुदकने चिड़ियों... Hindi · कविता 1 507 Share प्रवीण शर्मा 5 May 2018 · 1 min read मेरी इच्छा मेरी इच्छा मुझे कुछ संगीत की लहरिया सुनाए मुझे प्रकृति की अनुपम छटाओं में कोई गुनगुनाए ।। यह पते ,रस्सी खीचकर ढपली बजाकर मुझे सुनाए ,, संशय की खिड़किया खोलकर... Hindi · कविता 544 Share प्रवीण शर्मा 8 Jan 2018 · 1 min read भारत माँ का बंटवारा माजी तेरी किश्ती के तलबगार बहुत है ,,,, इस और कुछ मगर उस और बहुत है । जिस शहर में खोली है शीशे की तूने दुकान ,,उस शहर में पत्थर... Hindi · कविता 488 Share प्रवीण शर्मा 14 May 2018 · 1 min read देश भक्ति मेरे प्यारे हिंद गगन में फैली है मेरी भक्ति भारत माँ के आशीष से बाहों में जागी शक्ति । कुछ करना है तो कांटो की राहपर आगे बढे, भारत माँ... Hindi · कविता 539 Share प्रवीण शर्मा 27 Mar 2018 · 1 min read गरीबी गरीबी पर कविता गरीबी मन का वहम है जो कर्म का रहम है । जो देखी नही कभी भी गरीबी वो क्या जाने दर्द की करीबी । धनवान को कांटा... Hindi · कविता 520 Share प्रवीण शर्मा 4 Apr 2018 · 1 min read वन्य जीव की दुर्दशा हो गई प्रदूषित नदिया रानी कैसे साँस ले मीन रानी। यह मनुष्य ही बंदोबस्त में नही जानी । मर मर के जी रहे है जल प्राणी । गर्मी में पड़ा... Hindi · कविता 516 Share प्रवीण शर्मा 2 Apr 2018 · 1 min read इश्क की अदा तेरी अदाओं में इश्क का मोहताज है ,,, वो बला क्या जाने जो नजरो का अंदाज है । कम्प कम्पी चादर में ठंडी हवा का झोंका कहा ? रोम रोम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 508 Share प्रवीण शर्मा 8 Mar 2018 · 1 min read नारी नारी पर कविता नारी त्याग की मूर्ति है दया ,ममता , प्रेम की सागर में डूबती है नारी सोलह श्रगांर का स्वाभिमान है घर गृहस्थी की धन धान्य मान है।... Hindi · कविता 503 Share प्रवीण शर्मा 3 Mar 2019 · 1 min read कलम आज उनकी जय बोल विषय--कलम आज उनकी जय बोल भारती माँ की गोद अनमोल जब जब क्रूर आंतकी पिपाषा बढ़ाए तब तब वीर जवान बन्दूको से आंतकवादियो को मार गिराए वीर रस का यह... Hindi · कविता 469 Share प्रवीण शर्मा 19 Jan 2018 · 1 min read पृकृति की अनुपम छठा प्रभात में सूरज की लालिमा अम्बर में छाई है , ,, उठकर, तू निंदिया रानी से आई है ,। निःशा के चक्षु के पलको में तू खोई है । भोर... Hindi · कविता 493 Share प्रवीण शर्मा 14 Jan 2018 · 1 min read बेटी बेटी बेटी कभी न दीजिए उस घर में श्री मान ,,, जिस घर में खिले न बेटी की मुस्कान ।। वो हंमारी पायल सी कली है दहेज भेड़ियों से क्यों... Hindi · कविता 455 Share प्रवीण शर्मा 13 Jan 2018 · 1 min read जनता की बदहाली यही है केसी सरकार चल क्यों रहा मुंडन सँस्कार उड़ा रहे नेता पैसा पैसा केश कट रहा है अध्यापकों का केस । यह तो गुंडों का राज नही क्यों देते... Hindi · कविता 1 448 Share प्रवीण शर्मा 16 Apr 2018 · 1 min read नारी शक्ति नारी शक्ति पर कविता कोमल है कमजोर नही नारी मौत सदा नारी से हारी । शक्ति का अपार नाम ही नारी जग को जीवन देने वाली ,, सँघर्ष ,हिम्मत से... Hindi · कविता 491 Share प्रवीण शर्मा 3 Mar 2019 · 1 min read नयन विषय,,, नयन कान्हा ने राधिका को निहारा भाव आसमां को नयनो मे उतारा फूलो की बगिया,, ऊपर भवँरा, मन्द मन्द मुस्काय ,राधे पुकारा। राधे कान्हा से यह बोली तेरी नयनो... Hindi · कविता 488 Share प्रवीण शर्मा 11 Jan 2018 · 1 min read कभी ख़ुशी खभी गम है आज के जमाने में क्या ख़ुशी क्या गम है ? इससे तो हंमे परिवार से आभास है ।। कोई पास कोई दूर कोई आसपास ,,,, वो है मजबूर जो हंमे... Hindi · कविता 485 Share प्रवीण शर्मा 2 Mar 2019 · 1 min read अभिनंदन धरा की गोद मे बसा कैसे वीरो की गाथा का डगर है शौर्य वीर के सीने में अभी भी आंतकियो से निडर है । वो दुष्ट, वीर की आंखों से... Hindi · कविता 457 Share प्रवीण शर्मा 17 May 2018 · 1 min read बेटी पर हाईकू बेटी पर हाइकु नन्ही कली है घर घर मे बेटी वन्दनीय है प्यारी परी है चम चम पायल नन्दनीय है । गुलाबी चन्दा महकी दुलारी है अतुलनीय जग सृष्टि है... Hindi · हाइकु 454 Share प्रवीण शर्मा 27 Apr 2018 · 1 min read पिता रिश्तो का मिठास सबन्ध है पिता परिवार का गृह बंधन है । परिवार की हिम्मत और आस है पिता एक उम्मीद और विश्वास है । पिता नारियल जैसा कठोर और... Hindi · कविता 428 Share प्रवीण शर्मा 12 Apr 2018 · 1 min read वीर हे भारत माँ ,, तेरे लाडले वीर । चले तुझे रिझाने , तेरी माटी का कर्जा चले वीर उठाने । वीरों की जिंदगी अपने कन्थो पर उठा करती ,, वर्णा... Hindi · कविता 417 Share प्रवीण शर्मा 11 Jan 2018 · 1 min read जावरा की दुखदायी घटना जावरा , कतारबन्द में सजी बेकरी ,, सर्व धर्म की आस्था में सजी टेकरी । हुआ वहाँ ऐसा क्यों गेंगरेप ,, कट गई पर्स पैसा की जेब । न बची... Hindi · कविता 414 Share प्रवीण शर्मा 4 Apr 2018 · 1 min read बेटी बेटी बेटी कभी न दीजिए उस घर में श्री मान ,,, जिस घर में खिले न बेटी की मुस्कान ।। वो हंमारी पायल सी कली है दहेज भेड़ियों से क्यों... Hindi · कविता 456 Share प्रवीण शर्मा 29 Mar 2018 · 1 min read जज्बा जज्बा देश के खुनी आतंकियों का झटका है ,, इसलिए औंधा मुह का लटका है ,, हमारा वीर जवान कही नही भटका है । जज्बा सीने में कही नही रुका... Hindi · कविता 416 Share प्रवीण शर्मा 11 Jun 2018 · 1 min read बारिश से पुकार धरा ने काले बादलों को पुकारा झूम कर आया जो ललकारा ,, फैली है सोंधी सोंधी खुशबू , हुई धूल जलबून्दों से रूबरू। लगी रखी प्राणी जगत आस ,, बुझा... Hindi · कविता 443 Share प्रवीण शर्मा 23 Mar 2018 · 1 min read सास बहू सास बहू आजकल देखने में आता है कि सास भी कभी बहु थी । पर मेरा यह मानना है कि जब सास ,बेटी नही थी यह आभास क्यों नही होता... Hindi · लेख 403 Share प्रवीण शर्मा 26 Feb 2019 · 1 min read आंतकी को सबक जंगल मंगल में बसा वीर हनुमान , मेरा प्यारा जगमगाता हिन्दुस्थान। धूल चटाना था आतंकिय्यो को विजय पथ पर बड़ा फ्रॉग विमान छप्पन इंची का क्या होता है सीना अब... Hindi · कविता 385 Share प्रवीण शर्मा 17 May 2018 · 1 min read हाइकु नारी , हाइकु नारी ,स्त्री है कुदरती रचना सौंदर्य मूर्ति पुरुष की है अर्धगाह्नि वसना प्रेमीतुल्यनी लगाती ऐसी माथे पर सिंदूर तुल्य रंजनी दुष्टों का नाश झांसी की रानी बनी है वीरांगनी... Hindi · कविता 441 Share प्रवीण शर्मा 11 Apr 2018 · 2 min read बेटी बेटी पर कविता सदियां बीत गई ,युग बदल गये ,, फिर भी कोई न समझ पाये ,,, बेटी ही कल है ,बेटों से बढ़कर भाग्य जगमगाये। बेटी कोई बोझ नही... Hindi · कविता 358 Share प्रवीण शर्मा 14 Feb 2019 · 1 min read सुन पाक पाक गंदी हरकते ढोल रहा है मेरे भारत के लाल का खून बोल रहा है । मेरे वीरो को तूने ऐसे पछाड़ा देख तेरी धरती पर हम कैसे बनाएंगे अखाड़ा... Hindi · कविता 1 337 Share प्रवीण शर्मा 8 Mar 2019 · 1 min read आँचल इसमे थोड़ा सुधार किया विषय-- आँचल आज मेरी माँ की कमी हर पल सताती रही , जब मैं धूल से खेलता वो आकर कान झाड़ती रही । जब धूल का... Hindi · कविता 340 Share प्रवीण शर्मा 5 Apr 2018 · 1 min read चुनरी रानी ओ चुनरी रानी कहा चल दी गजरारे बाल वहा क्या हाल पांव में पायल आँखों में काजल नजर है बिंदास पर मन क्यों है उदास जरा बता मुझे तू है... Hindi · कविता 328 Share प्रवीण शर्मा 3 Apr 2018 · 1 min read चाँद की इच्छा सितारों ने चाँद से पूछा चंदा जी जाना कहां ? चंदा ने जवाब दिया सितारे बेटे अँधेरा है चमकना वहां । ठंड है सफेदी चादर ओढ़ना वहां । आए तिथि... Hindi · कविता 345 Share प्रवीण शर्मा 6 Mar 2018 · 1 min read जवान वो ईमान है ,भारत के लाल है वो बेईमान जो सत्ता का पालनहार है । वो जवान शहीद हुआ उसका किसको गुमान रहा है वो रक्त लाल बीज बोए ,... Hindi · कविता 332 Share प्रवीण शर्मा 15 Jan 2018 · 1 min read केश का मोल बहुत सुंदर रचना ? शिवराज कसाई हो गया ,, देखकर मुंडन को हर भाई रोया । समर्थन में आया एक फिल्मी नायक बन गया शिवराज कुर्सी का खल नायक ।... Hindi · कविता 342 Share प्रवीण शर्मा 27 Feb 2019 · 1 min read सुंदर पावन धरा भारती आज की कविता विषय,,, सुंदर पावन धरा भारती सूर्य की रश्मियां प्रफुलित हुई भोर चन्द्र जाने को लज्जित हुई मस्त धरा पर जैसे सँवारती सुंदर पावन धरा भारती । श्री... Hindi · कविता 1 336 Share प्रवीण शर्मा 9 Mar 2019 · 1 min read मंजिल कविता ---मंजिल मंजिल पाने का ना कोई मुमकिन जब नींव, इरादें की ईट से मजबूत हो , पाने का मन मे एक प्रलय की तरह बहता एक सन्नाटा हो। कुछ... Hindi · कविता 306 Share प्रवीण शर्मा 7 Apr 2018 · 2 min read यादे यादे पर कविता यादो के समंदर में कोई चला जाए ,, वो तो समंदर की तलहटी में ही बैठ जाए । जब हवा ,यादो की खुशबु लेकर आए ,, तो... Hindi · कविता 306 Share प्रवीण शर्मा 28 May 2018 · 1 min read मेरा गाँव मेरा बचपन मेरा गांव मेरा बचपन मेरे गाँव मे क्या भैसें गाय , बेल की ही हलकार यही है ,मेरी सरकार । गांव भोर में महकती दुग्ध ,छाछ ,दहिया पनघट पर लाती... Hindi · कविता 329 Share प्रवीण शर्मा 10 Mar 2018 · 1 min read विश्वास ह्रदय में जगे वो आस ,जिसकी हंमे है तलाश ,, ह्दय में अद्श्य रहते , जो हरि का निवास । हरि का निवास ,वो है सच्चा विश्वास । चलती यकीन... Hindi · कविता 269 Share प्रवीण शर्मा 14 Feb 2019 · 1 min read इश्क ,मोहब्बत ,प्यार मेरी आज की रचना इश्क ,मोहब्बत ,प्यार पर तुम जानती हो , मैं कौन हूँ । यह मत समझना कि मैं नही जानता पर , मैं अभी मोन हूँ। मिले... Hindi · कविता 267 Share प्रवीण शर्मा 8 Mar 2018 · 2 min read नारी नारी शक्ति का वरदान है वही जग का सम्मान है नारी बिन जग सुन्ना है नारी बिन सन्सार अधूरा है नारी बहता सा कोमल पानी है जो जग सुंदरता सा... Hindi · कविता 272 Share Page 1 Next