ईश्वर दयाल गोस्वामी 246 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ईश्वर दयाल गोस्वामी 16 Apr 2022 · 1 min read पिता मेरे / :: पिता मेरे :: ---------------- क्या सही है ? क्या गलत है ? जानते थे पिता मेरे । दे रही थी एक पैनी दृष्टि हम पर रोज पहरा । मुस्कुराहट... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 36 74 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 May 2022 · 3 min read जीवन एक कारखाना है / जीवन एक कारख़ाना है, हम सब हैं इसके मज़दूर । छोटे, बड़े और मझले । गंदे, स्वच्छ और धुँधले । अच्छे, बुरे, बहुत अच्छे । झूठे और बहुत सच्चे ।... Hindi · कविता 15 22 588 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 22 May 2022 · 1 min read रूखा रे ! यह झाड़ / (गर्मी का नवगीत) रूखा रे ! यह झाड़, धूप में खड़ा, भरोसे ।। चट-चट करती शाख, तने से छाल उतरती । पत्ते गिरे ज़मीन, तपन से आँच उभरती ।। वर्षा की उम्मीद हृदय... Hindi · गीत 15 20 353 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 Jun 2022 · 1 min read नर्मदा के घाट पर / (नवगीत) चल रही पूजा पुरातन नर्मदा के घाट पर । नर्मदा से भी अधिक प्राचीन मंत्रों का सहारा ले,पुरोहित बह रहा है कर्म की विपरीत धारा । कथा है ये सत्य... Hindi · गीत 15 24 428 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Jun 2022 · 1 min read मुँह इंदियारे जागे दद्दा / (नवगीत) लादे सिर पर घर की चिंता मुँह-इँदियारे जागे दद्दा । गहरी साँसें राम नाम ले गाय, बैल को चारा देते । आग जला गुरसी में थोड़ी हाथ सेंकते, पाँव सेंकते... Hindi · गीत 15 18 449 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Jun 2022 · 2 min read टोकरी में छोकरी / (समकालीन गीत) टोकरी में छोकरी है, छोकरी में टोकरी है । छोकरी ही टोकरी है, टोकरी ही छोकरी है । चली जाती छन छना छन कारखाने । बीड़ियाँ अपनी भुनाने । बीड़ियों... Hindi · गीत 15 22 810 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 30 Jul 2022 · 1 min read माँ की भोर / (नवगीत) सुन,सपने में धुन मुर्गे की पौ फटने के पहले उठकर माता अँगन बुहारन लगती बँधी सार में गैया भूखी, जैसे माँ की आशा रूखी, चारा रखती भूसा रखती । धौन-धान... Hindi · गीत 15 18 402 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 8 Jun 2022 · 1 min read अब भी श्रम करती है वृद्धा / (नवगीत) नवदशकों को धता बताकर । मन पर यौवन लेप चढ़ाकर । अब भी श्रम करती है वृद्धा । ममता भरी नदी यह माँ की और सास है सुगर सयानी ।... Hindi · गीत 14 26 349 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 23 Jun 2022 · 1 min read परिवाद झगड़े समीक्षार्थ : नवगीत ०००००००००००० ~ परिवाद झगड़े ~ ------------------------ ० मन मुताबिक दाम लेकर मिल रही हैं कुर्सियांँ । ० उलटबाँसी फेर है सब, देर में अंँधेर है सब मर्सिया... Hindi · गीत 14 10 379 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 24 Jun 2022 · 1 min read बुन रही सपने रसीले / (नवगीत) तोड़कर पत्थर हठीले । बुन रही सपने रसीले । बह रहा है स्वेद झर-झर, चल रही है हवा सर-सर, दग्ध वसुधा तप्त तन है, शीत-चंदन पुता मन है, कर लिए... Hindi · गीत 14 18 309 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 22 Jun 2022 · 1 min read स्वर कटुक हैं / (नवगीत) :: स्वर कटुक हैं :: --------------------- स्वर कटुक हैं आरती के औ' अजानों के । खुल गई हैं फिर दुकानें यज्ञ, हवनों औ'कथा कीं । प्रार्थना,अर- दास, पूजा औ' नमाज़ों... Hindi · गीत 13 11 341 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 13 Sep 2022 · 1 min read पढ़वा लो या लिखवा लो (शिक्षक की पीड़ा का गीत) जो तुम चाहो, करवा लो । पढ़वा लो या लिखवा लो । मेहनत का पैसा मिलता है, मेहनत तो करनी ही होगी । जो इच्छा हो राजकाज की, इच्छा वो... Hindi · गीत 13 20 574 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 May 2022 · 1 min read बूँद-बूँद को तरसा गाँव बूँद-बूँद को तरसा गाँव । बोर खुदे पाइपलाइन है, घरों-घरों में टोंटी नल है । कुएँ बहुत हैं ताल खुदे हैं, कहीं न लेकिन किंचित जल है । सूखे पत्ते... Hindi · गीत 12 12 432 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 May 2022 · 1 min read गर्मी का रेखा-गणित / (समकालीन नवगीत) खींचती है उष्ण-चतुर्भुज, गर्मी अपने बिन्दु-बिन्दु से ।। खींचती है वक्र रेखाएँ लपट कीं पसीने के कोण पर यह । बनाती है वृत्त लू के बाह्य,भीतर गली,घर औ' मोड़ पर... Hindi · गीत 12 12 344 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 31 May 2022 · 1 min read किसकी पीर सुने ? (नवगीत) किससे अपना दर्द कहें हम, किसकी पीर सुनें ? जैसा मैं हूँ वैसा तू है ऐंसे ही हैं हम सब । जितना मैं हूँ उतना तू है इतने ही हैं... Hindi · गीत 12 16 517 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 9 Jun 2022 · 1 min read गरम हुई तासीर दही की / (गर्मी का नवगीत) ग़जब दाँद है सही-सही की, गरम हुई तासीर दही की । बिजली गरम, गरम पंखा है कूलर फेंके गरम हवाएँ । पूरब-पश्चिम, उत्तर-दक्षिण से आती हैं उष्ण सदाएँ । छाती... Hindi · गीत 12 12 420 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2022 · 1 min read नदी की अभिलाषा / (गीत) ओ ! अषाढ़ के कारे बदरा, आस भरी आँखों के कजरा, बरस पड़ो विरहा के तट पर । कई महिनों से तपते-तपते सूखी सघन अश्रु-धारा यह । लू,लपटों का वेग... Hindi · गीत 12 12 415 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Jun 2022 · 1 min read पितृ-दिवस / (समसामायिक नवगीत) ० पितृ-दिवस पर डाल रहे हैं पुत्र,पिता की डी.पी.। ० बहुआयामी मुस्कानों से सज्जित चेहरे । झूठ-मूठ के पाँव पकड़ते होकर दुहरे । ० इंस्टाग्राम दिखाकर उनका बढ़ा रहे हैं... Hindi · गीत 12 12 345 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Jul 2022 · 1 min read लकड़ी में लड़की / (नवगीत) आदिवासी एक कन्या लिए गठरी लकड़ियों की, जा रही है । मुग्ध मन है, क्षीण तन है, जाने कैसी ? ये लगन है । कोस भर ये चल चुकी है,... Hindi · गीत 12 9 575 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 9 Jul 2022 · 1 min read भोर का नवगीत / (नवगीत) रात ने जगकर रचा है भोर का नवगीत सुंदर । ढल चुकी जब मृदुल सँध्या और कड़ुवे याम बीते । चाँदनी की छत्रछाया में किए आराम बीते । नींद ने... Hindi · गीत 12 8 281 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Jul 2022 · 1 min read मर्यादा का चीर / (नवगीत) घोड़ा चलता चाल दुलत्ती औंधे पड़े वज़ीर । राजा के भी कर्म-धर्म की धुँधली है तस्वीर । जल संकट की व्यापकता से विचलित होते ऊँट । पँक्ति बनाकर चली चींटियाँ... Hindi · गीत 12 20 497 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Aug 2022 · 1 min read ग़ज़ल / (हिन्दी) एक मीठी-सी सजा है ज़िन्दगी । रोग भी है औ' दवा है ज़िन्दगी । मौत पर ही ख़त्म हो जिसका असर, वो मुसलसल-सा नशा है ज़िन्दगी । खोज़ती है सिर्फ़... Hindi · ग़ज़ल 12 14 717 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Aug 2022 · 1 min read आजादी अभी नहीं पूरी / (समकालीन गीत) मीलों-मीलों, कोसों-कोसों है बनी हुई इससे दूरी । आजादी अभी नहीं पूरी, आजादी अभी नहीं पूरी । अब भी नारे जेहाद भरे, अब भी तारे अवसाद भरे । अब भी... Hindi · गीत 12 14 344 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Sep 2022 · 3 min read मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ / (हिन्दी दिवस पर एक गीत) मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ । मै गायक हूँ, सुखदायक हूँ, मैं जनमन की अधिनायक हूँ । मैं राजकाज,जन-जन भाषा, औ' वेदों की अनुवादक हूँ । जिसके माथे... Hindi · गीत 12 28 849 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Sep 2022 · 1 min read ग़ज़ल / मुझे आज तुझसे पड़ा काम साकी । तेरे हाथ में है मेरा ज़ाम साकी । न यारों , न महबूब और न किसी के, तेरे नाम होगी मेरी शाम साकी... Hindi · ग़ज़ल 12 20 370 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Nov 2022 · 1 min read देव उठनी एकादशी/ :: देव उठनी एकादशी:: ------------------------------ आज जगेंगे देव, होगी तांत्रिकों की दीवाली । रात-रात भर फूटेंगे नारियलों के सिर । भाव भूत सिर पटकेंगे कुछ उठकर,कुछ गिर । भक्त करेंगे... Hindi · गीत 12 14 280 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 11 Nov 2022 · 1 min read जस का तस / (नवगीत) ।। जस का तस ।। ---------------------- आप चले गए गांँव छोड़कर मझले कक्का, गांँव अभी तक जस का तस है । वही पुराने किस्सा-गोई, वही ताश औ' चौपर, वही बेर... Hindi · गीत 12 22 421 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 Jun 2022 · 1 min read कैसा हो सरपंच हमारा / (समसामयिक गीत) कैसा हो सरपंच हमारा ? टंच-फंच हो, सहनशील हो । कोट पहनकर नोट भरे जो, चोटिल करके चोट भरे जो । पहले मारे फिर पुचकारे, हाथ जोड़ ले फिर धुतकारे... Hindi · गीत 11 16 580 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Jun 2022 · 1 min read समसामयिक बुंदेली ग़ज़ल / पंचों , सरपंचों , नेतों की । चरचा होन लगी बोटों की । मौ बा रय हैं छैल-छबीले, आशा जगन लगी नोटों की । रँगे-लड़ैया मुलक भरे के, नुक्की टैन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 16 320 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Jun 2022 · 1 min read झुलसता पर्यावरण / (नवगीत) ० एक चिंगारी उठी है इस शहर से उस शहर तक । ० बाँस दंभी ठन गए दो , परस्पर टकरा गए जो । छा चुकीं हैं गर्द चिनगीं ,... Hindi · गीत 11 8 313 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Jul 2022 · 1 min read गाँव की साँझ / (नवगीत) तप्त पठरिया की नदिया से इतराती, पर सधी हुई-सी भरी खेप पनहारिन जैसी उतर रही है साँझ गाँव में । दौड़ लगाकर पूँछ उठाकर आती हैं गायें रंभातीं । भेड़-बकरियाँ... Hindi · गीत 11 6 351 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 Aug 2022 · 1 min read रुक-रुक बरस रहे मतवारे / (सावन गीत) रुक-रुक बरस रहे मतवारे । घरर-घरर ध्वनि उत्तर आती, सरर-सरर सर दक्षिण जाती । नैना तरस रहे कजरारे । टप-टप पूरब बूँद छलकती, रस-रस पश्चिम देह सँवरती । नभ में... Hindi · गीत 11 6 367 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 16 Mar 2023 · 1 min read कविता ही हो / नीचे गिरकर नहीं उठाना कुछ भी हो, कविता ही हो । उदरम्भरि अनात्म नहीं हम, कर्मशील हैं, उठा कुदाली पर्वत खोदा, श्रम का बाग उगाया हमने ; चुचवाकर दिन-रात पसीना... Hindi · गीत 11 20 399 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 8 Feb 2022 · 1 min read सिगरेट क्या है ? सिगरेट क्या है ? आकाश छूने की आकांक्षा में जलते अधरों से उड़ता बदरंग, सर्पीला धुआँ, क्या कहा ... महत्वाकांक्षा नहीं, बिलकुल नहीं, तो फिर सिगरेट क्या है ? कागज़... Hindi · कविता 10 10 564 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 May 2022 · 1 min read तप रहे हैं दिन घनेरे / (तपन का नवगीत) भाप बहती है सबेरे, तप रहे हैं दिन घनेरे । आँख तपती, कान तपते, तप रही है वात बहती । साँझ तपती, याम तपते, तप रही है रात ढहती ।... Hindi · गीत 10 18 376 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 May 2022 · 1 min read उफ ! ये गर्मी, हाय ! गर्मी / (गर्मी का नवगीत) उफ ! ये गर्मी, हाय ! गर्मी, झर चुके सब पात, सुख के । चिटचिटाती शाख, मन की, चिपचिपाती धाक, तन की । तड़फड़ाते जीव-जन्तु, कसमसाते प्रेम-तन्तु । उफ !... Hindi · गीत 10 8 628 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 26 May 2022 · 1 min read तपों की बारिश (समसामयिक नवगीत) नीर बरसा, तपतपाते जेठ में भी । रोहिणी में शीतला के, मेघ बरसे घरघराते । कुरितु आई बूँद लेकर, तड़ित चमकी कड़कड़ाते । अँध उड़ती, हवा चलती, पेड़ उखड़े, तार... Hindi · गीत 10 11 276 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 28 May 2022 · 1 min read नदी की पपड़ी उखड़ी / (गर्मी का नवगीत) तपे, घाट के पाट, नदी की पपड़ी उखड़ी ।। कि उठती गरम-गरम अब पीर , नदी के तप्त हृदय से । कि रीता रस-रस मीठा नीर , रेत पर लिखे... Hindi · गीत 10 10 550 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 18 Jun 2022 · 1 min read आज नहीं तो कल होगा / (समकालीन गीत) आँखों की जब धुंध हटेगी, नव चिंतन की कली खिलेगी, जो है आज गली का कीचड़ वही कमल का दल होगा, आज नहीं, तो कल होगा । झरना होगा ताल... Hindi · गीत 10 16 488 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 Jul 2022 · 1 min read वरिष्ठ गीतकार स्व.शिवकुमार अर्चन को समर्पित श्रद्धांजलि नवगीत ठंडा-ठंडा और सुहाना, उखड़ा पीपल बहुत पुराना । बहुत पुराना,बहुत पुराना । कानों में पत्तों की सर-सर अब भी गूँज रही है, पीड़ा ने ख़ुद पीड़ित होकर अपनी बात कही... Hindi · गीत 10 6 322 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 18 Jul 2022 · 1 min read कभी-कभी / (नवगीत) :: कभी-कभी :: -------------------- कभी-कभी ढोता हूँ पृथ्वी अपने ही दुर्बल कंधों पर कभी-कभी सागर की तह तक जाना पड़ता है आँखों को, कभी-कभी ऊँचाई नभ की उड़ना पड़ती है... Hindi · गीत 10 17 320 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 23 Jul 2022 · 1 min read अमर शहीद चंद्रशेखर "आज़ाद" (कुण्डलिया) महानतम् क्रांतिकारी अमर शहीद पं. चंद्रशेखर "आज़ाद" की जयंती पर अर्पित श्रद्धा-शब्द-सुमन - वक्त गुलामी में रहे,हरपल जो आज़ाद । ऐंसे वीर सपूत को, अमर मुबारकबाद । अमर मुबारकबाद पिता... Hindi · कुण्डलिया 10 10 553 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Oct 2022 · 1 min read नए-नए हैं गाँधी / (श्रद्धांजलि नवगीत) नई अहिंसा, नया सत्य है, नए-नए हैं गाँधी । जिसने जितने "गाल बजाए" उतना है वो ज्ञानी । उतना बड़ा संत कहलाए जितना हो अभिमानी । बिना त्याग के, बिना... Hindi · गीत 10 10 266 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Nov 2022 · 1 min read केवल मृत्यु ही निश्चित है / (गीत) केवल मृत्यु ही निश्चित है । धधक रही मरघट की ज्वाला बाहर - बाहर नगर, गांँव के । प्रचलित होते भीतर - भीतर अंधे किस्से धूप - छांँव के ।... Hindi · गीत 10 14 399 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Apr 2023 · 1 min read छाती पर पत्थर / पल-पल कठिन तपस्या करके, बाप ! चला पाता है, घर । बासन-भाँड़े, कपड़ा-लत्ता, सब्जी-भाजी औ' राशन ; ब्याह, पढ़ाई रोग-दवाई कर्ज उठाकर, लाए धन ; अनचाहे हिस्सों में बँटके, बाप... Hindi · गीत 10 16 751 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Jun 2023 · 1 min read सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत) ताक रहे हैं आसमान को सूखे खेत निगोड़े । बिगड़ गया है ताव बखर का, टूटी मुठिया हल की, नहीं दीखती एक बूंद भी कुइला भीतर जल की, दाग किरण... Hindi · गीत 10 10 561 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2023 · 1 min read बोलो ! ईश्वर / (नवगीत) बोलो ! ईश्वर ! अब कैसे हो ? उड़ा रहे फोकट में पैसे चाय फुरकते पान चबाते बगलोलों से छद्म प्रसंशा सुन-सुन अपने गाल फुलाते बरसा बहुत बहा सब पानी... Hindi · गीत 10 18 592 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Jun 2019 · 2 min read ग्रीष्म और श्रम (समकालीन कविता) ग्रीष्म का स्पर्श अब, आनंद नहीं है अमराई का । तपती आशाओं पर छिड़का महँगाई का नमक है । कोई अवसर दिखता नहीं है आदमी की करतूत में ; कि... Hindi · कविता 9 8 460 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Aug 2019 · 1 min read अब भरोसा हो रहा है इस नयी सरकार पर (समसामयिक ग़ज़ल) गूँजती संसद में जो उस शेर की ललकार पर । अब भरोसा हो रहा है इस नयी सरकार पर ।। तीर तरकश से निकल जो चढ़ गया है धनुष पर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 11 531 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 30 Mar 2021 · 3 min read पहले कवि की पहली कविता / विद्रोही था पहला कवि वह, करुणा - स्वर से उपजा गान । प्रतिकारात्मक कटु - शब्दों में, बह निकली कविता अनजान । इस कविता में नयन - बिंदु ने, लिया... Hindi · कविता 9 17 833 Share Page 1 Next