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Comments (16)

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15 Nov 2022 08:26 PM

Vaaahhh

20 Jun 2022 12:01 AM

Beautiful

धन्यवाद पुत्री

19 Jun 2022 05:27 PM

बहुत ही प्रेरणादायक रचना।

धन्यवाद अनामिका जी

बहुत सुंदर सर कृपया मेरी रचना अब आ भी जाओ पापा जी का अवलोकन जरूर करें

धन्यवाद संदीप

18 Jun 2022 07:40 PM

आज भले ही धुंध छाई है,
मन अंधियारा छाया है।
दुश्मन ताल ठोक रहा है,
सर पर काल मढगया है।।
पर हार नहीं तू मानना प्यारे,
निश्चित तेरा ही “कल”होगा।।
– श्यामा

18 Jun 2022 05:49 PM

Outstanding

आशीर्वाद

18 Jun 2022 05:48 PM

Mind blowing

धन्यवाद पुत्री

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