ओमप्रकाश भारती *ओम्* Language: Hindi 119 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओमप्रकाश भारती *ओम्* 11 Nov 2024 · 1 min read गागर सागर नागर गागर में सागर भरे , नागर नंद किशोर । यह गोकुल की गोपिका , नाहक करती शोर ।। Hindi · दोहा 18 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Sep 2024 · 1 min read डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन डॉ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन जन्मदिन पर वंदन अभिनंदन महान चिंतक का ये है चिंतन महान मनीषी का करें हम मनन डाॕ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन ।। १ ।। सर्व... Hindi · गीत 51 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Sep 2024 · 1 min read हरीतिमा हरियाली हरीतिमा हरियाली वाली हरी शबनमी घास नयनों को अति भा रहा यह नजराना खास पेड़ों की हरी पत्तियांँ लहराते ऊंचे-ऊँचे बाँस प्रकृति के आनंद को लेने करते रहें प्रयास प्रकृति... Hindi · कविता 51 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Sep 2024 · 1 min read होली में संग हो ली हे री सखी तू होली के दिन पिया के संग हो ली । पहले तू थी भोली भाली अब हो गई बड़बोली ।। पिया ने तेरे मुख पर मल दी... Hindi · कविता 35 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 26 Aug 2024 · 1 min read शिष्टाचार और सद्व्यवहार जिसके पास शिष्टाचार और सद्व्यवहार मिलता उसे सारी दुनिया का स्नेह प्यार फिर दुनिया की धन दौलत है सब बेकार ओम् उसका निश्चित ही हो जाता बेड़ा पार ओमप्रकाश भारती... Hindi · कविता 42 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Aug 2024 · 1 min read चंचल मन हो गया बैरागी चंचल मन मेरा बड़ा बावरा कभी इधर तो कभी उधर पल में यहाँ और पल में वहाँ कभी दुनिया के इस कोने में कभी दुनिया के उस कोने में कहीं... Hindi · कविता 40 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Aug 2024 · 1 min read सागर में मोती अंबर में तारा सागर में मोती अंबर में तारा ऐसा है ये भारत देश हमारा चमकेगा जग में बनके सितारा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा घर घर फहरा रहा तिरंगा हर हाथ लहरा रहा... Hindi · कविता 56 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 Aug 2024 · 1 min read हम भारिया आदिवासी हम भारिया आदिवासी रहे हैं कभी जंगल के वासी अब हो गये हैं गाँव शहर निवासी शीघ्र बनेंगे देश के स्वशासी भारिया नहीं माँगते कभी भिक्षा जड़ से दूर करेंगे... Hindi · कविता 91 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 2 Aug 2024 · 1 min read हरीतिमा हरियाली वाली हरी शबनमी घास हरीतिमा हरियाली वाली हरी शबनमी घास नयनों को अति भा रहा यह नजराना खास पेड़ों की हरी पत्तियांँ लहराते ऊंचे-ऊँचे बाँस प्रकृति के आनंद को लेने करते रहें प्रयास प्रकृति... Hindi · कविता 31 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Jul 2024 · 1 min read श्याम बदरा श्याम बदरा घनघोर मचाए शोर करे बर्षा चहुँ ओर चपला चमके चमाचम हो जगमग जग चहुँ ओर झमाझम बरसे बदरा जल प्लावन हो रहा चहुँ ओर होके मगन सनन सनन... Hindi · कविता 101 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Jun 2024 · 1 min read वीरांगना दुर्गावती मुगलों से लोहा ली वीरांगना दुर्गावती देश के लिए लड़ते-लड़ते पाई वीरगति गोंडवाना राज्य की थीं वो महारानी सुनिये रणबाँकुरी की अमर कहानी Hindi · कविता 66 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 28 May 2024 · 1 min read मेरा देश विश्व गुरु मेरा देश नहीं बेगाना । पूरी दुनिया ने ये माना । विश्व गुरु है जग ने जाना । यह है ज्ञान खजाना । इस पर अभिमाना । लोहा माने जमाना... Hindi · कविता 1 77 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 May 2024 · 1 min read प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए मन की बात प्रभु से कहिए *ओम्* नाम भी जपते रहिए Hindi · Quote Writer 107 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 23 May 2024 · 1 min read सांझ सुहानी मोती गार्डन की सांझ सुहानी मोती गार्डन की पश्चिम में आसमान की केसरिया रंगत सुंदर फूल सजीले , कलरव पंछियों का भ्रमण करते आबाल वृद्ध स्त्री पुरुष जलाशय में नौका बिहार का आनंद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2024 · 1 min read प्राणों से प्यारा देश हमारा यह देश हमारा है ! प्राणों से प्यारा है ! आओ इसे बनाएं हम आओ इसे बसाएं हम आओ इसे सजाएं हम..... यह देश हमारा है ! प्राणों से प्यारा... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 120 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2024 · 1 min read बहू बेटी है , बेटी नहीं पराई मायके से एक बेटी बहू बनकर आई दोनों घरों में नहीं अब वह है बेटी पराई उसने माता-पिता का घर नहीं है छोड़ा उसने तो दो घरों को सदा के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 56 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read संसार मेरे सपनों का संसार मेरे सपनों का कैसा हो मानव में मानवता रहे ऐसा हो बना रहे मानव में सद् व्यवहार सदा रहे संवेदनाओं का भंडार हर पल रहें करने सेवा को तैयार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 77 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read योग-प्राणायाम योग करते रहें हम आम ओ खास सुंदर सार्थक स्वास्थ्यप्रद अभ्यास कोई रोग नहीं आएगा हमारे पास *ओम्* का है इस पर दृढ़ विश्वास साथ ही करें हम उत्तम प्राणायाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 75 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read वसंत ऋतु मीठी सूरज की चमक , फैली फूलों की महक , उड़ी रंगो की धमक *ऋतु वसंत* का यही तो श्रृंगार है गूंजे भंँवरों की गुंजन , होता नव पल्लव सृजन... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 77 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read बाईसवीं सदी की दुनिया लगता है तकनीकी पहुंच गई अपने चरम पर देखा जाए तो इसकी अभी और लंबी है डगर मानव चांद पर पहुंचा है किंतु मंगल पर नहीं खोजना अभी बाकी है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read राधा-मोहन वृंदावन छोड़ के *मोहन* , *राधा* बरसाना गांँव बैठे यमुना तट की ठाँव , *ओम्* कदंब की छांँव मोहन अधर विराजत मुरली , राधा कर पुष्प हार राधा निहारत श्याम... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 56 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read वृक्षारोपण ज्यों ज्यों होता रहेगा *वृक्षारोपण* त्यों त्यों शुद्ध होता रहेगा पर्यावरण प्रदूषण द्विजारेय (CO2) का होगा अवशोषण स्वस्थ रहेगा *ओम्* जन-जन का तन मन ओमप्रकाश भारती ओम् बालाघाट मध्यप्रदेश Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 70 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read बचपन बनाम पचपन किस्सा सुनिए बचपन का और साथ ही पचपन का खेलो खाओ बचपन में बेफिक्री है बचपन में बच्चों सा है पचपन में अच्छों सा है पचपन में माता-पिता का लाड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read नूतन वर्ष अभिनंदन नूतन वर्ष तुम्हारा , सादर वंदन है , अभिनंदन है मलयागिरि की मंद सुगंध बयार , शीतल चंदन है मन का राग , द्वेष , छल, छद्मवेष , अभिमान त्याग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 32 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read होली बुरा ना मानो होली है यह हमरे दिल की बोली है लेकर आई होली , जब वसंत के रंग क्यों न खेलें हम सभी , प्रकृति के संग छोड़ें रासायनिक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 39 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read कविता कविता भी होती सरल जैसे जल होता तरल पढ़ मन न होता विह्वल दिल करे पढ़ने हर पल मिलन हो जाता सरल गर कविता न होती सरल *ओम्* कैसे पाते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 46 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read आजादी के दोहे भारत मेरा देश है , देते सभी नजीर । *ओम्* राजा रहे नहीं , देश बैठे वजीर ।। आजादी पचहत्तर की , देश अभी आजाद । *ओम्* सदा ऐसा करें... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 73 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read गर्म जल कुंड मंडला-जबलपुर सड़क मार्ग पर स्थित नर्मदा किनारे दूरी मात्र है सोलह किलोमीटर मंडला नगर से हमारे प्रकृति का अनोखा स्थल यह गर्म जल कुंड गूंँजता कलरव पंछियों का दिखते उनके... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 75 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read अनहोनी समोनी छिंदवाड़ा जिले में अलबेली अनहोनी समोनी जहां भू-गर्भ से निरंतर निकलता है गर्म पानी युक्ति उत्तम है शरीर के चर्म रोग हटाने की स्नानकर गंधकयुक्त पानी से मुक्ति पाने की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 69 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read कविता बिन जीवन सूना कविता है तो जीवन सरस कविता बिन जीवन नीरस कविता जीवन में खुशियांँ भर देती कविता जीवन के गमों को दूर कर देती कविता जवानों में जोश भर देती कविता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 64 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 9 May 2024 · 1 min read नर तन में जतन नर तन पाया जतन कर ले बंदे वरना पड़ेगा पछताना चार दिनों का मेहमान है जग में फिर वापस घर को जाना इस दुनिया में आया है तो कर ले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 60 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 9 May 2024 · 1 min read विश्व टीकाकरण सप्ताह आओ मनाएँ विश्व टीकाकरण सप्ताह प्रतिवर्ष अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की थी शुरुआत स्वस्थ हुए बच्चे कई रोगों का हुआ नाश जन सामान्य को संरक्षित... Poetry Writing Challenge-3 43 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 9 May 2024 · 1 min read शाकाहार स्वस्थ आहार जग में सर्वोत्तम शाकाहार इससे न दूजा स्वस्थ आहार जब भी आता व्रत त्यौहार प्रथम श्रेणी में लें जलाहार द्वितीय श्रेणी में रसाहार तृतीय श्रेणी में हो फलाहार शाकाहारी बनेगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read जवान और किसान जय जवान और जय किसान का नारा सबसे प्यारा दोनों ही हम सबके रक्षक ऐसा हिंदुस्तान हमारा एक करे सरहद की रक्षा दूजा करे जीवन की रक्षा जवान को हिम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 51 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी मौसम की गर्मी और चुनावी सरगर्मी नवरात्र के धर्मी और नास्तिक विधर्मी गर्मी को वर्षा कर रही शांत पर चुनाव में सभी हैं अशांत क्या नेता क्या कार्यकर्ता सभी सरकारी... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 3 60 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का पर्व महान - मतदान चलो रे भाई चलो री बहना करने चलें आज मतदान लोकतंत्र का पर्व महान ।। जग का सबसे बड़ा लोकतंत्र हमारा वोट डालना अनिवार्य कर्तव्य हमारा जनता का , जनता... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 62 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2024 · 1 min read करो देश से प्यार करो देश से प्यार साथियों कभी न छोड़ो घर बार अपने गांव शहर देश में ही करें रोजगार व्यापार वरना हजारों किलोमीटर पैदल चल घर वापस आना पड़ेगा दूर विदेश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 57 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2024 · 1 min read सखि आया वसंत सखि वन में खिले अमलतास खुशबू उनमें है खास रंग उसका सुनहरा पेड़ है हरा भरा नाच उठा मन भ्रमरा टूट गया भ्रम हमरा सखी उपवन में गुलमोहर की बहार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 98 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2024 · 1 min read भक्ति में शक्ति भक्ति में शक्ति , शक्ति में भक्ति न मानी तो हो जाएगी विरक्ति वेदांत में सिद्धांत , सिद्धांत में वेदांत न माना तो हो जाएगा अंत अच्छाई में सच्चाई ,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 100 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य की खोज के तरीके अनेक आईए जाने उनमें से कोई एक ईश्वर है इस बात को कसौटी में कसें जब हम कभी किसी संकट में फंसें हमने उससे उबरने... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 202 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Mar 2024 · 1 min read ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार ईश्वर ने दिया प्रेम यह वह उपहार है प्रेम ही प्रेम है इसमें न जीत है न हार है प्रेम से रिश्ता मजबूत होता है जैसे मीठा सा शहतूत होता... Hindi · कविता 131 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य कहाँ ? देखने सुनने पढ़ने से सत्य खोज ना पाएंगे ध्यान योग के सप्त चक्रों से सदा सत्य ही पाएंगे सत्य सनातन , सदा पुरातन वह मंथन के योग्य सत्य एक ,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 165 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 22 Mar 2024 · 1 min read उजले दिन के बाद काली रात आती है उजले दिन के बाद काली रात आती है फिर शुरुआत होती है उजले दिन की मानव जीवन में भी इसी तरह सुख दुःख आते जाते हैं ग़म न करो शाश्वत... Hindi · Quote Writer 176 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 26 Feb 2024 · 1 min read उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन । उत्तंग पर्वत गहरा सागर समतल मैदान टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ घने वन इन पर राज करते जगत में पाए जाने वाले पशु पक्षी मानवजन Hindi · Quote Writer 148 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 26 Feb 2024 · 1 min read पतझड़ से बसंत तक पतझड़ ग्रीष्म फुहार वर्षा खुला आसमान शरद खुशनुमा हेमंत ठिठुरन शिशिर बहार बसंत Hindi · Quote Writer · कोटेशन 238 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read बारिश का मौसम निर्झर का झर झर नदियों की कल कल बिजली की चमचम मेघों की घनन घनन हवाओं की सनन सनन भंवरों की गुनगुन पंछियों का कलरव कोयल की कुहू कुहू पपीहा... Hindi · कविता 134 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read हम शिक्षक गर्व करें हम हैं भारत के शिक्षक हम राष्ट्र संस्कृति सभ्यता के रक्षक हम सभी शिक्षक क्रांतिवीर अशिक्षा मिटाने सदा अधीर समाज में ज्ञान के दीप जलाते बच्चों को नैतिकता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 110 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read निरोगी काया ढूंढ रहे आज सब निरोगी काया पर प्रकृति के संग रहना ना आया दिनचर्या कर ली है अस्त-व्यस्त बताइए अब कैसे रहेंगे स्वस्थ देरी से जागना और देरी से सोना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 183 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read पर्यावरण प्रदूषित हो रहा दुनिया का पर्यावरण अब नहीं सुरक्षित पृथ्वी का आवरण अतः क्यों न जाएं हम प्रकृति की शरण तभी रुकेगा सजीव निर्जीवों का क्षरण मानव अपना लो अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 108 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 Feb 2024 · 1 min read बारिश बादल गरजे , बिजली चमके , झमाझम बरसे पानी , यही बारिश कहलाए ताल तलैया जल भरपूर , नदियों में आ जाती पूर , खेत गली पानी सब दूर ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 128 Share Page 1 Next